हल्दी का उपयोग हजारों वर्षों से वैकल्पिक औषधि के रूप में किया जाता रहा है। इसका उपयोग पेट की समस्याओं और पाचन संबंधी मुद्दों सहित कई बीमारियों के इलाज के लिए प्रभावकारी माना गया है। हम यहां बात करेंगे एसिड रिफलक्स के उपचार में हल्दी (Turmeric in the Treatment of Acid Reflux) के इस्तेमाल की। हल्दी एक प्राकृतिक उपचार है, जो एसिड रिफ्लेक्स में राहत देता है। इससे पेट की अन्य समस्याओं में भी आराम पाया जा सकता है। आइए जानते हैं, एसिड रिफलक्स के उपचार में हल्दी (Turmeric in the Treatment of Acid Reflux) के उपयोग के बारे में:
हल्दी के क्या फायदे हैं (What are the benefits of turmeric)?
हल्दी एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटीऑक्सीडेंट यौगिकों से भरपूर है। चीनी और आयुर्वेदिक चिकित्सा में, हल्दी का उपयोग पेट के उपचार सहित, गठिया के दर्द को दूर करने और मासिक धर्म को नियंत्रित करने के लिए किया गया है। इसका उपयोग पाचन में सुधार के लिए भी किया जाता है। हल्दी का सबसे सक्रिय तत्व करक्यूमिन कहलाता है। हल्दी के अधिकांश स्वास्थ्य लाभों के लिए इसे प्रभावकारी माना जाता है। करक्यूमिन एक पॉलीफेनोल एंटीऑक्सिडेंट है। ऐसा कहा जाता है कि इसमें शक्तिशाली एंटीवायरल और कैंसर विरोधी क्षमताएं हैं।
और पढ़ें : क्या आप महसूस कर रहे हैं पेट में जलन, इंफ्लमेटरी बाउल डिजीज हो सकता है कारण
जानिए क्या कहती है रिसर्च (Know what the research says)
हालांकि कई अध्ययनों ने हल्दी और इसके अर्क करक्यूमिन के औषधीय गुणों का पता लगाया है, लेकिन एसिड रिफ्लक्स पर कोई शोध केंद्रित नहीं है। कुल मिलाकर, किसी भी स्वास्थ्य स्थिति में हल्दी के उपयोग का समर्थन करने के लिए पर्याप्त तथ्य नहीं हैं। लोगों में इसकी प्रभावशीलता को निर्धारित करने के लिए और अधिक शोध की आवश्यकता है। एसिड रिफलेक्स और गैस्ट्रोइसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) और ऑक्सिडेटिव तनाव के कारण हो सकते हैं। लेकिन कुछ अध्ययन से यह भी पता चलता है कि जीईआरडी का इलाज एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी के साथ किया जाना चाहिए। तो ऐसे में करक्यूमिन के एंटी इंफ्लामेटीर प्रभाव एसोफेजेल सूजन को रोकते हैं। कहा जाता है कि हल्दी और इसके अर्क करक्यूमिन में एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। इस वजह से हल्दी जीईआरडी से राहत दिला सकती है। करक्यूमिन आंत को एनएसएआईडी और अन्य हानिकारक एजेंटों से होने वाले नुकसान से बचाता है। अल्सर से जुड़े बैक्टीरिया को नियंत्रण में रखने में इसकी भूमिका है, यह अल्सर को ठीक करने में मदद करता है, और यह आंत के कैंसर के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
और पढ़ें : Runner’s Stomach: रनर्स स्टमक की समस्या क्या है? जानिए इस तकलीफ से बचाव का आसान तरीका!
एसिड रिफलक्स के उपचार में हल्दी का उपयोग कैसे करें (How to Use Turmeric to Treat Acid Reflux)
वैसे तो हल्दी का राेजाना खाने में इस्तेमाल किया जाता है। लेकिन इसका दवा के रूप में इस्तेमाल करने के लिए आप हल्दी के तने या प्रकंद को सुखाकर पाउडर बनाया जा सकता है। पाउडर को मौखिक रूप से लिया जा सकता है या खाना बनाते समय इस्तेमाल किया जा सकता है। जब तक आप अपने सभी व्यंजनों में हल्दी को शामिल नहीं करते हैं, तो तब आपके लिए एसिड रिफ्लक्स के इलाज के लिए पर्याप्त हल्दी का सेवन करना मुश्किल हो सकता है। औषधीय मात्रा में प्राप्त करने के लिए जैविक हल्दी निकालने की खुराक एक बेहतर तरीका हो सकता है।
और पढ़ें : Diarrhea After Drinking Alcohol: एल्कोहॉल के सेवन के बाद डायरिया की समस्या क्यों हो सकती है?
