हमारे समाज में शायद ही ऐसी कोई महिला होगी,जो यौन उत्पीड़न या यौन शोषण से परिचित नहीं होगी। शर्म की बात तो ये है कि इसमें बच्चों को भी नहीं छोड़ा जाता। कुछ महिलाएं और बच्चे आए दिन यौन उत्पीड़न (Sexual harassment) से होकर गुजरते हैं। यौन उत्पीड़न के जितने केस हमारे समाज में सामने आते हैं, उससे कहीं ज्यादा केस सामने आने ही नहीं दिए जाते हैं। यौन उत्पीड़न के मामले को अंदर ही दबा देने के कई कारण हैं, जिसमें समाज में बेइज्जती, कई साल न्याय पाने के लिए कोर्ट के चक्कर काटना या उत्पीड़न के बाद मिलने वाली धमकी इन सभी कारणों से कई बार ये मामले दबा दिए जाते हैं। इस मामले को छुपाना ही उत्पीड़न को बढ़ाने का एक बड़ा कारण है। यौन उत्पीड़न हमारे समाज में किसी कलंक से कम नहीं है। यौन उत्पीड़न (Sexual harassment) के बारे बच्चों को शुरूआत से ही स्कूल में शिक्षा देनी चाहिए, जिससे उन्हें सही और गलत में फर्क पता हो।
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यौन उत्पीड़न (Sexual harassment) क्या है?
कई लोग यौन उत्पीड़न और यौन शोषण में कन्फ्यूज रहते हैं। लेकिन इन दोनों में एक विशेष अंतर है। शारीरिक रूप से किए गए उत्पीड़न को यौन उत्पीड़न (Sexual harassment) कहा जाता है। इसमें किसी व्यक्ति को उसकी मर्जी के बिना छूना, जबरदस्ती या शक्ति का प्रयोग करना और शारीरिक रूप से कोई यौन संबंधी कार्य करने के लिए मजबूर करना शामिल है। जबकि यौन शोषण में किसी व्यक्ति की सहमति के बिना उसे यौन क्रिया में संलग्न करने के लिए बल, अवांछित जानबूझकर छूना, जबरदस्ती किसी को पकड़ना, किसी को लगातार घूरना या रास्ता रोकना, सामाजिक या सेक्शुअल लाइफ के बारे में पूछना, फोन करके अभद्र बातें करना, छूना और चूमना,किसी को देख कर सिटी बजाना आदि शामिल हैं।
- बलात्कार यौन उत्पीड़न का एक रूप है, लेकिन यह एकमात्र प्रकार नहीं है। इसमें यौन उत्पीड़न, चुंबन लेना, और कुछ भी करने के लिए मजबूर करना शामिल कर सकते हैं। यह सबसे अधिक बार तब होता है जब आप किसी पार्टी, क्लब या किसी सामाजिक कार्यक्रम में होते हैं और आप ऐसे लोगों के साथ होते हैं जिन्हें आप जानते हैं और ऐसा नहीं लगता कि आपके पास डरने का कोई कारण है। कोई व्यक्ति चुपके से आपके पेय पदार्थ में किसी प्रकार की दवा मिला देता है। जब दवा घुल जाती है, तो यह गंधहीन होती है। यह रंगहीन भी हो सकती है या एक नीले रंग के अवशेषों को छोड़ सकता है, इसके अलावा यह स्वादहीन भी हो सकता है। जैसा कि आप पेय का सेवन करते हैं, दवा प्रभावी होती है। आप उनींदापन, चक्कर आना, भ्रम, कुछ समझने की कमी, सुस्ती और चेतना के कम स्तर का अनुभव कर सकते हैं।
- अक्सर, ये दवाएं भूलने की बीमारी का कारण बनती हैं, और आपको याद नहीं रहता कि क्या हुआ था और किसने आपके साथ क्या किया है। नशीली दवाओं द्वारा यौन उत्पीड़न (Sexual harassment) में इस्तेमाल होने वाली केवल एकमात्र दवा नहीं है। ऐसी कई तरह की दवाएं हैं जो आपकी चेतना भंग कर सकती हैं। शराब वास्तव में यौन शोषण के अपराध को सुविधाजनक बनाने के लिए सबसे अधिक इस्तेमाल की जाने वाली दवा है। कानून की नजर में, आप शराब के प्रभाव में होने पर यौन संबंध बनाने के लिए सहमति नहीं दे सकते है। यह यौन उत्पीड़न का एक हिस्सा है, इस प्रकार के यौन उत्पीड़न से बचने के लिए आपको पार्टी जैसे स्थल पर चौकन्ना रहना चाहिए।
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बाल यौन संबंध क्या है?
