दांतों के साथ ऐसी लापरवाही न करें- जैसे
- नियमित रूप से डेंटिस्ट से दांतों की जांच कराते रहें। इसे टालें नहीं।
- दांत में हो रही किसी भी समस्या पर डॉक्टर से मिलें।
- दांतों या मसूड़ों में हो रही परेशानी को डॉक्टर से छिपाएं नहीं।
- दांतों की सफाई नियमित रूप से और सही तरीके से करें।
- जरूरत से ज्यादा टूथ पिक का इस्तेमाल नहीं करना करना चाहिए।
- ढाई से तीन महीने में टूथ ब्रश बदल दें।
शरीर में मौजूद अन्य शारीरिक अंगों की तरह दांत भी हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। हमारे शरीर को जो एनर्जी मिलती है वो खाना खाने से ही मिलती है और हमारा पाचन तंत्र भी मुंह से ही शुरू होता है, इसलिए मुंह और दांतों का ख्याल रखना बेहद जरूरी होता है।
अगर आप स्मोकिंग करते हैं, तो स्मोकिंग करना बंद कर दें। क्योंकि स्मोकिंग से गम्स के टिशू सेल पर बुरा असर पड़ता है। धूम्रपान से दांतों को नुकसान पहुंचाने के लिए बैक्टीरियल प्लाक भी जिम्मेदार होता है। बैक्टरीरियल प्लाक काफी मात्रा में बनता है। इससे मसूड़ों की बीमारी होती है। स्मोकिंग करने से ब्लड सर्कुलेशन में ऑक्सिजन की कमी होती है और मसूड़े प्रभावित होते हैं। आप दांतों स्वस्थ बनाए रखने के लिए कुछ स्पेशल टीथ प्रोडक्ट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। बाजार में धूम्रपान करने वालों के लिए स्पेशल टूथपेस्ट भी उपलब्ध हैं, जो आम टूथपेस्ट से अलग होते हैं। ये आपके दांतों से गंदगी हटाते हैं। दांतों को साफ और स्वस्थ रखने के लिए दिन में कम से कम दो बार नियमित रूप से ब्रश करें या धीरे-धीरे इसे अपनी आदत बना लें। जितनी बार भोजन करें, उतनी बार पानी के साथ अच्छे से कुल्ला करें।
वैसे, अक्सर ये देखा जाता है कि दांत दर्द होने पर घरेलू नुस्खे अपनाकर या पेन किलर की मदद से कुछ देर के लिए या दिनों के लिए तो राहत मिल जाती है, लेकिन, फिर से दर्द होने का खतरा बना रहता है। ऐसे में, अगर ये दर्द फिर से होने लगे, तो डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।