सेबोरिक डर्मेटाइटिस एक ऐसी स्किन कंडीशन है जो स्कैल्प को प्रभावित करती है। इसके कारण स्कैल्प पर पपड़ीदार पैच रेडनेस और जिद्दी डैंड्रफ हो जाता है। सेबोरिक डर्मेटाइटिस शरीर के ऑइली हिस्सों को प्रभावित करती है जैसे कि चेहरा, नाक के किनारे, कान, पलकें, भौहें और छाती।
इलाज के बिना भी यह ठीक हो सकता है। कई बार पूरी तरह से इससे छुटकारा पाने के लिए बार-बार इलाज कराना पड़ता है। क्योंकि यह वापस आ जाता है। एक माइल्ड सोप या शैंपू की मदद से रोजाना साफ-सफाई का ध्यान रखकर ऑयलीनेस और डेड स्किन को बनने से रोका जा सकता है।
सेबोरिक डर्मेटाइटिस को डैंड्रफ, सेबोरिक एक्जिमा और सेबोरिक सोरायसिस भी कहा जाता है। शिशुओं में इस स्थिति को क्रैडल कैप कहते हैं, जिसके कारण स्कैल्प पर पपड़ीदार पैच बन जाता है।
सेबोरिक डर्मेटाइटिस (Seborrheic dermatitis) कितना आम है?
सेबोरिक डर्मेटाइटिस सबसे आम इंफ्लमटरी स्किन प्रॉब्लम है। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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सेबोरिक डर्मेटाइटिस (Seborrheic dermatitis) के लक्षण क्या हैं?
- आपकी खोपड़ी, बाल, भौं, दाढ़ी या मूंछ पर डैंड्रफ
- परतदार त्वचा या स्कैल्प , चेहरे, नाक, भौं, कान, पलकें, छाती, बगल, कमर का हिस्सा या स्तनों के नीचे की तरफ परतदार सफेद या पीली- पपड़ी से ढंकी त्वचा
- रेड स्किन
- खुजली
- यदि आप तनाव में हैं, तो संकेत और गंभीर हो सकते हैं, और वे ठंड, ड्राय मौसम में बढ़ जाते हैं।
ऊपर बताए गए लक्षणों के अतिरिक्त कुछ अन्य लक्षण भी हो सकते हैं। यदि आपको इनमें से कोई लक्षण नजर आए तो कृपया अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
मुझे अपने डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
यदि आपको इनमें से कोई भी दिक्क्त है, तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:
- आप इतने अनकम्फर्टेबल हैं कि ठीक से सो भी नहीं पा रहे हैं और रोज के कामों में भी मन नहीं लग रहा।
- आपकी स्थिति शर्मिंदगी और चिंता का कारण बन रही है।
- आपको लगने लगे कि आपकी स्किन में इंफेक्शन हो गया है।
- खुद से देखभाल करने का भी कोई फायदा न हो।
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सेबोरिक डर्मेटाइटिस (Seborrheic dermatitis) के क्या कारण हैं ?
डॉक्टर अभी तक सेबोरिक डर्मेटाइटिस का सटीक कारण नहीं जानते हैं। हालांकि, इसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं-
- एक फंगस जिसे मलेसेजिया कहते हैं और यह स्किन पर ऑइल से बनता है।
- इम्यून सिस्टम में असंतुलन की वजह से ।
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जोखिम
सेबोरिक डर्मेटाइटिस (Seborrheic dermatitis) होने का खतरा कब बढ़ सकता है ?
सेबोरिक डर्मेटाइटिस के कई रिस्क फैक्टर हैं, जैसे:
- न्यूरोलॉजिक और मनोरोग संबंधी स्थिति, जैसे पार्किंसंस रोग और डिप्रेशन
- इम्म्यूनिटी वीक होना जो कि ऑर्गन ट्रांसप्लांट, एच आई वी / एड्स, और कैंसर पीड़ित में देखा जा सकता है।
- हार्ट अटैक जैसी किसी बीमारी की रिकवरी के बाद।
- दवाओं के कारण ।
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निदान और उपचार
प्रदान की गई जानकारी किसी भी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
कैसे सेबोरीक डर्मेटाइटिस का निदान किया जाता है?
