परिचय
क्या है ब्रेस्ट एमआरआई ?
कैंसर एक घातक बीमारी है और महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर या अन्य समस्याएं होना भी आजकल बहुत सामान्य होता जा रहा है। ब्रेस्ट कैंसर और ऐसी अन्य गंभीर रोगों का पता लगाने के लिए ब्रेस्ट का एमआरआई करवाया जाता है। इस स्कैन टेस्ट में कैंसर की पूरी स्थित यानी कौन से स्टेज का कैंसर है ये पता चल जाता है।
हम ये भी कह सकते हैं कि इस टेस्ट का प्रयोग उन महिलाओं में जिनमे कैंसर होने की संभावना बहुत अधिक होती है उनकी स्क्रीनिंग टूल के रूप में किया जाता है। ब्रेस्ट एमआरआई स्कैन में डॉक्टर को रोगी की ब्रेस्ट टिश्यू की साफ तस्वीर मिलती है, जिससे वो महिला में ब्रेस्ट कैंसर के बारे में अधिक सही से जान पाते हैं।
ब्रेस्ट एमआरआई डॉक्टर को कैंसर के आकार और कैंसर कितना फैल चुका है। इन सब चीजों को माप कर कैंसर के चरण को निर्धारित करने में भी मदद मिलती है। ब्रेस्ट एमआरआई में किसी भी तरह की आयनीकृत रेडिएशंस का प्रयोग नहीं होता। डॉक्टर इनका प्रयोग महिलाओं में स्तन के ऊतकों का प्रशिक्षण करने के लिए करते हैं। जिनमें कैंसर का खतरा अधिक है उनमें इस बीमारी के शुरूआती लक्षण दिखाई देने लगते हैं। कैंसर चाहे कोई भी सब में कुछ न कुछ लक्षण दिखाई देते हैं। इसलिए जरूरी है उन लक्षणों के नजर आते ही डॉक्टर से मिलना। उसे अंदेखा न करें।
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ब्रेस्ट एमआरआई का प्रयोग कब किया जाता है
ब्रेस्ट एमआरआई का इस्तेमाल आमतौर पर कैंसर की पहचान और उसके फैलाव का पता लगाने के लिए किया जाता है। इसके साथ ही जिन महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर होने का जोखिम अधिक होता है डॉक्टर उन्हें भी इस टेस्ट की सलाह दे सकते हैं।
ब्रेस्ट एमआरआई का प्रयोग निम्न स्थितियों में भी किया जाता है –
- कैंसर के निदान के बाद स्तनों में अतिरिक्त ट्यूमर या हानिकारक टिश्यू को खोजने के लिए।
- 25 वर्ष से कम उम्र की महिलाओं में स्तन ऊतक का पता लगाना।
- हैवी टिश्यू की जांच करना।
- मैमोग्राम या अल्ट्रासाउंड जैसे अन्य इमेजिंग परीक्षणों के परिणामों की पुष्टि करना।
- गर्भवती या स्तनपान कराने वाली महिलाओं में स्तन के ऊतकों का आकलन करना।
- कीमोथिरेपी की प्रभावशीलता की जांच के लिए।
- उन महिलाओं की जांच के लिए जिनकी पुनर्निर्माण सर्जरी हुई है।
- अधिकांश महिलाएं नियमित स्कैन के रूप में ब्रेस्ट एमआरआई से नहीं गुजरती हैं। जिन लोगों को ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना अधिक होती है। उन लोगों के लिए डॉक्टर ब्रेस्ट एमआरआई के साथ एक मैमोग्राम को शुरुआती जांच उपकरण के रूप में जोड़ सकते हैं। जिन लोगों की जांच के बाद यह बात पता चल चुकी है कि उन्हें ब्रेस्ट कैंसर है(खासतौर पर कम उम्र के लोग) उनके लिए डॉक्टर वैकल्पिक MRI मैमोग्राम के साथ आगे की स्क्रीनिंग करा सकते हैं।
- अगर आपके ब्रेस्ट में किसी तरह का रिसाव है।
अगर आप इस बात से अनिश्चित हैं कि आपको ब्रेस्ट कैंसर का खतरा है या नहीं तो डॉक्टर आपकी इस विषय में सही आंकड़े पता लगाने में मदद कर सकते हैं। ब्रेस्ट क्लिनिक या ब्रेस्ट हेल्थ केयर विशेषज्ञ के पास जाना एक बेहतर विकल्प हो सकता है।
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ब्रेस्ट एमआरआई कराने के कारण
डॉक्टर आपको इन कारणों से ब्रेस्ट एमआरआई कराने के लिए सलाह दे सकते हैं, जानिए वो कौन-कौन सी स्थितियां है:
- BRCA1 or BRCA2 जीन प्रवर्तन के कारण।
