के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
आत्महत्या या सुसाइड टेंडेंसी (Suicidal Tendency) एक व्यक्तिगत निजी फैसला होता है। जिसकी वजह से लोग अपनी खुद की जान दे देते हैं। इसका सबसे बड़ा कारण तनावपूर्ण जीवन होता है। अगर आपको किसी के भी साथ सुसाइड के लक्षण देखते हैं, तो आप उस व्यक्ति को सुसाइड करने से रोक सकते हैं।
जब लोगों को लगता है कि उनकी परेशानियों को दूर करने के लिए कोई दूसरा रास्ता नहीं बचा है तो वे सुसाइड का फैसला कर सकते हैं। लेकिन ऐसी स्थितियों से निकलकर आप खुद को सुरक्षित रख सकते हैं और दोबारा अपने जीवन का आनंद ले सकते हैं।
हर साल विश्व भर में एक लाख से अधिक लोग सुसाइड करते हैं। वैश्विक स्तर पर सुसाइड का आंकड़ा प्रति 1 लाख में से 16 व्यक्ति है। दुनिया में औसतन, हर 40 में एक व्यक्ति सुसाइड करता है। दुनिया में होने वाली लगभग 1.8 फीसदी मौतें आत्महत्या की वजह से होती है। पिछले 45 सालों से वैश्विक स्तर पर आत्महत्या का मामला 60 फीसदी तक बढ़ा है।
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सुसाइड टेंडेंसी के सामान्य लक्षणों की पहचान इनसे की जा सकती हैः
ध्यान रखें कि हर किसी व्यक्ति में इसके लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। कुछ लोगों की इन स्थितियों के बारे में आसानी से पता लगाया जा सकता है, जबकि कुछ लोग अपनी स्थितियों के बारे में कोई बात नहीं करते हैं। वे आमतौर पर अपनी भावनाओं को सीक्रेट के तौर पर रखते हैं।
सुसाइड के सारे लक्षण ऊपर नहीं बताए गए हैं। अगर आपको इसके लक्षणों के बारे में कोई सवाल है, तो इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
अगर आपको आत्महत्या जैसे ख्याल आ रहे हैं, लेकिन आप खुद को तुरंत नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते हैं तोः
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मन में आत्महत्या के विचार आने के कई कारण हो सकते हैं। जिनमें से अधिकतर, आत्महत्या के विचार उन स्थितियों की वजह से आते हैं जिनका सामना हम नहीं कर सकते हैं या वो उम्मीदों को तोड़ने वाले होते हैं। कई स्थितियों में कुछ लोगों के पास भविष्य के लिए कोई आशा या उम्मीद नहीं रहती है, जिसकी वजह से वो आत्महत्या का प्रयास करने लगते हैं।
कई बार आत्महत्या के आनुवंशिक लिंक भी हो सकते हैं। जो लोग आत्महत्या करते हैं या जिनके पास आत्मघाती विचार या व्यवहार होते हैं, उनके परिवार में आत्महत्या का इतिहास हो सकता है।
आंकड़ों के मुताबिक, महिलाएं आत्महत्या के लिए अधिक प्रयास करती हैं। लेकिन, महिलाओं की तुलना में पुरुषों में आत्महत्या करने की अधिक संभावना होती है क्योंकि वे आमतौर पर अधिक प्रभावी तरीकों का उपयोग करते हैं, जैसे कि बंदूक।
आपको आत्महत्या का खतरा हो सकता है अगर आप:
प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
आपकी शारीरिक और मानसिक स्थिति के आधार पर आपके डॉक्टर आपके लक्षणों की पहचान कर सकते हैं। आपकी स्थिति कितनी खतरनाक हो सकती है इसके बारे में वो आपके व्यक्तिगत इतिहास और पारिवारिक इतिहास की जानकारी भी ले सकते हैं।
आपके निदान के दौरान आपका डॉक्टर आपसे निजी बातों को जानेंगे। आपके मन में आत्महत्या के ख्याल कब से आ रहें हैं, क्यों आ रहे हैं इनकी जानकारी लेंगे। वे आपसे आपकी और आपके परिवार की पिछली और मौजूदा स्वास्थ्य स्थितियों के बारे में बात करेंगे। इससे उन्हें आपके लक्षणों के निदान के लिए मदद मिलेगी।
इस दौरान वे कुछ बातों का मूल्याकंन भी करेंगेः
व्यक्ति के आत्मघाती विचारों और व्यावहारों के अनुसार उसका इलाज किया जा सकता है। सुसाइड के ज्यादातर मामलों में, उपचार में टॉक थेरेपी और दवाएं शामिल हो सकती हैं।
टॉक थेरेपी
टॉक थेरेपी को मनोचिकित्सा के रूप में भी जाना जाता है। यह आत्महत्या करने के जोखिम को कम करने के लिए सबसे मददगार उपचार विधि होती है। कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी (सीबीटी) (Cognitive behavioral therapy) टॉक थेरेपी का एक रूप है जो अक्सर उन लोगों के लिए उपयोग किया जाता है जो आत्महत्या के विचार रखते हैं। इस थेरेपी की मदद से यह सिखाया जाता है कि तनावपूर्ण जीवन की घटनाओं और भावनाओं को कैसे कम किया जा सकता है। सीबीटी नकारात्मक विचारों को सकारात्मक लोगों के साथ बदलने में भी मदद कर सकता है और आपके जीवन में संतुष्टि और नियंत्रण की भावना वापस ला सकता है।
मेडिकेशन
अगर टॉक थेरेपी इसके इलाज के लिए असफल होती है, तो दवाओं का सहारा लिया जा सकता है जो शारीरिक और मानसिक स्थिति को बदलने में मददगार हो सकती हैं। इस दौरान आपको निम्न दवाओं की सलाह दी जा सकती हैः
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लाइफस्टाइल में बदलाव और घरेलू उपाय निम्न प्रकार से हैं जो आपको आत्महत्या के विचार से छुटकारा दिला सकते हैं:
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आत्मघाती विचारों को रोकने में मदद करने के लिए, आपको निम्न कदम उठाने चाहिए:
उम्मीद करते हैं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा और सुसाइड टेंडेंसी से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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