5.एक्जिमा (Eczema)
हाथ पर रैशेज (Rashes On Hands) होने का कारण एक्जिमा भी हो सकता है। एक्जिमा को एक्टोपिक डर्मेटाइटिस भी कहा जाता है। यह एक क्रोनिक स्किन कंडिशन है। इसकी वजह से स्किन पर स्केली पैचेज हो जाते हैं। ये बाकी स्किन की तुलना में या तो हल्के होते हैं या फिर डार्क। ये पैचेज पूरी बॉडी पर हो सकते हैं या किसी एक हिस्से पर जैसे कि हाथ। इन रैशेज में खुजली होती है और त्वचा के ड्राय होने पर या कोल्ड वेदर में ये स्थिति और भी बुरी हो जाती है। एक्जिमा बड़ों की तुलना में बच्चों में अधिक कॉमन है।
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6.सोरायसिस (Psoriasis)
सोरायसिस एक ऑटोइम्यून बीमारी है जो त्वचा कोशिकाओं के अतिवृद्धि का कारण बनती है। यह चकत्ते, सूजन, और उभरी हुई, पपड़ीदार, त्वचा के पैच का कारण बन सकता है जिसे प्लाक कहा जाता है। यह स्थिति शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। यह हाथ पर रैशेज (Rashes On Hands) का कारण भी बन सकती है। हाथों पर सोरायसिस नाखूनों को भी प्रभावित कर सकता है। जिन लोगों के हाथों में ये कंडिशन होती है, वे कहीं और जैसे खोपड़ी पर दाने विकसित कर सकते हैं। सोरायसिस का कोई इलाज नहीं है, लेकिन कुछ दवाएं इस स्थिति को प्रबंधित करने में मदद कर सकती हैं।
7.सनबर्न (Sunburn)
सनलाइट का एक्सपोजर बॉडी के किसी भी पार्ट पर सनबर्न का कारण बनता है। जिसमें हाथ पर शामिल हैं। कपड़ों से हाथों को ठीक से कवर नहीं किया जा सकता। इसलिए जरूरी है कि हाथों को दोनों तरफ से अच्छी तरह से सनस्क्रीम से कवर किया जाए। जिसमें उंगलियां और कलाई भी शामिल है। सनबर्न खुजली का कारण भी बनता है। लाइट स्किन कॉम्प्लेक्शन वाले लोगों को सनबर्न अधिक प्रभावित करता है।
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9.पीलिंग स्किन सिंड्रोम्स (Peeling skin syndromes)
कई आनुवंशिक स्थितियों के कारण उनके हाथों की त्वचा लगातार छिल सकती है। यह पीलिंग अक्सर दर्द रहित होती है, लेकिन इसके परिणामस्वरूप सूजन, स्किन डिसकलरेशन और डिसकंफर्ट हो सकता है। गर्मियों के दौरान या बार-बार हाथ धोने या पानी के संपर्क में आने के बाद पीलिंग जैसी कंडिशन और खराब हो सकती है।
10.लाइकेन प्लानस (Lichen Planus)
लाइकेन प्लानस एक आम सूजन वाली त्वचा की स्थिति है। यह सूजन, डिसकलरेशन और बम्प्स का कारण बनता है। यह मुंह और खोपड़ी सहित शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है, लेकिन कुछ लोगों को सबसे पहले अपनी कलाई या हाथों पर रैशेज दिखाई देते हैं।
11.सेल्युलाइटिस (Cellulitis)
सेल्युलाइटिस त्वचा की गहरी परतों पर होने वाला जीवाणु संक्रमण है। यदि बैक्टीरिया त्वचा में प्रवेश करते हैं, तो यह सेल्युलाइटिस का कारण बन सकता है।
बीमारिया या इंजरीज बैक्टीरिया को त्वचा में प्रवेश करने की अनुमति दे सकती है। एक व्यक्ति को मामूली चोट लगने के बाद भी सेल्युलाइटिस हो सकता है, जैसे कि रेजर या मधुमक्खी के डंक से कट जाना। सेल्युलाइटिस एक रैश जैसा हो सकता है। यह सूजा हुआ और फीका पड़ा हुआ दिखता है, लेकिन यह एक खतरनाक संक्रमण है जो जल्दी फैल सकता है।
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हाथ में रैशेज का इलाज क्या हो सकता है? (Treatment of rashes on hands)

उपचार रैशेज के कारण पर निर्भर करता है। आमतौर पर घर पर कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस और एक्जिमा जैसी छोटी स्थितियों का इलाज करना सुरक्षित होता है। सबसे आम उपचार में शामिल हैं:
इससे कैसे बच सकते हैं?
सभी रैशेज को रोकना संभव नहीं है। हालांकि, नीचे कुछ टिप्स दी गई हैं जो मदद कर सकती हैं:
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