डीहायड्रेशन (Dehydration)
शिशु के चेहरे पर रूखी त्वचा का एक कारण डीहायड्रेशन या बहुत ठंडा वातावरण दोनों हो सकता है। ठंडा और सूखा वातावरण त्वचा की नमी सोख लेता है और स्किन पीलिंग का कारण बन सकता है। ऐसे में ब्रेस्टमिल्क नवजात शिशुओं को हायड्रेटेड और हेल्दी रखने का सबसे अच्छा सॉल्यूशन है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन एक्सक्लूसिव ब्रेस्टफीडिंग रिकमंड करता है। यानी 6 महीने तक कोई दूसरा फूड या लिक्विड नहीं सिर्फ ब्रेस्टमिल्क।
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एल्कोहॉल बेस्ड प्रोडक्ट्स (Alcohol based products) का उपयोग

कई बार पेरेंट्स जाने अनजाने में ऐसे स्किन प्रोडक्ट्स का उपयोग शिशुओं की स्किन पर करते हैं जो ड्रायनेस का कारण बनता है। एल्कोहॉल बेस्ड लोशन, क्रीम या सोप का उपयोग शिशु के चेहरे पर रूखी त्वचा का कारण बन सकता है। ये प्रोडक्ट्स स्किन की बाहरी परत को रूखा कर देते हैं।
इथियोसिस (Ichthyosis)
इथियोसिस आनुवंशिक त्वचा स्थितियों का एक समूह है जो स्किन पीलिंग और ड्रायनेस का कारण बनता है जो अक्सर गंभीर होता है। शब्द ‘इथियोसिस’ ग्रीक शब्द ‘इथिसिस’ से आया है – जिसका अर्थ है मछली – क्योंकि इस स्थिति वाले लोगों की त्वचा पपड़ीदार होती है। इथियोसिस वल्गरिस (Ichthyosis vulgaris) इस स्थिति का सबसे हल्का रूप है जो शैशव या बचपन के दौरान विकसित होता है।
डॉक्टर इथियोसिस यह पता लगाने की कोशिश करते हैं यदि यह परिवार के चिकित्सा इतिहास और शारीरिक परीक्षण के आधार पर जन्म के समय मौजूद है। वे स्थिति की पुष्टि करने के लिए रक्त या त्वचा का सैम्पल भी मांग सकते हैं।
इथियोसिस का कोई इलाज नहीं है, लेकिन कई टॉपिकल क्रीम सूखापन को दूर करने और अन्य लक्षणों को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं। हालांकि, जब तक त्वचा विशेषज्ञ या बाल रोग विशेषज्ञ द्वारा निर्धारित नहीं किया जाता है, तब तक ओवर-द-काउंटर (ओटीसी) उपचार का उपयोग न करें।
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एक्जिमा (Eczema)