के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
स्कर्वी रोग (Scurvy) विटामिन सी की कमी को कहा जाता है। इसके कारण एनीमिया, दुर्बलता, थकावट, अपने आप ब्लीलिडिंग होना, अंगों में दर्द और विशेष रूप से पैर, शरीर के कुछ हिस्सों में सूजन और कभी-कभी मसूड़ों की सूजन और दांत कमजोर हो सकते हैं।
स्कर्वी रोग की पहचान प्राचीन सभ्यता ग्रीक और एजिप्ट के समय में ही हो गई थी। 15वीं से 18वीं शताब्दी में यह रोग नाविकों के साथ जुड़ा हुआ था, लंबे समुद्री यात्राओं के दौरान स्कर्वी रोग का प्रकोप देखा गया था। जिसके कारण कई लोगों की जान भी गई थी।
स्कर्वी रोग सन् 1845 में आयरिश आलू अकाल और अमेरिकी गृहयुद्ध के दौरान भी देखा गया था। युद्ध और सूखे के बाद साल 2002 में इस प्रकोप अफगानिस्तान में सबसे ज्यादा देखा गया था।
हालांकि, स्कर्वी रोग के आधुनिक मामले दुर्लभ हैं, खासकर उन जगहों पर जहां अनाज उपलब्ध हैं, लेकिन यह अभी भी उन लोगों को प्रभावित कर सकता है जिनमें विटामिन सी की मात्रा की कमी होती है।
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आमतौर पर विटामिन सी की कमी के लक्षण 8 से 12 हफ्तों में दिखाई देते हैं। इसके शुरुआती संकेतों में भूख में कमी, वजन में कमी, थकान, चिड़चिड़ापन और सुस्ती महसूस हो सकती है।
जिसके 1 से 3 महीने बाद, इस तरह के लक्षण दिखाई दे सकते हैं:
इसके अलावा, पीलिया, लाल रक्त कोशिकाओं का खराब होना हेमोलिसिस के रूप में जाना जाता है, जो घातक हो सकता है। स्कर्वी रोग वाले शिशु चिंतित और चिड़चिड़े हो जाते हैं। वे दर्द का अनुभव कर सकते हैं जिससे राहत पाने के लिए वो मेंढक जैसे सो सकते हैं। इसके अलावा सबपरियोस्टाइल रक्तस्राव भी हो सकता है। यह एक प्रकार का रक्तस्राव जो लंबी हड्डियों के सिरों पर होता है। पशु अध्ययनों से पता चला है कि गर्भावस्था के दौरान महिला में विटामिन सी की कमी का प्रभाव पेट में पल रहे भ्रूण के मस्तिष्क के विकास पर पड़ता है।
इसके सभी लक्षण ऊपर नहीं बताएं गए हैं। अगर इससे जुड़े किसी भी संभावित लक्षणों के बारे में आपका कोई सवाल है, तो कृपया अपने डॉक्टर से बात करें।
अगर निम्न में से आपको कोई भी लक्षण दिखाई दें, तो आपको अपने डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए:
अगर ऊपर बताए गए किसी भी तरह के लक्षण आपमें या आपके किसी करीबी में दिखाई देते हैं या इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें। हर किसी का शरीर अलग-अलग तरह की प्रतिक्रिया करता है।
हमारे शरीर में विटामिन सी का निर्माण नहीं होता है। इसकी मात्रा की पूर्ति के लिए हमें खाद्य व अन्य पदार्थों पर निर्भर रहना होता है। अगर आपके आहार में लगातार तीन महिनों से विटामिन सी की कमी होती है, तो आपको स्कर्वी रोग का खतरा हो सकता है।
आज के समय में स्कर्वी रोग का खतरा बहुत होना बहुत ही कम है। हालांकि, अगर आपको निम्न लक्षण दिखाई दें तो अपने डॉक्टर से संपर्क करेंः
स्कर्वी रोग के जोखिम वाले अन्य समूहों में शामिल हो सकते हैं:
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यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
डॉक्टर शारीर की जांच करेंगे। इसके लिए जरूरी टेस्ट करवाने होंगे। जिसके आधार पर वो रक्त में विटामिन सी के स्तर का आकलन करेंगे। जिसके परिणाओं के आधार पर आपका उपचार किया जाएगा।
इसके उपचार के दौरान आपको विटामिन सी की गोलियां दी जाएंगी। जो आपको खाने की गोलियों और इंजेक्शन के तौर पर दी जा सकती हैं।
दवा की मात्रा इस तरह हो सकती है:
दवा की खुराक लेने के 24 घंटों के अंदर, थकान, सुस्ती, दर्द और एनोरेक्सिया की स्थिति में सुधार देखा जा सकता है। हालांकि, रक्तस्राव या कमजोरी की स्थिति में सुधार होने में 1 से 2 हफ्ते लग सकते हैं।
3 महीनों के बाद, आप पूरी तरह से स्वस्थ हो सकेंगे। हालांकि, अगर विटामिन सी की कमी के कारण आपके दांतों पर प्रभाव पड़ा है, तो उसके लिए आपको अलग से उपचार लेने की जरूरत होगी।
स्कर्वी रोग के इालज के लिए स्कर्वी ग्रास हर्बल का भी इस्तेमाल किया जाता है।
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