अगर आपने प्रेग्नेंसी के लिए प्लान नहीं किया है और गलती से कंसीव कर लेती हैं, तो हो सकता है कि आपको प्रेग्नेंसी के लक्षणों का इंतजार ना रहता हो लेकिन जो लोग प्लानिंग करके कंसीव करते हैं, उनके लिए दो हफ्तों का समय बहुत लंबा इंतजार साबित होता है। कंसीव करने के बाद शरीर में होने वाले बदलाव जैसे कि स्तनों में दर्द का एहसास, हल्की ब्लीडिंग आना, वाइट डिस्चार्ज का आना आदि लक्षणों का महिलाएं इंतजार करती हैं। मन में अक्सर कई सवाल आते हैं कि इस बार कंसीव हुआ होगा या फिर नहीं। यह समय वाकई महिलाओं के लिए चिंताजनक होता है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको एब्रियो ट्रांसफर का पॉजिटिव साइन (Positive signs of embryo transfer) क्या होता है, साथ ही क्या लक्षण दिखाई पड़ते हैं, इस बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।
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एब्रियो ट्रांसफर का पॉजिटिव साइन (Positive signs of embryo transfer)
एब्रियो ट्रांसफर का पॉजिटिव साइन एक नहीं बल्कि कई हो सकते हैं। जब फर्टिलाइजेशन का प्रोसेस हो जाता है, तो शरीर में कई परिवर्तन होने लगते हैं। इस कारण से शरीर में कई बदलाव होते हैं। ये बदलाव तीन से चार माह बाद तक ठीक भी सकते हैं। हम महिला का शरीर अलग तरीके के बदलाव महसूस कर सकता है। आइए जानते हैं एब्रियो ट्रांसफर का पॉजिटिव साइन (Positive signs of embryo transfer) और क्या हो सकता है।
कंसीव करने के बाद हल्की स्पॉटिंग
जो महिलाएं कंसीव कर लेती है, उनको इंतजार रहता है कि हल्की ब्लीडिंग, मितली, उल्टी आदि लक्षण दिखें। लेकिन कुछ महिलाओं को उसके बारे में जानकारी नहीं होती है। जो महिलाएं अपने प्रेग्नेंसी को लेकर इंतजार कर रही होती हैं, उनके मन में कई सवाल होते हैं। अगर ऐसे महिला को हल्की ब्लीडिंग हो जाती है, तो यह उनके लिए चिंता का विषय भी हो सकता है लेकिन आपको घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि हल्की ब्लीडिंग होना एंब्रियो ट्रांसफर की ओर संकेत करता है। इसे एब्रियो ट्रांसफर का पॉजिटिव साइन (Positive signs of embryo transfer) माना जाता है। थोड़ा- सी स्पॉटिंग किसी तरह के खतरे की ओर नहीं बल्कि इस ओर इशारा करती है कि एब्रियो यूट्रस लाइन में ट्रांसफर हो चुका है।
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पेट में ऐंठन का एहसास
एब्रियो ट्रांसफर का पॉजिटिव साइन (Positive signs of embryo transfer) पेट में ऐंठन का एहसास भी हो सकता है। क्रैंपिग या फिर पेट में ऐंठन का एहसास एब्रियो ट्रांसफर की ओर संकेत कर सकता है लेकिन आपको प्रेग्नेंसी टेस्ट जरूर करना चाहिए। एक बात का ध्यान रखें कि शरीर में होने वाले परिवर्तन जरूरी नहीं है कि प्रेग्नेंसी की ओर इशारा करें। जब तक आप प्रेग्नेंट टेस्ट ना कर लें या फिर जब तक आपका डॉक्टर आपको इसके बारे में जानकारी ना दें, तब तक प्रेग्नेंसी कंफर्म न समझें।
ब्रेस्ट में हल्के दर्द का एहसास
एंब्रियो ट्रांसफर का एक संकेत ब्रेस्ट या स्तनों में अचानक से बदलाव महसूस होना भी हो सकता है। अगर आपको स्तनों में हल्का सा दर्द महसूस होता है या फिर जरा सा टच करने पर भी आपको स्तनों में अजीब एहसास होता है, तो यह भी एंब्रियो ट्रांसफर के संकेत में शामिल हो सकता है। ऐसा प्रेग्नेंसी हॉर्मोन के कारण होता है और ब्रेस्ट में सूजन की समस्या भी हो सकती है। आपको पूरी प्रेग्नेंसी में ये समस्या नहीं रहेगी। कुछ समय बाद ये अपने आप ठीक भी हो सकती है।
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हो सकता है थकान का एहसास