- अगर किसी को 20% और इससे भी अधिक ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना हो (इसे डॉक्टर पारिवारिक इतिहास के बाद निर्धारित करते हैं)
- जिन लोगों की छाती में रेडिएशन के संपर्क में रहने का इतिहास हो।
- सामान्य स्क्रीनिंग कराते हुए भी उन लोगों को भी इन स्थितियों में ब्रेस्ट एमआरआई कराना चाहिए, अगर उन्हें या उनके परिवार का कोई सदस्य इन स्थितियों से गुजरा होता है:
- ली-फ्रूमेनि सिंड्रोम (Li-Fraumeni syndrome )
- बणनायन-रिले-रुवलसाबा सिंड्रोम (Bannayan-Riley-Ruvalcaba syndrome )
- कोडेन सिंड्रोम (Cowden syndrome)
ब्रेस्ट एमआरआई की तैयारी कैसे करें
- ब्रेस्ट एमआरआई कराने से पहले कुछ खास मेडिकल निर्देशों का पालन या तैयारी नहीं करनी पड़ती है। किसी भी धातु का एमआरआई मैग्नेट्स पर प्रभाव पड़ सकता है, इससे अंतिम तस्वीर पर इसका असर पर सकता है। जिससे रोगी के शरीर या मशीन को हानि हो सकती है। इसलिए रोगी को यह सलाह दी जाती है कि इस टेस्ट के दौरान मरीज अपने साथ किसी भी प्रकार की धातु जैसे कि चेन,अंगूठी, घडी, बेल्ट या बटन वाले कपड़े पहन रखें है तो उसे हटा दें।
- अगर किसी व्यक्ति के शरीर पर पेसमेकर लगा हो, दांत में धातु लगाई गयी हो या ऐसे ही किसी तरह से धातु उनके शरीर पर लगी हो तो डॉक्टर को आवश्यक बता दें ताकि डॉक्टर सही सावधानियां बरत सकें।
- एमआरआई मशीन बहुत अधिक आवाज करती है। इसकी आवाज वाशिंग मशीन की तरह होती है, लेकिन कुछ क्लिनिक इस शोर से बचने के लिए एयर प्लग रोगी को देते हैं।
- अगर आपको कोई एलर्जी, किडनी से संबंधी समस्याएं हैं तो पहले ही डॉक्टर को बता दें।
- अगर आप गर्भवती हैं तो भी डॉक्टर को पहले ही बता दें क्योंकि इससे गर्भ में पल रहे शिशु को हानि हो सकती है। अगर आप अपने शिशु को स्तनपान करती हैं तो डॉक्टर भी इसे दो या तीन दिन तक रोकने के लिए कह सकते हैं।
- एमआरआई अपने मासिक धर्म साइकिल के शुरुआत में करवाएं। अगर आप प्रीमेनोपॉजल हैं तो डॉक्टर आपको आपके मासिक धर्म साइकिल के तीसरे से लेकर चौदहवें दिन तक कराने की सलाह देंगे।
ब्रेस्ट का एमआरआई स्कैन करवाने के लिए क्या-क्या जरूरी तैयारियां होती हैं इस बारे में अधिक जानकारी के लिए टेस्ट करवाने से पहले अपने क्लिनिक या डॉक्टर से संपर्क कर लें।
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जोखिम
ब्रेस्ट एमआरआई से हाेने वाले जोखिम क्या हैं ?
ब्रेस्ट एमआरआई पूरी तरह से सुरक्षित है और इससे निकली रेडिएशन से कोई हानि नहीं होती है। लेकिन कभी-कभी इनसे यह जोखिम हो सकते हैं।
- ब्रेस्ट एमआरआई का सबसे सामान्य जोखिम यह है कि यह कई बार सामान्य टिश्यू को भी चिंताजनक दिखा देता है। इन गलत परिणामों के कारण चिंता या तनाव होना भी सामान्य है।
- इसमें प्रयोग की जाने वाली कंट्रास्ट डाई से रिएक्शन हो सकता है। ब्रेस्ट एमआरआई में डाई का इंजेक्शन प्रयोग में लाया जाता है। जिससे तस्वीर के बारे में बताना आसान हो जाता है लेकिन इस डाई से एलर्जिक रिएक्शन हो सकता है। जिससे रोगी को गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं, खासतौर पर जिन्हे गुर्दे से संबंधित समस्याएं हों।
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परिणाम
ब्रेस्ट एमआरआई के क्या परिणाम हो सकते हैं?
आपके रेडियोलाजिस्ट इस ब्रेस्ट एमआरआई से आई तस्वीर और रिपोर्ट की समीक्षा करेंगे। इसके बाद आपके डॉक्टर आपकी रिपोर्ट में क्या आया है इसके बारे में आपको बताएंगे ताकि आप जल्दी से जल्दी सही उपचार पा सके। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
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