डॉक्टर आपकी स्किन को देख कर ही सेबोरिक डर्मेटाइटिस का पता लगा सकता है। इसके लिए वह आपकी स्किन के ऊपर की डेड स्कीन को कुरेद कर यह देखेगा कि आपके लक्षण सेबीरिक डर्मेटाइटिस के हैं या नहीं :
- इस डिसॉर्डर में सर में डैंड्रफ, रेड स्किन और पैचेस नजर आते हैं।
- एटोपिक डर्मेटाइटिस (एक्जिमा): इसमें खुजली, स्किन पर रडनेस खासकर कोहनी, घुटने के नीचे और गर्दन के पीछे। यह बार- बार वापस भी आता है।
- टीनेया वेर्सिकलर। यह रैशेस ट्रंक पर दिखाई देते हैं लेकिन आमतौर पर सेबोरिक डर्मेटाइटिस पैच की तरह लाल नहीं होता है। यह आमतौर पर चेहरे पर होता है। इसमें ज्यादा खुरदरापन भी नहीं होता ।
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सेबोरिक डर्मेटाइटिस (Seborrheic dermatitis) का इलाज कैसे किया जाता है ?
कभी-कभी सेबोरिक डर्मेटाइटिस खुद ही ठीक हो जाता है तो कभी- कभी लंबे समय तक परेशान करता है। यह बार – बार आता जाता है लेकिन, इसे त्वचा की अच्छी देखभाल के साथ कंट्रोल किया जा सकता है।
जिनके स्कैल्प पर सेबोरिक डर्मेटाइटिस है वो एंटी डैंड्रफ शैम्पू का इस्तेमाल कर सकते हैं। जिनमें यह इंग्रीडिएंट शामिल होने चाहिए :
- कोल तार
- कीटोकोनाजोल (ketoconazole)
- सलिसीक्लिक एसिड
- सेलेनियम सल्फाइड
- जिंक पाइरिथियोन
जिन बच्चों में क्रैडल कैप की समस्या हो उनके स्कैल्प को शैम्पू और गर्म पानी से हर दिन धोएं लेकिन, अगर ठीक न हो तो किसी डॉक्टर को दिखाएं जो आपको मेडिकेटेड शैम्पू देगा। बच्चे के स्कैल्प को ज्यादा रगड़े नहीं नहीं तो छिल सकता है। इसे धीरे -धीरे बेबी ब्रश से साफ करें।
अगर चेहरे और स्किन पर हो तो इंफेक्टेड एरिया की नियमित साफ- सफाई करें। सनलाइट इंफेक्शन को बढ़ने से रोकती है। इसलिए बाहर भी निकले लेकिन , सनस्क्रीम का उपयोग करना न भूलें।
अन्य उपचारों में शामिल हैं:
- एंटीफंगल प्रोडक्ट
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड लोशन
- प्रिस्क्रिप्शन- मेडिकेटेड शैम्पू
- सल्फर प्रोडक्ट
अच्छे परिणाम के लिए ट्रीटमेंट के साथ लाइफस्टइल में बदलाव भी जरूरी है।
यदि आप शैम्पू के अलावा कोई ट्रीटमेंट ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर से मिलते रहिए। ज्यादा इस्तेमाल से साइडइफेक्ट भी हो सकते हैं।
यदि सेबोरिक डर्मेटाइटिस ठीक नहीं होता है और दर्द के साथ रेडनेस और सूजन आ जाएं या इंफेक्टेड एरिया में पस पड़ जाए तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचार
निम्नलिखित बदलाव और घरेलू उपचार इस बीमारी से निपटने में मदद कर सकते हैं:
- अपने सिर को नियमित रूप से धोएं
