परिचय
फोड़ा या एबसेस क्या है?
एबसेस यानी की फोड़ा एक तरह का बाहरी उभार वाला घाव होता है जिसमें ऊतकों (Tissues) के द्वारा एक दीवार बन जाती है, जिसमें पस (Pus) भर जाता है। ऐसा तब होता है जब हमारे शरीर में किसी भी तरह का संक्रमण होने लगता है। तब उस इंफेक्शन से बचाव के लिए शरीर पर फोड़ा निकलता है। ये गांठ के रूप में होता है और दर्द करता है। फोड़ा शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। कभी-कभी ये गंदगी के कारण पैदा होते हैं और ध्यान न देने के कारण ये बढ़ जाते हैं। कई बार समस्या बढ़ जाने पर फोड़े की सर्जरी करनी पड़ती है।
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एबसेस सर्जरी की जरूरत कब होती है?
कुछ लोग फोड़े को नजरअंदाज कर देते हैं। यह समस्या गंभीर रूप तब लेती है, जब फोड़ा और बढ़ने लगता है और तकलीफ देने लगता है। फिर समस्या इतनी बढ़ जाती है कि एबसेस सर्जरी करने की नौबत तक आ सकती है। आमतौर पर फोड़े की सर्जरी की जरूरत तब पड़ती है जब वह बढ़ता चला जाता है। लगभग एक सेंटीमीटर बड़े एबसेस सर्जरी करनी पड़ती है। इसके अलावा तब यह और भी जरूरी हो जाता है जब इसमें ज्यादा पस भरता है और दर्द होता है। फोड़े के ज्यादा बढ़ने पर इतना दर्द होता है कि फोड़े की सर्जरी करनी पड़ सकती है। कई मामलों में अगर फोड़े की सर्जरी नहीं की जाती तो इंफेक्शन बढ़ सकती है। यूं तो फोड़ा अपने आप पक कर बह जाता है और ज्यादा दिन तक नहीं रहता है लेकिन, कुछ गंभीर मामलों में एबसेस सर्जरी की जरूरत पड़ती है।
जोखिम
एबसेस सर्जरी करवाने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
- अगर आपका फोड़ा एक सेंटीमीटर से छोटा है तो आप इसका इलाज घर पर खुद से कर सकते हैं। इसके लिए एबसेस सर्जरी कराने की जरूरत नहीं होती। जहां पर आपको फोड़ा हुआ है वहां पर रोजाना दिन में चार बार लगभग आधे घंटे के लिए गर्म कपड़े से सिकाई करें।
- फोड़े के पक जाने पर आप इसे दबाएं नहीं, वरना ये एबसेस के अंदर के टिशू को भी संक्रमित कर देगी।
- फोड़े में किसी भी सुई या नुकीली चीज को न डालें। ऐसा करने से आपके खून के नसों में भी घाव हो सकता है, जिससे फोड़े का संक्रमण और ज्यादा फैल जाएगा।
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एबसेस सर्जरी के क्या साइड इफेक्ट्स और समस्याएं हो सकती हैं?
कई बार एबसेस सर्जरी कराने के बाद इसके कई साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिल सकते हैं। डॉक्टर द्वारा फोड़ा की सर्जरी कराने के बाद आपको कई तरह के कॉम्प्लिकेशन देखने को मिलते हैं, जैसे :
- दर्द होना
- ब्लीडिंग होना
- घाव पर भद्दी पपड़ी पड़ जाती है
- खून का थक्का जम जाता है
- कई बार फोड़ा दोबारा भी हो सकता है
इसके अलावा, एबसेस सर्जरी में होने वाले सभी तरह के रिस्क और कॉम्प्लिकेशन के बारे में ऑपरेशन कराने से पहले ही जान लें। इसके अलावा किसी भी तरह के मन सवाल आने पर अपने डॉक्टर या सर्जन से जरूर पूछें और ऑपरेशन के पहले सारी बातें स्पष्ट कर लें, ताकि आपको कोई परेशानी न हो और आप जल्दी रिकवर कर पाएं।
प्रक्रिया
एबसेस सर्जरी के लिए मुझे खुद को कैसे तैयार करना चाहिए?