एसिड रिफलक्स के उपचार में हल्दी : जोखिम और चेतावनी (Risks and Warnings)
एसिड रिफलक्स के उपचार में हल्दी के कुछ साइडइफेक्ट्स भी हाे सकते हैं। हल्दी एक नैचुरल ब्लड थिनर का काम करती है। यदि आप ऐसी दवाएं लेते हैं, जो आपके रक्त को पतला करती हैं या यदि आपकी कोई आगामी सर्जरी है, तो आपको हल्दी नहीं लेनी चाहिए। हल्दी रक्त शर्करा को भी कम कर सकती है, रक्तचाप को भी कम कर सकती है और पित्ताशय की थैली की समस्या को और भी बदतर बना सकती है। तो ऐसी स्थितियों में हल्दी के सेवन से बचना चाहिए।
हल्दी को लंबे समय तक या अधिक मात्रा में लेने से अपच, मतली और दस्त का खतरा बढ़ सकता है। यदि हां, तो यह उपचार आपके लिए सबसे अच्छा तरीका नहीं हो सकता है। तो ऐसे में आपको हल्दी का सेवन नहीं करना चाहिए। हल्दी को लेने से पहले, यदि आप कोई दवा ले रहे हैं, तो किसी भी जड़ी-बूटी या सप्लिमेंट को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से बात करें, विशेष रूप से हल्दी जैसी जड़ी-बूटियां जो कई अलग-अलग दवाओं के साथ गंभीर प्रतिक्रिया कर सकती हैं।
जो महिलाएं गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं उन्हें हल्दी का अधिक मात्रा में उपयोग नहीं करना चाहिए। खाना पकाने के दौरान आमतौर पर उपयोग की जाने वाली चीजों से अधिक कुछ भी इस समूह के लिए अत्यधिक माना जाता है। सभी प्राकृतिक उपचारों से एलर्जी रिऐक्शान का खतरा होता है। यदि आप हल्दी का उपयोग करने के बाद पित्ती, तेज हृदय गति, या सांस लेने में कठिनाई जैसे लक्षणों का अनुभव करते हैं, तो आपको उपयोग बंद कर देना चाहिए। यदि आपके लक्षण गंभीर हैं, तो आपको चिकित्सकीय ध्यान देना चाहिए।
और पढ़ें : गट से जुड़ी हैं ऐसी-ऐसी बीमारियां, जो आपके दरवाजे पर कभी भी दस्तक दे सकती है!
एसिड रिफलक्स के उपचार में हल्दी के अलावा अन्य विकल्प (Other Acid Reflux Treatment Options)
यदि आपको कभी-कभी हार्टबर्न की समस्या हो जाती है, तो आप जीवनशैली में बदलाव करके इसका इलाज स्वयं कर सकते हैं। कुछ अन्य उपायों के द्वारा भी एसिड रिफ्लेक्स की समस्या से बचा जा सकता है, जिनमें शामिल है:
- भोजन को दिन में छोटे-छोटे समय में बाट लें
- खाने के बाद तुरंत लेटना नहीं चाहिए
- ऑयली और मसालेदार खाने से बचें
- धूम्रपान छोड़ दें
- टाइट-फिटिंग कपड़ों से परहेज करें
यदि आपका वजन अधिक है, तो अपने वजन को कंट्रोल करने में मदद करने के लिए निजी प्रशिक्षक और डायट विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिए। वजन कम होने से भी आपको एसिड रिफ्लेक्स की समस्या में आराम मिलेगा। ध्यान दें कि कौन से खाद्य पदार्थ आपमें हार्टबर्न की समस्या को ट्रिगर करते हैं। मसालेदार भोजन, अम्लीय भोजन और वसायुक्त भोजन आदि आपकी समस्या को बढ़ा सकते हैं। यदि ये खाद्य पदार्थ आपके लक्षणों को बिगाड़ते हैं, तो उन्हें सीमित करें या उनसे पूरी तरह से बचें। यदि जीवनशैली में बदलाव से आपके लक्षणों का समाधान नहीं होता है, तो आपकाे डॉक्टर से मिलने की आवश्यकता है। इसमें एंटासिड, प्रोटॉन पंप इंबिहेटर, या एच 2 ब्लॉकर्स शामिल हो सकते हैं। अंतिम उपाय के रूप में, सर्जरी आवश्यक हो सकती है।
और पढ़ें : लौंग से केले तक, ये 10 चीजें हाइपर एसिडिटी (Hyperacidity) में दे सकती हैं राहत
अब आप क्या कर सकते हैं
हालांकि इस बात के सीमित प्रमाण हैं कि हल्दी एसिड रिफ्लक्स में मदद करेगी। अधिकांश लोग इसे भोजन में और सप्लिमेंट के रूप में लेते हैं, यदि आप भी ऐसा प्लान कर रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:
- सर्वोत्तम परिणामों के लिए, काली मिर्च के साथ हल्दी का उपयोग करें या करक्यूमिन को अवशोषित करने और उपयोग करने के लिए शरीर की क्षमता बढ़ाने के लिए पिपेरिन युक्त सप्लिमेंट चुनें।
- हल्दी खून को पतला करने का काम कर सकती है। आपको एंटीकोआगुलेंट दवाओं के साथ हल्दी नहीं लेनी चाहिए।
- यदि आप प्रतिदिन 1,500 मिलीग्राम या अधिक हल्दी लेते हैं, तो आपको अप्रिय दुष्प्रभाव का अनुभव हो सकता है।
और पढ़ें : क्या आप महसूस कर रहे हैं पेट में जलन, इंफ्लमेटरी बाउल डिजीज हो सकता है कारण
यह देखने में कुछ सप्ताह लग सकते हैं कि हल्दी आपके लक्षणों में मदद करती है या नहीं। एसिड रिफलक्स के उपचार में हल्दी के उपयोग से यदि आपकी समसया में सुधार नहीं है, तो आपको उपयोग बंद कर देना चाहिए और अपने चिकित्सक से परामर्श करना चाहिए।
[embed-health-tool-bmr]