परिचय
हम हर काम अपने हाथ और उंगलियों की मदद से करते है। चाहे वो कुछ खाना हो या पीना, पढ़ना हो या लिखना हो या अन्य कोई और काम। अगर हमारे हाथ या उंगलियों में कोई समस्या हो या चोट लग जाए तो जीवन मुश्किल हो सकता है। हाथ की यह चोट फ्रैक्चर, इंफेक्शन, मोच या आर्थराइटिस जैसी गंभीर स्थितियां भी हो सकती हैं। एक बार आप उंगली में हो रही दर्द का कारण जान जाएं, तो उसके बाद उसका उपचार आसानी से किया जा सकता है। अगर उंगली में चोट गंभीर हो तो उसे तुरंत मेडिकल जांच की आवश्यकता होती है।
उंगली में चोट (Finger injury) के प्रकार
- कट, खरोंच और नील पड़ना : यह बहुत ही सामान्य उंगलियों में लगने वाली चोट है।
- उंगली का जाम होना : जब एक सीधी उंगली या अंगूठे को एकदम चोट लगती है तो वो जाम हो सकती है जैसे खेलते हुए गेंद का लगना। इस स्थिति को दर्दनाक गठिया कहा जाता है।
- उंगलियों का चकनाचूर होना : यह चोट आमतौर पर कार के दरवाजे या अन्य किसी चीज़ से लग सकती है। इससे उंगली के अंत में कुछ कट या खून वाले छाले हो सकते हैं। कई बार इसमें नाख़ून भी खराब हो सकते हैं।
- उंगली के नाख़ून में चोट : अगर नाख़ून कट जाता है तो इस में टांके लगाने की आवश्यकता होती है।
- सबंगुअल हेमाटोमा( नाख़ून के नीचे खून का थक्का) : इस स्थिति का कारण हो सकता है जब उंगलियां किसी भारी चीज़ के नीचे जा जाए। इससे नाख़ून के नीचे खून का थक्का जम सकता है और यह दर्दनाक हो सकता है।
- डिस्लोकेशंस : जब उंगली की स्थिति बदल गयी हो।
- फ्रैक्चर : फ्रैक्चर जब उंगली टूट जाती है, तब होता है।
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लक्षण
उंगली में चोट (Finger injury) के लक्षण इस प्रकार हैं:
- उंगली में सूजन
- उंगली का सख्त होना।
- नील आना।
- उंगली को हिलाने या मोड़ने में मुश्किल होना।
- उंगली में खून निकलना
- उंगली का विकृत होना
- उंगली में दर्द होना
- उंगली में लालिमा, मवाद भरना
- कई स्थितियों में उंगली में चोट (Finger injury) लगने से इंफेक्शन हो सकता है, जिससे बुखार भी हो सकता है
हालांकि उंगलियों में अगर कोई अन्य समस्या हो जैसे इंफेक्शन, डिस्लोकेशन आदि तो उनके लक्षण भी समान हो सकते है। इसलिए, अगर आपको कोई भी लक्षण नजर आये तो डॉक्टर से चेकअप कराना अनिवार्य है।
कारण
उंगली में चोट (Finger injury) लगने के कई कारण हैं। जैसे:
- किसी टूल से काम करने से उंगलियों को चोट लग सकती है जैसे हथोड़ा।
- अगर उंगली में तेज़ी से कोई चीज लगती है तो उससे फ्रैक्चर हो सकता है जैसे बेसबॉल। खेलते हुए भी उंगलियां टूट सकती है।
- गलती से अगर हाथ दरवाज़े में आ जाए। तो भी उंगलियों को नुकसान होता है और उंगलियां फ्रैक्चर हो सकती है।
- ऑस्टियोपोरोसिस और कुपोषण उंगलियों के टूटने की संभावना को और भी बढ़ा देती हैं।
- एक्सीडेंट आदि से भी उंगलियां फ्रैक्चर हो सकती है या टूट सकती हैं।
- उंगली का अलग होना गंभीर चोट है।
जोखिम
- जिन लोगों की हड्डियां कमजोर होती हैं, उन लोगों की उंगली में चोट लगने की संभावना अधिक रहती है।
- बुजुर्गों में कैल्शियम की कमी होने के कारण उन की उंगली में चोट लगने की संभावना अधिक रहती है।
- बच्चों की भी हड्डियां कमजोर होती है क्योंकि इस दौरान उनका विकास हो रहा होता है। इसलिए, उन्हें भी उंगली में चोट जल्दी लग सकती है।
