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स्कैल्प को प्रभावित करने वाली कंडीशन : एंड्रोजेनेटिक एलोपीसिया (Androgenetic alopecia)
एंड्रोजेनेटिक एलोपीसिया (Androgenetic alopecia) भी एक प्रकार की हेल्थ कंडीशन है। इस कंडीशन के कारण पुरुषों में तेजी से बालों का झड़ना शुरू हो जाता है। पुरुषों में हेयरलाइन में बाल तेजी से गिरने लगते हैं और कुछ समय बाद पूर्ण रूप से गंजापन भी हो सकता है। कुछ लोगों में गंजापन आंशिक होता है। वहीं महिलाओं में इस कंडीशन के कारण पूरे स्कैल्प के बाल पतले हो जाते हैं। ऐसे में डॉक्टर ट्रीटमेंट के तौर पर हेयर ट्रांसप्लांट या फिर मेडिसिन (मिनोक्सिडिल) लेने की सलाह देते हैं। अगर आपके बाल भी तेजी से गिर रहे हैं, तो आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। बालों का गिरना कई हेल्थ कंडीशन से जुड़ा हुआ हो सकता है। डॉक्टर जांच के बाद ही आपको जानकारी दे सकते हैं कि आखिरकार आपके बाल क्यों तेजी से गिर रहे हैं।
स्कैल्प को प्रभावित करने वाली कंडीशन :टीनिया कैपिटस (Tinea capitis)
यह एक प्रकार का दाद है, जो कि फंगल इंफेक्शन के कारण होता है। इस इंफेक्शन के कारण खोपड़ी में टीनिया कैपिटिस की समस्या हो जाती है। इस कारण से स्कैल्प में बहुत ज्यादा डैंड्रफ हो जाता है और साथ ही ड्राय स्केलिंग भी दिखाई पड़ती है। लोगों के बाल भी झड़ना शुरु हो जाते हैं। साथ ही खोपड़ी में पीली पपड़ी भी दिखाई देती है। उलझे हुए बाल होना, फोड़े के समान समस्या पैदा हो जाना और खुजली होना आदि इन्फेक्शन के लक्षण होते हैं। ऐसे में डॉक्टर बीमारी की जांच करने के बाद एंटीफंगल एजेंट लेने की सलाह देते हैं। साथ ही डॉक्टर एंटीफंगल शैंपू भी दे सकते हैं, जिससे की खोपड़ी के उस हिस्से को साफ और सूखा रखा जा सके। अगर आपको खोपड़ी में इस प्रकार की समस्या महसूस होती है, तो बेहतर होगा कि तुरंत इलाज कराएं। फंगल इंफेक्शन को ट्रीट करने के लिए एंटीफंगल एजेंट बहुत जरूरी होता है।
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स्कैल्प को प्रभावित करने वाली कंडीशन : एलर्जिक कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस (Allergic contact dermatitis )
एलर्जिक कॉन्टैक्ट डर्मेटाइटिस (Allergic contact dermatitis) कंडीशन के कारण भी सिर की त्वचा में समस्या पैदा हो जाती है। जब सिर कि त्वचा किसी अलग एलर्जन के कांटेक्ट में आती है, तो उस स्थान पर दाने हो जाते हैं। यह सूजन की समस्या भी पैदा करते हैं और बाद में वाटरी ब्लिस्टर्स भी बन जाते हैं। अगर यह वाटर ब्लिस्टर फूट जाते हैं, तो समस्या हो जाती है, जो कि उस क्षेत्र को गहरे रंग का कर देता है। ऐसे में इस समस्या का ट्रीटमेंट बहुत जरूरी है। एलर्जमन को पहचान कर उससे दूर रहना बहुत जरूरी हो जाता है। डॉक्टर यह चेक करते हैं कि आखिरकार यह समस्या क्यों पैदा हुई है और उसके बाद ट्रीटमेंट देते हैं।
स्कैल्प को प्रभावित करने वाली कंडीशन : फोलिक्युलिटिस (Folliculitis)
यह भी एक प्रकार का इंफेक्शन है, जो कि हेयर फॉलिकल को प्रभावित करता है। ये संक्रमण बैक्टीरिया या फिर फंगल इंफेक्शन के कारण पैदा हो सकता है। इस कारण से हेयर फॉलिकल वाले स्थान में सूजन पैदा हो जाती है। इसके कारण बढ़ते हुए बाल प्रभावित होते हैं। हेयर फॉलिकल वाले स्थान में रेड या वाइट पिंपल जैसा दिखने लगता है। साथ ही खुजली की समस्या शुरू हो जाती है। शेविंग या फिर टाइट कपड़े भी इस समस्या को बढ़ा देते हैं। जिस एरिया में आपको यह समस्या हुई है, वहां पर वार्म कंप्रेस एप्लाई करना चाहिए। ऐसा करने से बहुत राहत मिलती है। साथ ही डॉक्टर की सलाह से एंटीबायोटिक मेडिसिन भी लेनी चाहिए।
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हमने आपको यहां उन कंडीशन के बारे में बताया है, जिससे की खोपड़ी की स्किन प्रभावित होती है। अगर आपको खोपड़ी में अचानक से खुजली की समस्या बढ़ गई है या फिर सफेद पपड़ी दिखने लगी है और तेजी से बाल भी झड़ रहे हैं, तो ऐसे में इग्नोर नहीं करना चाहिए। आपको तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए। डॉक्टर जांच के बाद बताएंगे कि आपको कौन-सी हेल्थ कंडीशन है और साथ ही उसका ट्रीटमेंट भी करेंगे।
इस आर्टिकल में हमने आपको स्कैल्प को प्रभावित करने वाली कंडीशन (Health Conditions That Affect The Scalp) के बारे में अहम जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको स्किन कंडीशन के संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हैलो हेल्थ की वेबसाइट में आपको अधिक जानकारी मिल जाएगी।