जानिए मूल बातें
थ्रोट कैंसर (Throat cancer) किसे कहते हैं?
थ्रोट कैंसर (गले का कैंसर) में आवाज, वोकल कॉर्ड्स और गले के अन्य भागों की हानि शामिल है। थ्रोट कैंसर (Throat cancer) को दो वर्गों में विभाजित किया जा सकता है: फैरिन्जियल और लेरिन्जियल ।
थ्रोट कैंसर (Throat cancer) कितना सामान्य है?
थ्रोट कैंसर (Throat cancer) काफी सामान्य है, हालांकि अन्य कैंसर की तुलना में असामान्य स्थिति है। थ्रोट का कैंसर महिलाओं की तुलना में पुरुषों में अधिक होता है।
राष्ट्रीय कैंसर संस्थान द्वारा अनुमान लगाया गया है कि आज तक 1.1% वृद्धों में फैरिन्जियल का निदान पाया गया है; और लगभग 0.4% पुरुषों और महिलाओं को लेरिन्जियल कैंसर का निदान किया जाएगा।
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जानिए लक्षण
थ्रोट कैंसर (Throat cancer) के लक्षण क्या हैं?
थ्रोट कैंसर (Throat cancer) यानी गले के कैंसर के शुरुआती चरण में इस कैंसर का पता लगाना काफी कठिन होता है।
थ्रोट कैंसर के सामान्य संकेत और लक्षणों में शामिल हैं:
- आवाज में बदलाव, स्वर बैठना या स्पष्ट रूप से न बोल पाना,
- खाना निगलने में कठिनाई होना,
- अचानक वजन घटना,
- हमेशा गले में खराश होना,
- हमेशा गले को साफ करने की आवश्यकता महसूस होना,
- लगातार खांसी आना (खून भी खांसी हो सकती है);
- गर्दन में सूजन आना लिम्फ नोड्स;
- गले में घरघराहट होना होना,
- कान में दर्द होना।
इसके अलावा, जिन्हें थ्रोट कैंसर (Throat cancer) हुआ है, उनके अनुभव अनुसार, कॉम्प्लीकेशन्स में शामिल हो सकते हैं:
- खाना निगलने में कठिनाई,
- गर्दन या चेहरे पर विरूपता महसूस होना,
- बोलने में असमर्थत महसूस होना,
- सांस लेने मे तकलीफ होना,
- गर्दन के चारों ओर त्वचा सख्त होना,
- लगातार बोलने में तकलीफ होना।
अगर ऊपर दिए गए लक्षणों में से कोई लक्षण आपको महसूस हो रहे हैं तो अपने डॉक्टर से जरूर बात करें। हर किसी का शरीर अलग तरह से काम करता है।
मुझे अपने डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
अगर आपको कोई नए संकेत दिखाई दे, या इन लक्षणों में से कोई ज्यादा समय या दो हफ्तों से ज्यादा तक महसूस हो तो आपको डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
हर किसी का शरीर अलग तरह से काम करता है। अपने डॉक्टर के साथ चर्चा करे और कौन सा सुझाव और उपचार आपके लिए ठीक है यह तय करें।
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जानिए थ्रोट कैंसर के कारण
थ्रोट कैंसर का कारण (Cause of Throat Cancer) क्या है?
हालांकि थ्रोट कैंसर के कोई कारण अभी भी पता नहीं चला है। इन कैंसर टिश्यू तब विकसित होते हैं जब जेनेटिक म्युटेशन टिश्यू को बढ़ाने से नहीं रोकते है। साथ ही उसका रूपांतर ट्यूमर में हो जाने के बाद बाकि शरीर के अन्य अंगो में फैल सकता है। कुछ जोखिमों के कारण कोशिकाओं में जेनेटिक म्यूटेशन होने का खतरा हो सकता है जिसमे शामिल हैं, धूम्रपान, मानव पेपिलोमावायरस (एच.पी.वी) इंफेक्शन, एस्बेस्टस या शराब ज्यादा मात्रा में विषाक्त पदार्थों के संपर्क।
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खतरे
किन चीजों के कारण थ्रोट कैंसर (Throat Cancer) बढ़ने का खतरा होता है?
जीवनशैली की कुछ आदतों के कारण थ्रोट कैंसर का बढ़ने की जोखिम होती है, इसमें शामिल है:
- शराब पीने की आदत होना,
- विटामिन की कमी होना,
- एस्बेस्टोस को एक्सपोजर मिलाना,
- दांत की अच्छे से ख्याल न रखना,
- धूम्रपान और तम्बाकु का सेवन करना,
- ज्यादा शराब पीना,
- ह्यूमन पेपिलोमावायरस (एच.पी.वी) का इंफेक्शन होना,
- आहार में फलों और सब्जियों की कमी होना,
- जी.ई.आर.डी (GERD)।
नीचे दी गई जानकारी किसी भी वैद्यकीय सुझाव का पर्याय नहीं है, इसलिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
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निदान और उपचार
थ्रोट कैंसर (गले का कैंसर) का निदान कैसे करते हैं?
