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Different Types of Twins: ट्विन्स कितने टाइप्स के होते हैं, क्या यह जानते हैं आप?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 22/02/2022

    Different Types of Twins: ट्विन्स कितने टाइप्स के होते हैं, क्या यह जानते हैं आप?

    जुड़वां यानी ट्विन्स में माता-पिता बनना न केवल एक अलग अनुभव होता है बल्कि इस कंडिशन में जिम्मेदारियां भी दोगुनी हो जाती हैं। ट्विन्स यानी जुड़वां का नाम सुन कर आपके मन में भी एक जैसी शक्ल-सूरत वाले बच्चों की तस्वीर ही बनती होगी। यही नहीं, आप भी यह समझते होंगे कि ट्विन्स के दो प्रकार होते हैं एक फ्रैटर्नल fraternal और दूसरा आइडेंटिकल। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि इसके कई अन्य दुर्लभ सबटाइप भी हैं। आज हम बात करने वाले हैं ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स (Different Types of Twins) कौन से हैं, इस बारे में। ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स (Different Types of Twins) में सबसे पहले सामान्य प्रकार के ट्विन्स के बारे में जान लेते हैं।

    ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स (Different Types of Twins): कौन से हैं इसके सामान्य प्रकार?

    जैसा कि पहले ही बताया गया है कि फ्रैटर्नल (Fraternal) और आइडेंटिकल दोनों ट्विन्स के सबसे सामान्य प्रकार है। फ्रैटर्नल (Fraternal) ट्विन्स को हेरेडिटरी hereditary कहा जाता है जबकि आइडेंटिकल ट्विन्स स्पॉनटेनियसली (Spontaneously) होते हैं। इन दोनों के बारे में जानकारी होना आवश्यक है। ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स (Different Types of Twins) में पहले इन दोनों के बारे में जान लेते हैं।

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    फ्रैटर्नल ट्विन्स (Fraternal Twins)

    फ्रैटर्नल ट्विन्स को डाईजाइगोटिक ट्विन्स (Dizygotic twins) के नाम से भी जाना जाता है। यह दो अलग-अलग एग्स के दो अलग स्पर्म द्वारा फर्टिलाइज्ड होने का परिणाम होता है। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि अंडाशय केवल एक नहीं बल्कि दो अंडे रिलीज करते हैं। बेसिकली, फ्रैटर्नल ट्विन्स, सिब्लिंग्स के जैसे ही होते हैं मतलब वो एक जैसे नहीं दिखते हैं। फ्रैटर्नल ट्विन्स दो लड़के भी हो सकते हैं, दो लड़कियां भी हो सकती है या एक लड़का और एक लड़की भी हो सकते हैं। इनमें हर एक बच्चा अपनी प्लेसेंटा में डेवलप होता है

    आइडेंटिकल ट्विन्स (Identical twins)

    आइडेंटिकल ट्विन्स को मोनोजायगोटक ट्विन्स (Monozygotic twins) भी कहा जाता है। यह तब होते हैं जब एक फर्टिलाइज्ड एग दो में स्प्लिट हो जाता है और यह दोनों विभिन्न एम्ब्रोस (Embryos) में ग्रो होते हैं। यह ट्विन्स एक ही जेंडर के होते हैं, एक ही ब्लड टाइप शेयर करते हैं। यही नहीं, यह एक समान फिजिकल ट्रेट्स (Physical traits) भी शेयर करते हैं। आइडेंटिकल ट्विन्स एक ही एमनियोटिक सेक (Amniotic sac) को शेयर कर भी सकते हैं या ऐसा नहीं भी हो सकता है। इन दोनों शिशुओं में क्रोमोसोम्स एक समान होते हैं। क्योंकि दोनों शिशु एक ही एग और स्पर्म से पैदा होते हैं। फिर भी, उस वातावरण में अंतर के कारण जहां वे पैदा हुए हैं, इन ट्विन्स की अपीयरेंस में विभिन्नता हो सकती है। यह तो थे ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स (Different Types of Twins),जो सामान्य हैं। अब जानते हैं इसकी तीसरी प्रकार के बारे में।

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    ट्विन्स की तीसरी प्रकार: पोलर बॉडी (Polar body)

    ऐसा माना जाता है कि ट्विन्स के केवल दो ही प्रकार हैं। लेकिन, इसकी तीसरी प्रकार भी है जिसे पोलर बॉडी (Polar body) या हाफ-आइडेंटिकल ट्विन्स कहा जाता है। हालांकि इसकी कभी पुष्टि नहीं हुई है। ओवरीज से रिलीज होने के बाद एग दो भागों में स्प्लिट हो सकता है, जिसमें छोटे भाग को पोलर बॉडी कहा जाता है। इस पोलर बॉडी में स्पर्म के साथ ज्वाइन के लिए आवश्यक सभी क्रोमोसोम्स होते हैं। किन्तु, इसमें आमतौर पर बहुत कम फ्लूइड या साइटोप्लाज्म (Cytoplasm), होता है। यानी, यह सर्वाइव के लिए बहुत छोटा होता है।