अगर आप एबसेस सर्जरी कराने वाले हैं तो आपको खुद को तैयार करना होगा। एक छोटे से फोड़े को तो साधारण एनेस्थेटिक भी देख सकता है। लेकिन, अगर आप चाहे तो जनरल एनेस्थेटिक के पास जा सकते हैं। इसके अलावा अपने डॉक्टर के पास जा कर सर्जरी से पहले अपने खान-पान आदि चीजों के बारे में बात कर लें, जिससे आपको सर्जरी के समय किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो।
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एबसेस सर्जरी कैसे होती है?
फोड़े की सर्जरी होने में मात्र 10 से 20 मिनट का समय लगता है। आपका सर्जन आपकी त्वचा पर उस स्थान पर चीरा या कट लगाता है, जहां पर फोड़ा हुआ रहता है। इसके बाद फोड़े को अंदर जमा पस को सर्जन निकाल देता है। अगर फोड़ा ज्यादा भीतर तक नहीं होता है तो वो अपने आप भर (Heal) जाता है। लेकिन, अगर फोड़ा त्वचा में ज्यादा गहरे तक होता है, तो उसकी सर्जरी करने के बाद डॉक्टर एंटीसेप्टिक क्रीम लगाकर पट्टियां बांधता है। इस दौरान अगर आपको किसी भी तरह की समस्या होती है तो आप डॉक्टर को तुरंत बताएं।
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एबसेस सर्जरी करने के बाद क्या होता है?
- ज्यादातर लोग इस सर्जरी को कराने के तुरंत बाद अच्छा महसूस करने लगते हैं।
- अगर आपको फोड़े की सर्जरी के बाद दर्द होता है तो आपका डॉक्टर आपको पेनकिलर दवाएं दे सकता है, जो आपको अगले एक या दो दिनों तक लेनी होगी।
रिकवरी
एबसेस सर्जरी के बाद मुझे खुद का ख्याल कैसे रखना चाहिए?
एबसेस सर्जरी कराने के बाद आपको अपना खास ख्याल तब तक रखना होता है, जब तक कि घाव भर न जाए।
- इस सर्जरी को कराने के बाद आप डॉक्टर के द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन ध्यान से करें।
- डॉक्टर के यहां पर हर तीसरे दिन जा कर के ड्रेसिंग बदलवाते रहें।
- सर्जरी के बाद घाव के ठीक हो जाने पर आप ड्रेसिंग को डॉक्टर के निर्देशन पर खुद से ही निकाल सकते हैं।
- इस सर्जरी के बाद घाव को भीगने से बचाएं।
- अगर आपको सर्जरी के बाद बुखार, लालपन, सूजन या ज्यादा दर्द महसूस हो तो अपने डॉक्टर से तुरंत मिलें।
उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में फोड़े की सर्जरी से जुड़े जरूरी सवालों के जवाब मिल गए होंगे। इसमें आपको एबसेस सर्जरी की प्रक्रिया से लेकर फोड़े की सर्जरी के बाद खुद की देखभाल करने तक के बारे में बताने की कोशिश की है। इसके अलावा आपको हमने ये भी बताया कि एबसेस सर्जरी की जरूरत कब पड़ती है। आशा करते हैं कि आपको हमारा ये आर्टिकल पसंद आया होगा और एबसेस सर्जरी से जुड़ी जरूरी जानकारियां आपको यहां मिल गई होंगी। अगर इस समस्या से जुड़े आपके और कोई भी सवाल हैं, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपको डॉक्टर की सलाह से और भी सटीक जवाब देने की पूरी कोशिश करेंगे।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने सर्जन से जरूर पूछ लें।
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