अगर रेगुलर शैम्पू से आराम न मिले तो एंटी डैंड्रफ शैम्पू का इस्तेमाल करें। इन्हें इनके एक्टिव इंग्रीडिएंट के आधार पर क्लासीफाइड किया जाता है:
- सेलेनियम सल्फाइड (सेल्सुन ब्लू)
- कीटोकोनाजोल (निजोरल ए-डी)
- टार (न्यूट्रोगेना टी / जेल, डीएचएस टार)
- सैलिसिलिक एसिड (न्यूट्रोगेना टी / सैल)
- किसी प्रोडक्ट का उपयोग तब तक करें जब तक कि लक्षण कम न होने लगें, और फिर आवश्यकतानुसार सप्ताह में एक से तीन बार इसका उपयोग करें। शैम्पू जिसमें टार होता है, वह हल्के रंग के बालों को बेरंग कर सकता है।
- यदि एक प्रकार का शैम्पू एक समय के लिए काम करता है और फिर अपनी प्रभावशीलता खो देता है, तो दो या अधिक प्रकारों के शैम्पू बारी-बारी से ट्राई करें।
- एक निश्चित समय तक ही इन शैम्पू का इस्तेमाल करें और फिर बंद कर दें। इसके अलावा ये शैम्पू चेहरे ,कान और सीने पर पर धीरे-धीरे लगाएं।
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अन्य घरेलू उपचार :
निम्नलिखित घरेलू उपचार आपको सेबोरिक को नियंत्रित करने में मदद करते हैं।
- बालों से परत या स्किन फ्लेक्स को हटाने के लिए मिनरल ऑयल जैसे कि जैतून के तेल का इस्तेमाल करें। थोड़ी देर बाद कंघी करें और फिर धो लें।
- अपनी त्वचा को नियमित रूप से धोएं। साबुन को अपने शरीर और स्कैल्प पर लगाएं और फिर साफ करें। केमिकल वाले साबुन से बचें और मॉइस्चराइजर का उपयोग करें।
- किसी मेडिकेटेड क्रीम का इस्तेमाल करें। पहले कॉर्टिकोस्टेरॉइड क्रीम ट्राई करें अगर फायदा न हो तो तो एंटीफंगल क्रीम केटोकोनाजोल को आजमाएं , इसे आंखों से दूर रखें।
- हेयर स्टाइलिंग उत्पादों से बचें। जब आप इलाज कर रहे हों तो हेयर स्प्रे, जेल और अन्य स्टाइलिंग उत्पादों का उपयोग करना बंद कर दें।
- त्वचा और बालों के लिए एल्कोहॉल युक्त पदार्थों का इस्तेमाल न करें। इससे परेशानी बढ़ सकती है।
- सूती कपड़े पहने इससे शरीर को हवा लगती रहती है और जलन कम होती है।
- यदि आपकी दाढ़ी और मूंछे हैं जिनमें भी सेबोरिक डर्मेटाइटिस (Seborrheic dermatitis) हो गया है तो नियमित रूप से चेहरे के बालों को शैम्पू करें क्योंकि यह ऐसी जगह यह बहुत ही बदतर हो जाता है।
- धीरे से अपनी पलकों को साफ करें। यदि आपकी पलकों में लालिमा या स्केलिंग के लक्षण दिखते हैं, तो उन्हें हर रात बेबी शैम्पू से धोएं और कॉटन से साफ करें।
- अपने बच्चे के स्कैल्प को धीरे से धोएं। यदि आपके शिशु को क्रैडल कैप है, तो दिन में एक बार स्कैल्प को होममेड बेबी शैम्पू से धोएं। शैम्पू से धोने से पहले ब्रश की सहायता से स्कैल्प को साफ करें। धुलने के कुछ घंटों पहले तेल लगाकर स्केलिंग या फ्लैक्स को नरम कर लें।
यदि आपके कोई प्रश्न हैं, तो बेहतर समाधान के लिए कृपया अपने चिकित्सक से परामर्श करें।