    किंतु, कुछ मामलों में ऐसा हो सकता है कि यह पोलर बॉडी सर्वाइव कर जाएं और फर्टिलाइज हो जाएं। इस बीच, एग का बड़ा हिस्सा भी एक अलग स्पर्म द्वारा फर्टिलाइज्ड हो सकता है। इसका परिणाम होता है पोलर ट्विन्स। पोलर ट्विन्स अपने बर्थिंग पेरेंट्स के समान क्रोमोसोम्स शेयर करते हैं। लेकिन वो नॉन-बर्थिंग पेरेंट्स से भी विभिन्न क्रोमोसोम्स प्राप्त कर सकते हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे एक एग लेकिन दो अलग-अलग स्पर्म से बने होते हैं। इसी कारण वो जन्म के समय एक ही सेक्स के हो सकते हैं और एक जैसे दिख सकते हैं लेकिन वो बिलकुल एक जैसे नहीं होते। जानिए ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स (Different Types of Twins) में इनकी सबटाइप्स के बारे में।

    ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स, Different Types of twins.

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    ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स: यूनिक आइडेंटिकल ट्विन्स (Unique identical twins)

    ट्विन प्रेगनेंसी में, दो एम्ब्रोस विभिन्न वेज में जाती है और ट्विन्स बेबीज में डेवलप होती है। जो आइडेंटिकल या फ्रैटर्नल कोई भी हो सकते हैं।  यूनिक आइडेंटिकल ट्विन्स के दुर्लभ प्रकार इस तरह से हैं

    ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स (Different Types of Twins) में मिरर ट्विन्स (Mirror twins)

    मिरर ट्विन्स का अर्थ है कि यह ट्विन्स एक दूसरे की मिरर इमेज के जैसे होते हैं। इनका कारण यह होता है कि आमतौर पर ट्विन प्रेग्नेंसी में फर्टिलाइजेशन के पहले हफ्ते के दौरान एग स्प्लिट हो जाता है। लेकिन, मिरर ट्विन प्रेग्नेंसी में एग फर्टिलाइज होने के सात से बारह दिनों के बाद स्प्लिट होता है। यह समय एग के दाएं और बाएं हिस्से को विकसित करने के लिए काफी अधिक होता है।

    कॉनजॉइंड ट्विन्स (Conjoined twins)

    कॉनजॉइंड ट्विन्स दुर्लभ प्रकार के ट्विन्स हैं जिसमें दो सिब्लिंग फिजिकल कनेक्टेड होते हैं। आमतौर पर कॉनजॉइंड ट्विन्स छाती या पेट से एक-दूसरे से जुड़े होते हैं। लेकिन, कई मामलों में अधिक अंग भी जुड़े हो सकते हैं। इस स्थिति में भी जुड़वां बच्चे एक दूसरे के समान होते हैं। लेकिन उनके विचार और पर्सनालिटी अलग हो सकती है। शोधकर्ता अभी भी इस प्रकार के जुड़वां जन्म के ओरिजन को समझने की कोशिश कर रहे हैं। कुछ विशेषज्ञों का मानना ​​है कि जब एक फर्टिलाइज्ड एग पूरी तरह से विभाजित नहीं होता है, तो कॉनजॉइंड ट्विन्स होते हैं।

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    ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स (Different Types of Twins) में पैरासिटिक ट्विन्स (Parasitic twins)

    कई बार ट्विन्स यूटरो (Utero) में डेवलप हो जाते हैं। इसमें एक ट्विन बड़ा और अधिक डोमिनेंट होता है। जबकि दूसरा ट्विन डेवलप करना बंद कर देता है और अपने सिबलिंग पर निर्भर करना शुरू हो जाता है। इसे पैरासिटिक ट्विन्स कहते हैं और यह ट्विन्स फिजिकली कॉनजॉइंड होते हैं। हालांकि,छोटा ट्विन पूरी तरह से नहीं बना होता है और वो खुद से सर्वाइव करने में सक्षम नहीं होता है। क्योंकि या तो उसमें महत्वपूर्ण ऑर्गन मिसिंग होते हैं या उसमें ब्रेन या हार्ट पूरी तरह से नहीं बने होते। ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स (Different Types of Twins) में इस प्रकार को अन्य सबटाइप्स में भी बांटा जा सकता है, जैसे:

    फीटस में फेटू (Fetus in fetu)

    यह दुर्लभ स्थिति है जब स्मॉल ट्विन बड़े ट्विन के शरीर के अंदर डेवलप होता है।

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    एकार्डियक जुड़वां (Acardiac twins)