अगर आप ज्यादा काम करते हैं या आराम नहीं करते हैं तो थकान होना आम बात है लेकिन कंसीव करने के बाद भी महिलाओं को थकान का एहसास होता है। अगर आपने ज्यादा काम भी नहीं किया है और पर्याप्त मात्रा में नींद भी ली है और फिर भी अगर आपको थकान का एहसास हो रहा है, तो यह एब्रियो ट्रांसफर का पॉजिटिव साइन (Positive signs of embryo transfer) हो सकता है। ऐसा प्रोजेस्ट्रोन लेवल के बढ़ जाने के कारण होता है।
मॉर्निंग सिकनेस फील होना
मॉर्निंग सिकनेस (Morning sickness) या फिर मितली का एहसास प्रेग्नेंसी के सामान्य लक्षणों में माना जाता है। मॉर्निंग सिकनेस (Morning sickness) प्रेग्नेंसी के सेकंड मंथ से शुरू हो जाती है। यह जरूरी नहीं है कि एब्रियो के ट्रांसफर होने के 2 सप्ताह में ही आपको मॉर्निंग सिकनेस (Morning sickness) का एहसास होने लगे। कुछ लोगों में पीरियड मिस होने के 2 सप्ताह से 3 सप्ताह के बाद मॉर्निंग सिकनेस का एहसास होने लगता है। कुछ लोगों को वॉमिटिंग भी शुरू हो जाती है लेकिन सभी लोगों के साथ ऐसा हो यह जरूरी नहीं है।
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एब्रियो ट्रांसफर का पॉजिटिव साइन: डिस्चार्ज में हो सकता है बदलाव
वजाइनल डिस्चार्ज का अचानक से बढ़ जाना भी एब्रियो ट्रांसफर का पॉजिटिव साइन (Positive signs of embryo transfer) हो सकता है। ऐसे में महिलाओं में वाइट, हल्का स्मेलिंग वाला डिस्चार्ज आना शुरू हो जाता है। अगर आपके साथ ही ऐसा हो रहा है, तो आपको परेशान होने के बजाय तुरंत प्रेग्नेंसी टेस्ट करना चाहिए।
पीरियड मिस हो जाना
एब्रियो ट्रांसफर का पॉजिटिव साइन (Positive signs of embryo transfer) पीरियड का मिस होना माना जा सकता है। अगर आपको हर माह सही समय पर पीरियड्स आते हैं लेकिन इस बार पीरियड मिस हो गया है, तो आपको 1 से 2 हफ्ते का इंतजार करना चाहिए। अगर इसके बाद भी आपको पीरियड्स नहीं आते हैं, तो आप प्रेग्नेंसी टेस्ट ले सकते हैं। प्रेग्नेंसी के लक्षणों में पीरियड्स का मिस होना सबसे बड़ा संकेत माना जाता है। वैसे तो कई बार हार्मोनल बदलाव के कारण भी पीरियड की डेट बढ़ सकती है लेकिन इसे बड़े संकेत के रूप में देखा जाता है।
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एब्रियो ट्रांसफर का पॉजिटिव साइन: फ्रीक्वेंट यूरिनेशन
एब्रियो ट्रांसफर का पॉजिटिव साइन (Positive signs of embryo transfer) में बार-बार यूरिन जाने का एहसास भी हो सकता है। बार-बार बाथरूम जाना गर्भावस्था के हार्मोन एचसीजी में वृद्धि के साथ-साथ प्रोजेस्टेरोन में वृद्धि का परिणाम है। यदि भ्रूण स्थानांतरण सफल रहा, तो ऐसा हो सकता है।
अगर आप कंसीव करने के लिए प्रयास कर रहे हैं, तो आपको प्रेगनेंसी टेस्ट तभी करना चाहिए जब आपके पीरियड्स मिस हो जाएं। अगर आप को दिए गए लक्षणों में कोई भी लक्षण महसूस हो रहा है, तो बेहतर होगा कि आपको कुछ समय तक इंतजार जरूर करना चाहिए। कई बार जल्दबाजी में प्रेग्नेंसी टेस्ट लेने पर प्रेग्नेंसी टेस्ट सही नहीं आता है। अगर आप पीरियड मिस होने के एक से दो हफ्ते बाद तक टेस्ट करते हैं, तो आपको सही रिजल्ट मिल जाता है। रिजल्ट के आ जाने के बाद बेहतर होगा कि एक बार डॉक्टर से जांच जरूर कराएं। ऐसा करने से आपकी प्रेग्नेंसी कंफर्म हो जाती है।
इस आर्टिकल में हमने आपको एब्रियो ट्रांसफर का पॉजिटिव साइन (Positive signs of embryo transfer) क्या होता है, को लेकर जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
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