- जो लोग हाथ से काम करते है जैसे मजदूर। उन लोगों को भी उंगली में चोट लगने की संभावना अधिक होती है।
- खेल से जुड़े व्यक्तियों को भी उंगली में चोट लगने का जोखिम अधिक रहता है। इसलिए खेल से जुड़े व्यक्तियों को इस समस्या से बचने के लिए खास ध्यान रखना चाहिए।
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उपचार
डॉक्टर रोगी के हाथ व उंगलियों को जांच कर चोट का निदान कर सकते हैं, जिसमे प्रभावित स्थान की टेस्टिंग स्ट्रेंथ, सेंसेशन और हाथ को हिलाने की क्षमता शामिल है। अगर डॉक्टर आपकी उंगली में फ्रैक्चर का अनुभव करते हैं या आपके हाथ में कोई चीज फंस गयी है जैसे कोई धातु या शीशा तो X-Ray कराया जा सकता है। उंगली में चोट का उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि चोट किस तरह की है। कुछ चोटों को घर में ठीक किया जा सकता है। लेकिन गंभीर चोटों को मेडिकल उपचार की आवश्यकता होती है।
उंगली में चोट का मेडिकल उपचार
उंगली में चोट का उपचार करने से पहले डॉक्टर एनेस्थीसिया की मदद से प्रभावित स्थान को सुन्न कर सकते हैं। ऐसा प्रभावित उंगली के पास इंजेक्शन की मदद से किया जाता है। इसके आलावा दर्द दूर करने के लिए डॉक्टर दर्द दूर करने वाली दवाईयां भी दे सकते हैं।
खुली चोट
अगर रोगी को चोट लगी है जैसे लैक्रेशन या एविलेशन तो डॉक्टर नुकसान को कम करने या हानि पहुंचने वाले तत्वों को दूर करने के लिए घाव की जांच करेंगे। घाव को साफ़ किया जाता है। इसके बाद इस स्थान में टांके लगाए जा सकते हैं। अगर उंगली के टिश्यू अलग हो गए हों तो उंगली को फिर से जोड़ा जा सकता है। टिश्यू के टुकड़े बहुत छोटे होते हैं और गंभीर रूप से नष्ट हो जाते हैं। ऐसे में उन्हें सर्जन फिर से जोड़ सकते हैं। अगर त्वचा का बड़ा टुकड़ा निकल गया हो तो स्किन ग्राफ्टिंग की मदद ली जाती है।
सबंगुअल हेमाटोमा
नाख़ून के नीचे का दर्द भरा खून का पैच ट्रेफिकेशन के द्वारा सुखाया जा सकता है। दबाव को दूर करने और रक्त की निकासी के लिए नाखून में कुछ छिद्रों को करके ट्रेफिकेशन किया जाता है।
फ्रैक्चर
उंगली की हड्डी में फ्रैक्चर हुआ हो या हड्डी डिस्लोकेट हुई हो तो टूटी हड्डी को रिडक्शन के माध्यम से ठीक किया जाता है। जब हड्डी को उसकी सही स्थिति में जोड़ दिया जाता है तो डॉक्टर X-ray करा सकते हैं और इसके बाद स्पलिंट लगाया जाता है।
स्प्लिंटिंग
फ्रैक्चर,डिस्लोकेशन, टेंडन चोट और कुछ घावों को स्लिंटिंग के माध्यम से ठीक किया जाता है। इससे उंगलियों को आराम मिलता है और वो जल्दी ठीक होते हैं।
एंटीबायोटिक्स
कुछ घावों में इंफेक्शन होने की संभावना अधिक होती है और उन्हें एंटीबायोटिक की मदद से ठीक किया जा सकता है। अगर डॉक्टर एंटीबायोटिक की सलाह देते हैं तो रोगी को बताये अनुसार ही इनका सेवन करना चाहिए। दर्द दूर करने के लिए आइबूप्रोफेन जैसी दवाई ले सकते हैं लेकिन डॉक्टर की सलाह के बिना इसे न लें।
घरेलू उपाय
- अगर आपकी उंगली में कोई चीज़ अटक गयी है जिसके कारण आपकी उंगली में चोट लगी है। जैसे शीशा या कोई धातु तो इस चीज को स्वयं निकालने की कोशिश न करें।
- जख्मी हाथ को आरामदायक स्थिति में रखें। ताकि, दर्द कम हो सके और आपके हाथ या उंगलियों को अधिक नुकसान न हो।
- अगर आपके घाव से खून निकल रहा हो तो उसे साफ़ कपडे से कवर करें। अगर फिर भी खून निकल रहा हो तो कुछ और चीज़ें इस पर लगाएं ताकि खून निकलना बंद हो।
- इस दौरान न कुछ खाएं, न पीएं।