थ्रोट कैंसर (Throat Cancer) के ज्यादातर लक्षण कैंसर के लक्षणों जैसे नहीं होते हैं, इसलिए आपके डॉक्टर संभवतः पहले बाकि सामान्य कारणों की जांच कर सकते हैं। आपसे आपके लक्षणों और मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पूछा जाएगा। यदि आपको गले में खराश, आवाज बैठना और बिना किसी सुधार के लगातार खांसी की परेशानी हो रही है, तो गले के कैंसर हो सकता है।
आपका डॉक्टर यह देखने के लिए अपने गले के नीचे एक लंबी लचीली ट्यूब डालकर लेरिन्गोस्कोपी कर सकता है। जिससे पता चलेगा की उसमे कोई परेशानी है या नहीं। आपके गले का एक नमूना लेके टेस्ट किया जाएगा। यदि यह आपके थ्रोट कैंसर टिश्यू को दर्शाता है, तो उन टिश्यू को ज्यादा टेस्ट्स के तहत तय करने के लिए रखा जाएगा कि कैंसर किस चरण तक पहुंच गया है। इन चरणों में शामिल हैं:
- स्टेज 0: ट्यूमर गले के ऊतक पर हावी नहीं हुआ है।
- स्टेज 1: ट्यूमर का आकर 2 सेमी से कम है और गले तक सीमित है।
- स्टेज 2: ट्यूमर 2 सेमी से ज्यादा पर 4 सेमी से कम, लेकिन फिर भी गले तक सीमित है।
- स्टेज 3: ट्यूमर 4 सेमी से बड़ा हो गया है और आस-पास के टिश्यू और अंगों में फैल गया है।
- चरण 4: ट्यूमर आपके लिम्फ नोड्स और / या दूर के अंगों में फैल गया है।
इस बीमारी का उपचार कैसे करते हैं?
थ्रोट कैंसर का उपचार ऐसे किया जा सकता है:
- सर्जरी (Surgery): अगर आपको केवल एक छोटा ट्यूमर है, तो आपका डॉक्टर इसे सर्जरी द्वारा निकाल सकते हैं। यह प्रक्रिया तब की जाएगी जब आपको ये बीमारी गंभीर न हो।
- रेडिएशन थेरिपी (Radiation therapy): इस इलाज में कैंसर के घातक टिश्यू को नष्ट करने के लिए हाई एनर्जी किरणों का उपयोग करते हैं। इसे ट्यूमर के निकल ने के बाद पीछे छोड़ी गई किसी भी कैंसर टिश्यू को नष्ट करने के लिए ।
- कीमोथेरेपी (Chemotherapy): कीमोथेरेपी के लिए ज्यादा समय की जरुरत जाती है और यह घातक टिश्यू के विकास को रोकती है। यदि आपके ट्यूमर बड़े हैं और लिम्फ नोड्स और अन्य ऊतकों में फैला है, तो डॉक्टर रेडिएशन के साथ कीमोथेरेपी (Chemotherapy) का सुझाव दे सकते हैं।
निगलने और बोलने के इलाज के बाद भी थेरेपी की आवश्यकता हो सकती है।
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जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचार
क्या कुछ घरेलू उपचार या जीवन शैली के बदलाव से ये बीमारी ठीक हो सकती है?
यदि शुरुआती चरण में इसका निदान किया जाता है, तो थ्रोट कैंसर ठीक होने की पूरी संभावना होती है। लेकिन अगर घातक टिश्यू गर्दन और सिर से ज्यादा शरीर के अन्य हिस्सों में फैल गई हैं, तो गले का कैंसर ठीक नहीं हो सकता है। हालांकि, इस स्टेज पर भी अपना जीवन ज्यादा जी सकते है। साथ ही उपचार जारी रखते हुए थ्रोट कैंसर के विकास को धीमा कर सकते हैं।आपको अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव भी करने होंगे, साथ ही संतुलित डायट को खाने में शामिल करें। डॉक्टर से पूछें कि आपको गले के कैंसर की समस्या के दौरान किस प्रकार के खानपान का सेवन करना चाहिए। अगर आपको कोई भी सवाल या चिंता सता रही है तो सही सुझाव के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
उपरोक्त दी गई जानकारी किसी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है, अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। आपको इस आर्टिकल के माध्यम से गले के कैंसर के बारे में जानकारी मिल गई होगी। अगर मन में अधिक प्रश्न हैं, तो बेहतर होगा कि इस बारे में डॉक्टर से पूछें। आप स्वास्थ्य संबंधी अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है, तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं और अन्य लोगों के साथ साझा कर सकते हैं।