प्रिसिपिटस लेबर का किसको हो सकता है ज्यादा जोखिम (Precipitous labor risk)
जैसा कि हम आपको पहले ही बता चुके हैं कि प्रिसिपिटस लेबर किसे होगा, इस बारे में पहले से बता पाना डॉक्टर के लिए कठिन होता है लेकिन कुछ लोगों में इसकी ज्यादा संभावना होती है। जिन महिलाओं को पहले भी प्रिसिपिटस लेबर या रैपिड लेबर हो चुका है, उन्हें दूसरी डिलिवरी के दौरान इसका अधिक खतरा रहता है। अगर किसी महिला ने पहले बच्चे को रास्ते में या फिर कार में जन्म दिया है, तो ऐसी महिलाओं को सेकेंड डिलिवरी (Second delivery) के दौरान अधिक सतर्क रहने की जरूरत पड़ती है। वहीं जिन महिलाओं को क्रॉनिक हाय ब्लड प्रेशर (Chronic high blood pressure)की समस्या हो या जिन्होने फर्टिलिटी ट्रीटमेंट कराया हो या लेबर के दौरान पीजीई 2 (Prostaglandin E2) दिया गया हो, उनका सर्विक्स डायलेट होने के अधिक चांसेज रहते हैं। जिन महिलाओं के बच्चे का वजन कम होता है, उन्हें भी इस समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
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प्रिसिपिटस लेबर से जुड़े कॉम्प्लीकेशंस (Complications of precipitous labor)
आपने अक्सर सुना होगा कि मां ने बच्चे को रास्ते में या ट्रेन में जन्म दिया और मां और बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ्य है। जी हां! प्रिसिपिटस लेबर के केस में ज्यादातर लोगों के साथ यही होता है। लेबर के कुछ ही समय बाद बच्चे का जन्म हो जाता है और मां और बच्चा पूरी तरह से स्वस्थ्य होते हैं। लेकिन ऐसा हर किसी के साथ हो, ये जरूरी नहीं है।
प्रिसिपिटस लेबर या रैपिड लेबर के कारण होने वाली मां को अधिक ब्लीडिंग (Hemorrhaging) हो सकती है। साथ ही सर्विक्स या वजायनल टिशू में टियरिंग की समस्या भी हो सकती है। कई बार तो होने वाली मां को शॉक भी लग सकता है। प्रिसिपिटस लेबर के कारण बच्चे का गंदे वातावरण का सामना भी करना पड़ सकता है। होने वाली मां को ऐसे में नहीं पता होता है कि अब क्या करना है। कई बार महिला का प्लासेंटा भी बाहर नहीं आ पाता है। यानी ये एक ऐसी स्थिति होती है, जो होने वाली मां को डरा सकती है और बच्चे के लिए भी खतरा बन सकती है। महिलाओं को इस स्थिति से निपटने के लिए डॉक्टर से इस बारे में जानकारी जरूर लेनी चाहिए। अगर ऐसा हो जाए, तो महिला खुद के प्रिपेयर कर सके।
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रैपिड लेबर हो, तो इन बातों का रखें ध्यान
अगर आपको रैपिड लेबर हो, तो डॉक्टर के पास पहुंचने तक आपको करवट के बल लेट जाना चाहिए। साथ ही डीप ब्रीथ आपको दर्द से राहत दिलाने में मदद करेगी। अगर आप किसी कारण से अस्पताल नहीं पहुंच पाई है, तो दाई से संपर्क कर सकती हैं। दाई का प्रशिक्षित होना बहुत जरूरी है। कोशिश करें कि ऐसी स्थिति के लिए हमेशा तैयार रहे और घबराएं नहीं। हॉस्पिटल जाते समय अपने पास ऐसी महिला को जरूर ले जाएं, जो पहले मां बन चुकी हो और इस बारे में जानकारी रखती हो।
अगर आप प्रेग्नेंट हैं, तो आपको डिलवरी के दौरान आने वाली समस्याओं के बारे में जानकारी जुटानी चाहिए। जरूरी नहीं है कि आपको डिलिवरी के दौरान रैपिड लेबर की समस्या हो, लेकिन अगर आप खुद को प्रिपेयर कर लेंगी, तो ऐसी स्थिति में खुद को संभाल सकती हैं। आप इस बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।