स्टमक क्रैम्प या पेट में ऐंठन
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि इंप्लांटेशन के दौरान महिलाओं को कुछ लक्षण नजर आ सकते हैं। वहीं कुछ महिलाओं में एक भी लक्षण नजर नहीं आता है। पेट में ऐंठन या दर्द होने की समस्या भी इंप्लांटेशन के लक्षण में से एक है। कुछ महिलाओं को हॉर्मोन में बदलाव के कारण पेट में ऐठन की समस्या पैदा हो सकती है। यह 1 से 2 दिन तक हो सकती है। आपको पेट में ऐंठन का एहसास तब होगा, जब आपके पीरियड्स का समय होगा। ऐसे में कुछ महिलाओं को यह शंका बनी रहती है कि शायद उनके पीरियड शुरू होने वाले हैं, इसलिए उनके पेट में ऐंठन हो रही है। यदि आपको तीव्र दर्द महसूस हो तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
इंप्लांटेशन: थकान का हो सकता है एहसास
अगर आपको उपरोक्त दी हुई जानकारी पढ़कर यह महसूस हो रहा है कि इंप्लांटेशन की प्रक्रिया के दौरान दर्द होना या ब्लीडिंग होना कहीं ना कहीं परेशानी पैदा करता है, तो आपको परेशान होने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है।जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि कुछ महिलाओं को तो इंप्लांटेशन के बारे में जानकारी ही नहीं मिल पाती है। वहीं कुछ महिलाएं इंप्लांटेशन के हल्के लक्षण महसूस कर सकती हैं। यह दर्द वाली प्रक्रिया नहीं है बल्कि कुछ महिलाओं को इन लक्षणों के कारण प्रेग्नेंसी के बारे में जानकारी पहले से मिल सकती है। इसके साथ ही कुछ महिलाएं स्तनों में सूजन, थकावट का एहसास होना, सिर में दर्द होना आदि लक्षण भी महसूस कर सकती हैं। ऐसा शरीर में हॉर्मोनल बदलाव के कारण होता है।
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इंप्लांटेशन के कितने दिनों बाद करना चाहिए प्रेग्नेंसी टेस्ट?
अब आपके मन में यह सवाल होगा कि फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया हो गई, इंप्लांटेशन हो गया, तो ऐसे में लक्षणों के देखने के बाद टेस्ट कब करना चाहिए? वैसे तो महिलाएं प्रेग्नेंसी टेस्ट तभी करती हैं, जब उनके पीरियड्स मिस हो जाते हैं। अगर आपको प्रेग्नेंसी टेस्ट करने की जल्दी है, तो आप फर्टिलाइजेशन के करीब 19 दिनों के बाद प्रेग्नेंसी टेस्ट कर सकते हैं। प्रेग्नेंसी टेस्ट आपको तभी सही से मालूम चलेगा, जब एससीजी हॉर्मोन प्रोडक्शन शुरू हो जाएगा। यूट्रस में एब्रियों के इंम्प्लांट हो जाने के बाद पर्याप्त मात्रा में एचसीजी हॉर्मोन बनने लगता है। 19 से 20 दिनों के बाद ऐसा होता है। इस दौरान प्रेग्नेंसी किट से प्रेग्नेंसी टेस्ट कर सकती हैं। अगर फिर भी आपको किसी तरह की शंका महसूस होती है, तो आपको डॉक्टर से जांच जरूर करानी चाहिए।
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कब दिखाएं डॉक्टर को?
अब आपके मन में यह सवाल आ रहा होगा कि अगर पीरियड्स मिस हो गए हैं, तो क्या तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए? आप घर पर ही प्रेग्नेंसी किट से टेस्ट कर सकते हैं। अगर आपको पहले मिसकैरेज की समस्या हो चुकी है, तो ऐसे में आपको प्रेग्नेंसी के लक्षणों को देखने के बाद बहुत सावधानी रखने की जरूरत है। अगर आपको प्रेग्नेंसी के लक्षण नजर आते हैं, तो ऐसे में आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। सामान्य तौर पर जिन महिलाओं को किसी भी प्रकार की समस्या नहीं है और उनके पीरियड्स मिस हो गए हैं, तो ऐसे में वह कुछ समय का इंतजार कर सकती हैं। प्रेग्नेंसी किट की मदद से घर पर जांच करें। अगर आपका रिजल्ट पॉजिटिव आता है, तो डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
इस आर्टिकल में हमने आपको इंप्लांटेशन(Implantation) के बारे में अहम जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको प्रेग्नेंसी के संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हैलो हेल्थ की वेबसाइट में आपको अधिक जानकारी मिल जाएगी।