सिकल सेल डिजीज (Sickle Cell Disease) एक सीरियस हेल्थ कंडिशन है जो फैमिली दर फैमिली चलती है। सिकल सेल डिजीज को सिकल सेल एनीमिया (sickle cell anemia) भी कहा जाता है। महिलाओं में सिकल सेल डिजीज (Sickle cell disease in women) कई परेशानियों का कारण बनती है। इसकी वजह से प्रेग्नेंसी में दिक्कत के साथ ही सीरियस हेल्थ प्रॉब्लम्स होती हैं। सिकल सेल डिजीज मेंस्ट्रुएशन को भी प्रभावित करती है और क्रोनिक पेन का कारण बनती है। सिकल सेल डिजीज का के चलते महिलाओं को किन-किन चुनौतियों का सामना करना पड़ता है और वे इनसे कैसे निपटें जानते हैं इस लेख में।
सिकल सेल डिजीज क्या है? (Sickle Cell Disease)
सिकल सेल डिजीज डिजीज रेड ब्लड सेल डिसऑर्डर्स (Red blood cell disorder) का एक ग्रुप है जो पेरेंट्स से बच्चों में पास होता है। यह डिजीज होने पर कुछ रेड ब्लड सेल्स राउंड (Round) की जगह सिकल (Sickle) के आकार के हो जाते हैं। नॉर्मल राउंड ब्लड सेल्स ऑक्सिजन को ब्लड वेसल्स के जरिए बॉडी तक ले जाने में सक्षम होते हैं। वहीं सिकल के आकार के ब्लड सेल्स ब्लड वेसल्स के अंदर एक दूसरे से चिपक जाते हैं। जिससे ब्लड फ्लो रुक जाता है जो पेन और दूसरी कई परेशानियों का कारण बनता है। सिकल सेल डिजीज से पीड़ित व्यक्ति में रेड ब्लड सेल्स कम होती हैं क्योंकि सिकल सेल्स नॉर्मल ब्लड सेल्स की तुलना में जल्दी मर जाती है। समय के साथ ब्लड फ्लो ब्लॉक होने के कारण और ऑक्सिजन की कमी के कारण सीरियल हेल्थ प्रॉब्लम्स और ऑर्गन डैमेज तक हो सकते हैं।
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महिलाओं में सिकल सेल डिजीज का असर (Sickle Cell Disease effect on women)
बता दें महिलाओं में सिकल सेल डिजीज के मामले अफ्रीका, इंडिया, अमेरिका और मीडिल ईस्ट में ज्यादा देखने को मिलते हैं। महिलाओं में सिकल सेल डिजीज (Sickle cell disease in women) कई प्रकार की परेशानियों का कारण बन सकती है जो निम्न हैं।
प्यूबर्टी लेट आना (Delayed puberty)
जो लड़कियां सिकल सेल एनीमिया से पीड़ित होती हैं उनमें नॉर्मल लड़कियों की तुलना में पीरियड्स (Periods) की शुरुआत लगभग 2 साल लेट होती है। वहीं जिनमें माइल्ड टाइप का सिकल सेल एनीमिया (sickle cell anemia) होता है उनमें ये देरी 2 साल से कम की भी हो सकती है।
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पीरियड्स के पहले पीरियड के दौरान अधिक दर्द होना (Periods Pain crises)
कई महिलाएं जो सिकल सेल डिजीज (Sickle cell disease) से ग्रसित होती हैं वे पीरियड्स के पहले और पीरियड्स के दौरान सीवियर पेन को महसूस करती हैं। ऐसा हॉर्मोन्स में बदलाव के कारण होता है। हॉर्मोनल ट्रीटमेंट जैसे कि प्रोजेस्टेरॉन इंजेक्शन (Progesterone injection) इसमें मददगार हो सकते हैं। एनसीबीआई (NCBI) में छपी एक स्टडी में सिकल सेल एनीमिया (Sickle cell anemia) वाली महिलाओं के 6 महीने के मासिक धर्म का अवलोकन किया गया था। इसका उद्देश्य सिकल सेल एनीमिया वाली महिलाओं और पीरियड्स के दर्द के बीच कोई संबंध है ये पता करना था।
इस स्टडी में 82 महिलाओं को शामिल किया गया था। जिनमें से 37 प्रतिशत महिलाओं ने पीरियड्स के दौरान तेज दर्द का अनुभव किया था। वहीं 61 प्रतिशत से अधिक महिलाओं ने ब्लड फ्लो क्राइसेस का अनुभव किया। वही बची हुई 21 प्रतिशत महिलाओं ने 6 महीने में कम से कम तीन बार गंभीर स्थितियों का अनुभव किया था। पीरियड्स के दौरान होन वाले इस दर्द से निपटने के लिए ओवर द काउंटर दवाओं (Over the counter) और हीटिंग पेड का सहारा लिया जा सकता है, लेकिन अच्छा होगा अगर आप डॉक्टर से सलाह लें। सिकल सेल डिजीज (Sickle cell disease) के कारण पेट की नीचे की तरफ, सीने, पीठ और हाथों में दर्द होता है।
महिलाओं में सिकल सेल डिजीज और हैवी पीरियड्स (Sickle Cell Disease effect on women)