बाल यौन शोषण किसी बच्चे के साथ किया जाने वाला कोई यौन कार्य है। जिसमें बच्चे को यौन क्रियाओं के लिए मजबूर करना, धोखा देना, रिश्वत देना,लालच देना, धमकी देना या दबाव डालना शामिल है। यह शारीरिक, मौखिक या भावनात्मक रूप से भी हो सकता है और इसमें यौन स्पर्श, बच्चे को अश्लील फिल्म दिखाना, बच्चे की अश्लील तस्वीरें लेने का प्रयास करने जैसे कार्य शामिल हैं।
वैवाहिक बलात्कार (Marital rape) क्या है?
वैवाहिक बलात्कार शब्द का उपयोग किसी व्यक्ति की सहमति के बिना या किसी व्यक्ति की इच्छा के खिलाफ किए गए यौन कार्यों का वर्णन करने के लिए किया जाता है। जब अपराधी महिला का पति या पूर्व पति (या पुरुष की पत्नी या पूर्व पत्नी) होता है। इस प्रकार के बलात्कार कई कारणों से बहुत कम होते हैं। महिलाएं पति की प्रतिक्रिया से डर सकती हैं या वह कलंक और शर्म से डर सकती हैं, साथ ही साथ अपने या अपने बच्चों के संभावित नुकसान से भी डर सकती हैं। इस प्रकार के बलात्कार के बारे में अधिक जानकारी के लिए किसी वकील या सलाहकर से परामर्श लें।
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यौन शोषण (Sexual harassment) के शिकार व्यक्ति को क्या करना चाहिए?
यदि आप यौन उत्पीड़न (Sexual harassment) का शिकार हो रहे हैं तो आप निम्नलिखित कदम उठा सकते हैं। जो इस प्रकार से हैं-
- यौन उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाना बहुत जरूरी है। यदि आप अपने द्वारा हो रहे उत्पीड़न के खिलाफ आवाज नहीं उठाते हैं, तो उत्पीड़क को और छूट मिल जाती है। इसलिए यौन उत्पीड़न का शिकार न बने बल्कि इसके खिलाफ आवाज उठाएं।
- उत्पीड़क से डरे नहीं उसका सामना करें। कभी दिमाग से तो कभी बल से सामना करने की कोशिश करें। उसे चेतावनी देकर यह जताएं की आप निडर हैं। यदि आप उसे चेतावनी नहीं देते हैं तो वह आपकी कमजोरी को भांप लेता है।
- इसके खिलाफ अपने स्टेट ह्यूमन या सिविल राइट्स इस्टैब्लिशमेंट में चार्ज दाखिल करें।
- यौन उत्पीड़न और यौन शोषण को लेकर कई नियम कानून बनाए गए हैं। इसलिए ऐसी समस्या में कानूनी एक्शन लेना न भूलें।
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यौन उत्पीड़न (Sexual harassment) को रोकने में ध्यान दें
- अपने बच्चों के किसी के भरोसे पर कभी न सौपें।
- अपने बच्चे को बताएं की उनके किसी अंग को किसी को छूने की अनुमति है या नहीं।
- यदि आप अकेले किसी सूनसान जगह पर जा रही है या किसी से मिलने तो सावधानी के लिए अपनी करंट लोकेशन अपने किसी खास व्यक्ति को भेजकर रखें।
- शुरूआत से ही अपने बच्चे को सिखाएं की यदि कोई उनके प्राइवेट अंग को छू रहा है या किसी प्रकार का अभद्र व्यवहार कर रहा है तो यह आपसे शेयर करें।
- अपने बच्चे को बताएं यदि कोई उसे शारीरिक रूप से परेशान,रेप या चोट पहुंचाने की कोशिश कर रहा है। तो वह खुद को कैसे बचाएं।
- बच्चों को बताएं की वह कभी किसी पर भरोसा न करें।
- महिलाओं को किसी के साथ संबंध बनाने से पहले गुप्त कैमरे की तलाशी जरूर ले लेनी चाहिए।
- कहीं कपड़े चेंज करते समय गुप्त कैमरे की तलाशी जरूर ले लेनी चाहिए।इससे कोई भी व्यक्ति आपको ब्लैकमेल करके आपसे जबरन कोई कार्य करा सकता है।
- किसी पार्टी में कुछ खाने पीने को लेकर सावधानी बरतें।
- अपने स्पीड डायल पर पुलिस हेल्प लाइन नंबर रखें।
ऊपर दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। इसलिए किसी भी दवा या सप्लिमेंट का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें।