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आपके द्वारा खाए गए भोजन से कैल्शियम और फॉस्फेट को अवशोषित करने में मदद करने के लिए विटामिन-डी महत्वपूर्ण है। आप दूध और दही, अंडों जैसे उत्पादों से विटामिन-डी प्राप्त कर सकते हैं। आप धूप से विटामिन-डी भी प्राप्त कर सकते हैं। यह भी आपको कैविटी से दूर रखने में मदद करेंगे। 2013 के रिव्यू में भी ये बात सामने आई है कि विटामिन-डी दांतों में कैविटी होने से बचाव करता है।
फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से ब्रश करें (Brush with fluoride toothpaste)
कैविटीज को रोकने और दंतवल्क को फिर से भरने में फ्लोराइड एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। नियमित रूप से फ्लोराइड टूथपेस्ट से दांतों को ब्रश करना कैविटीज को रोकता है।
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शक्करयुक्त खाद्य पदार्थों से दूरी बनाएं (Cut out sugary foods)
यह वो उपाय है, जो कोई भी सुनना पसंद नहीं करता। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन के ट्रस्टेड सोर्स का कहना है कि चीनी खाना कैविटीज के लिए सबसे महत्वपूर्ण जोखिम कारक है। कुल कैलोरी में 10 प्रतिशत से ज्यादा चीनी नहीं होनी चाहिए। कोशिश करें कि आप दिन भर में शक्कर युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन कम से कम करें। सोडा, कुकीज, कैंडी आदि से दूर रहें। अगर आप लगातार चीनी खा रहे हैं, तो आपके दांतों को फिर से भरने का मौका नहीं मिलेगा।
मुलेठी का सेवन करें ( Eat licorice root):
मुलेठी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं जो बैक्टीरिया का सफाया करते हैं।
ऑयल पुलिंग (Oil pulling)
ऑयल पुलिंग एक प्राचीन प्रथा है, जिसमें लगभग 20 मिनट के लिए आपके मुंह में तिल या नारियल के तेल डाला जाता है, फिर इसे थूकना होता है। तेल मुंह से विषाक्त पदार्थों को निकालता है। परीक्षण से पता चला कि तिल के तेल पट्टिका, मसूड़े की सूजन और मुंह में बैक्टीरिया की संख्या कम करता है।
उम्मीद है दांतों की कैविटी से बचाव करने के ये तरीके आपके काम आएंगे। इसके अलावा, आप नियमित रूप से डेंटिस्ट से चेकअप भी कराते रहें, ताकि समस्या शुरू होने से पहले ही उसका समाधान हो जाए।