शरीर को किस तरह की फिजिकल एक्टिविटी से लाभ होगा, फिटनेस जीनोमिक्स इसकी जानकारी देता है। कुछ पैरामीटर जैसे एरोबिक्स कैपेसिटी, स्प्रिंटिंग, फ्लेक्सिबिलिटी आदि को शामिल किया गया है।
हेल्थ जीनोमिक्स (Health genomics)
हेल्थ जीनोमिक्स में मोटापा, हाई ब्लडप्रेशर, दिल का दौरा, डायबिटीज, कार्डिएक अरेस्ट और स्ट्रोक के लिए स्क्रीन किया जाता है।
जीन टेस्ट के क्या हैं फायदे?
जीन टेस्ट पॉजिटिव आने से जीवनशैली में बदलाव कर कैंसर का खतरा टल सकता है। जांच रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर डॉक्टर आपको इसकी पूरी जानकारी दे सकते हैं और जो सलाह हेल्थ एक्सपर्ट देते हैं उसकी सही तरह से पालन करना चाहिए।
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क्या जीन टेस्ट का शरीर पर नकारात्मक प्रभाव भी हो सकता है?
टेस्ट की वजह से व्यक्ति में एंग्जायटी की बीमारी और स्ट्रेस की समस्या भी हो सकता है। इसलिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार जीन टेस्ट के दौरान परेशान न हों और घबराएं भी नहीं। दरअसल बेहतर यह होगा कि जेनेटिक टेस्टिंग करवाने से पहले अपने आपको फिजिकली और मेंटली दोनों ही तरह से नॉर्मल रखें। अगर टेस्ट रिजल्ट पॉजिटिव आता है, तो इसका अर्थ यह हुआ कि भविष्य में होने वाली बीमारी होने की जानकारी आपको पहले ही मिल सकती है। किसी भी बीमारी की जानकारी अगर पहले मिल जाए तो इलाज करना आसान हो जाता है और किसी भी बीमारी या कोई भी जानलेवा बीमारी से भी बचना आसान हो जाता है। इसलिए रिलैक्स रहें।
पॉजिटिव रिपोर्ट से परेशान न हों। वहीं नेगेटिव से तो यह समझना आसान हो जाता है कि बीमारी का खतरा नहीं है लेकिन, रिपोर्ट अनसर्टेन भी हो सकती है। अनसर्टेन रिपोर्ट्स से बीमारियों की जानकारी नहीं मिल सकती है। ऐसी स्थिति होने पर टेस्ट की सलाह दी जा सकती है।
अगर आपको इन सब बातों ने टेस्ट के लिए उत्साहित किया हो तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें। आपको ये बात ध्यान रखने की जरूरत है कि आपका जीन टेस्ट तो नहीं बदल सकता है। आप लाइफस्टाइल में चेंज करके भविष्य में आने वाली बीमारियों से निपट सकते हैं । जीन टेस्ट कैसे करवाना है, इस बारे में डॉक्टर से जानकारी जरूर प्राप्त करें।