    इसमें एक ट्विन को बहुत अधिक ब्लड फ्लो मिलता है जबकि दूसरे को पर्याप्त ब्लड नहीं मिल पाता। ऐसा इसलिए है क्योंकि वो दोनों एक ही प्लेसेंटा शेयर करते हैं।

    सेमी-आइडेंटिकल ट्विन्स (Semi-identical twins)

    इस तरह के ट्विन्स के अभी तक बहुत ही कम मामले पाए गए हैं, इसलिए यह एक्सट्रेमेली रेयर तरह का ट्विन का प्रकार है। ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स (Different Types of Twins) में सेमी-आइडेंटिकल ट्विन्स में दो विभिन्न स्पर्म एक एग को फर्टिलाइज करते हैं। इसके बाद फर्टिलाइज एग दो में विभाजित हो जाते हैं।

    फीमेल और मेल आइडेंटिकल ट्विन्स (Female and male identical twins)

    कई बार आइडेंटिकल ट्विन्स जन्म के समय मेल और फीमेल सेक्स असाइन किया जा सकता है। यह ट्विन्स XY सेक्स क्रोमोसोम्स के साथ आइडेंटिकल मेल के रूप में शुरू होते हैं लेकिन शॉर्टली जब एग डिवाइड होता है ,तो एक जेनेटिक म्युटेशन (Genetic mutation) होती है जिसे टर्नर सिंड्रोम (Turner syndrome) कहा जाता है। जो एक ट्विन में क्रोमोजोम X0 छोड़ जाता है। म्युटेशन दूसरे जुड़वां को प्रभावित नहीं करता है, जिसे जन्म के समय मेल असाइन किया गया है। अब जानते हैं यूनिक फ्रैटर्नल ट्विन्स के बारे में।

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    ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स: यूनिक फ्रैटर्नल ट्विन्स (Unique fraternal twins)

    यह तो जानकारी यूनिक आइडेंटिकल ट्विन्स के बारे में। अब जानते हैं कि ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स (Different Types of Twins) में यूनिक फ्रैटर्नल ट्विन्स के सबटाइप्स कौन से हैं?

    ट्विन्स विद डिफरेंट एजेज (Twins with different ages)

    जब कोई महिला गर्भवती होती है और उसकी बॉडी फर्टिलाइजेशन के लिए नए एग्ज रिलीज करना बंद कर देती है। लेकिन, कुछ दुर्लभ मामले भी होते हैं। इस फेनोमेनन को सुपरफेटेशन (Superfetation) कहा जाता है। यह तब होता है जब महिला पहले ही गर्भवती हो, लेकिन दूसरा एग रिलीज और फर्टिलाइज हो जाए। जब यह एक मासिक धर्म चक्र में दो बार होता है, तो इसे सुपरफेकंडेशन (Superfecundation) के रूप में जाना जाता है। इसमें दोनों फर्टिलाइज्ड एग डेवलप हो जाते हैं लेकिन एक ट्विन दूसरे से थोड़ा बड़ा होता है।

    ट्विन्स विद डिफरेंट फादर्स (Twins with different fathers)

    यदि एक ही मासिक धर्म चक्र के अंदर दो एग रिलीज होते हैं, तो उनके लिए दो अलग-अलग लोगों के स्पर्म द्वारा फर्टिलाइज होना संभव है। यह ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स (Different Types of Twins) का दुर्लभ प्रकार है।

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    ट्विन्स विद डिफरेंट स्किन कलर्स (Twins with different skin colors)

    अलग स्किन टोन वाले ट्विन्स होना बहुत ही रेयर है लेकिन ऐसा हो सकता है, अगर:

    • पेरेंट्स के कॉम्प्लेक्शन अलग-अलग हों।
    • हेटेरोपटेरनल सुपरफेकंडशन (Heteropaternal superfecundation) की स्थिति में

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    उम्मीद है कि ट्विन्स के विभिन्न टाइप्स (Different Types of Twins) के बारे में यह जानकारी आपको पसंद आई होगी। यह भी आप जान ही गए होंगे कि अधिकतर ट्विन्स फ्रैटर्नल या आइडेंटिकल होते हैं। लेकिन, इसकी तीसरी प्रकार भी हो सकती है। इसके साथ ही इसके कुछ अन्य सबटाइप्स भी हैं लेकिन वो बहुत रेयर हैं। ट्विन प्रेग्नेंसी में कॉम्प्लीकेशन्स का जोखिम बहुत अधिक होता है, इसलिए पेरेंट्स को सही प्रीनेटल केयर और मेडिकल अटेंशन की आवश्यकता होती है। अगर इसके बारे में आपके मन में कोई भी सवाल है, तो उसे अपने डॉक्टर से अवश्य पूछें।

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