महिलाओं में सिकल सेल डिजीज (Sickle cell disease in women) चुनौतिपूर्ण स्थितियों का कारण बनती है जिसमें एक है हैवी पीरियड्स (Heavy Periods)। कई महिलाएं सिकल सेल डिजीज के साथ हैवी पीरियड्स का सामना नहीं करती, लेकिन जिनको हैवी ब्लीडिंग होती है उनमें आयरन डेफिसिएंशी एनीमिया (iron deficiency anemia) होने का रिस्क काफी बढ़ जाता है। डॉक्टर हैवी ब्लीडिंग को रोकने के लिए बर्थ कंट्रोल पिल्स प्रिस्क्राइब करते हैं, लेकिन इस बीमारी से ग्रसित सभी महिलाओं के लिए बर्थ कंट्रोल पिल्स उचित नहीं होती है क्योंकि वे स्ट्रोक का कारण बन सकती हैं। इसलिए महिलाओं में सिकल सेल डिजीज (Sickle cell disease in women)होने पर डॉक्टर की सलाह के बिना किसी भी दवा का उपयोग नहीं करना चाहिए।
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प्रेग्नेंसी के दौरान बच्चे और मां के लिए कॉम्प्लिकेशन (Pregnancy complications)
महिलाओं में सिकिल सेल डिजीज हाय रिस्क प्रेग्नेंसी का कारण बनती है। इसमें भ्रूण को भी रिस्क रहता है। उन्हें मेटरनल रिस्क जैसे कि मेडिकल कॉम्प्लिकेशन जिसमें इंफेक्शन और प्रेग्नेंसी रिलेटेड कॉम्प्लिकेशन जिनमें प्रीएक्लेमपशिया(preeclampsia), प्रीटर्म लेबर, प्लासेंटा संबधित समस्याएं और भ्रूण का विकास न होना जैसी स्थितियां शामिल हैं। महिलाओं में सिकिल सेल डिजीज होने पर इन कॉम्प्लिकेशन्स का रिस्क नॉर्मल महिलाओं से अधिक होता है। महिलाओं में सिकिल सेल डिजीज होने पर सीजेरियन डिलिवरी की दर अधिक होती है। वहीं डिलिवरी के दौरान यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन (Urinary tract infection) और दूसरे इंफेक्शन होने का रिस्क भी काफी ज्यादा रहता है। ऐसी महिलाओं में ब्लड क्लॉट्स (Blood clots) का खतरा दोगुना होता है जिससे गर्भावस्था से जुड़ी थ्रोमबोएम्बोलिक (Thromboembolic) घटनाओं का खतरा और बढ़ जाता है।
गंभीर या जानलेवा जटिलताओं से बचने के लिए सिकल सेल रोग/लक्षण वाली गर्भवती महिला को प्रिवेंटिव केयर प्रदान करना आवश्यक है। हेल्थ केयर प्रोफेशनल्स को मासिक धर्म और गर्भावस्था में इस बीमारी से जुड़ी स्थितियों के बारे में शिक्षित किया जाना चाहिए।
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महिलाओं में सिकल सेल डिजीज के कारण हो सकता है सेक्स के दौरान दर्द (Sickle Cell Disease effect on women)
जिन महिलाओं को सिकिल सेल डिजीज के कारण दर्द की समस्या होती है या जो एक्यूट पेन क्राइसेस का सामना करती हैं , तो उन्हें सेक्स के दौरान भी दर्द हो सकता है। अगर महिला सिकल सेल डिजीज के पेन मैनेजमेंट के लिए ऑपिऑइड्स का उपयोग कर रही हैं, तो यह उनके हॉर्मोन के लेवल्स को अफेक्ट कर सकता है। हॉर्मोन्स का असामान्य स्तर सेक्स के दौरान दर्द का कारण बन सकता है।
महिलाओं में सिकल सेल डिजीज प्रभावित कर सकती है फर्टिलिटी को (Fertility problems with Sickle cell disease)
सिकल सेल डिजीज (Sickle cell disease) के कारण होने वाले कॉम्प्लिकेशन प्रेग्नेंसी को प्रभावित कर सकते हैं। सिकल सेल डिजीज के कॉमन ट्रीटमेंट्स और पेन मेडिसिन्स फर्टिलिटी को प्रभावित कर सकते हैं। जैसे कि हाइड्रोक्सीयूरिया (Hydroxyurea) ओवरीज को डैमेज कर सकती है और ब्लड ट्रांसफ्यूजन (Blood transfusion) की वजह से आयरन लेवल हाय हो जाता है। इसकी वजह से प्रेग्नेंट होना मुश्किल होता है क्योंकि इससे ओवरीज सामान्य तरीके से काम नहीं कर पातीं। अगर आप प्रेग्नेंट होना चाहती हैं तो अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करें।
इस प्रकार समझा जा सकता है कि महिलाओं में सिकल सेल एनीमिया होने पर विशेष देखभाल की जरूरत होती है। डॉक्टर के साथ रेगुलर टच में रहकर और उनके निर्देशों का पालन कर इस बीमारी को मैनेज किया जा सकता है।
उम्मीद करते हैं कि आपके लिए ये आर्टिकल उपयोगी साबित हुआ होगा और आपको महिलाओं में सिकल सेल डिजीज (Sickle cell disease in women) और उससे जुड़े कॉम्प्लिकेशन से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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