हवाई यात्रा के दौरान अगर आपको परेशानी होती है तो एक बार डॉक्टर से जरूर मिलें। नोज स्प्रे, ड्रॉप्स या गोलियां डॉक्टर आपको सजेस्ट कर सकता है। लैडिंग के 15 मिनट पहले और टेक ऑफ के 15 मिनट पहले नोज स्प्रे का यूज करें। मुंह से लिए जाने वाले डिकंजेस्टेंस (Decongestants) आमतौर पर ओल्डर को सजेस्ट नहीं किए जाते हैं।
हवाई यात्रा में कान दर्द से बचना है तो न लें नींद
लोगों के बीच ये आम धारणा है कि टेक ऑफ के समय नींद लेने से यात्रा में कान दर्द नहीं होता है। ये सही नहीं है। बजाय सोने के आप प्लेन में ऊपर बताई गई टिप्स को फॉलो कर सकते हैं। कहीं ऐसा न हो कि आप अचानक से उठे और आपको कानों में दर्द महसूस हो। आप चाहे तो अटेंडेंट को बीच में उठाने के लिए कह सकते हैं। जम्हाई लें और टॉफी चूसे। ऐसा करने से कान के दर्द में राहत मिलेगी। जम्हाई से पहले गहरी सांस भी लें।
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कैफीन युक्त दवाओं से बचें
आप हवाई यात्रा के दौरान कैफीन युक्त दवाओं से बचें। इससे आपको डीहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। आप एसिटामिनोफेन या इबुप्रोफेन लें सकते हैं, लेकिन टेक ऑफ या लैडिंग के आधे घंटे पहले इसे लें। साथ ही हवाई यात्रा के दौरान च्युइंगम की जगह लोजेंग (lozenges) का इस्तेमाल करें।
डॉ आशिम कहते हैं कि,’ एक स्वस्थ्य शरीर वाले इंसान को भी हवाई यात्रा में कान दर्द का सामना कर पड़ सकता है। अगर आपको पहले से ही कान में संक्रमण है तो हवाई यात्रा से पहले डॉक्टर से जरूर संपर्क करें। कुछ गंभीर मामलों में कान में सूजन आ सकती है और इंसान के सुनने की क्षमता भी खत्म हो सकती है।’ अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
अगर आपको भी इस तरह की समस्या है तो बेहतर रहेगा कि हवाई यात्रा में कान दर्द से बचने के लिए पहले डॉक्टर से इस बारे में पूछ लें। डॉक्टर आपको कुछ मेडिसिन देगा। अगर कुछ उपाय करने के बाद भी हवाई यात्रा में कान दर्द ठीक नहीं हो रहा हो, तो तुरंत दवा लें।