परिचय/उपयोग
जैनटैक रेनिटिडाइन दवा का ब्रैंड नाम है, जिसका इस्तेमाल पेट संबंधी समस्याओं के इलाज के लिए किया जाता है। जैनटैक टैबलेट के रूप में आता है और इसका सेवन डॉक्टर के निर्देशों के अनुसार करना चाहिए।
जैनटैक टैबलेट का उपयोग क्यों किया जाता है?
पेट और इंटेस्टाइन के अल्सर से बचाव और ठीक होने के बाद इसे दोबारा होने से बचाने के लिए जैनटैक दवा का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा यह कई तरह की पेट और गले की समस्याओं के इलाज में भी इस्तेमाल होता है। यह दवा गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी), अल्सर, जोलिंगर-एलिसन सिंड्रोम, इरोसिव एसोफैगिटिस, अपर गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग और हार्ट बर्न जैसी स्थितियों में इस्तेमाल किया जाता है, जिसमें पेट में अधिक एसिड बनता है। जैनटैक टैबलेट के उपयोग से पेट में एसिड का उत्पादन कम होता है। जैनटैक (रेनिटिडाइन) H2 ब्लॉकर वर्ग की दवाओं से संबंधित है।
यह दवा प्रिस्क्रिप्शन और ओवर द काउंटर मिलती है। यदि आप अपनी मर्जी से यह दवा ले रहे हैं तो पैकेट पर लिखे मैन्युफ्रैक्चर निर्देशों को ध्यान से पढ़ें, ताकि आपको पता रहे कि कब डॉक्टर को संपर्क करना है।
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खुराक
जैनटैक टैबलेट की खुराक क्या है?
यह दवा ओरली ली जाती है। इसे खाने के पहले या बाद में लिया जा सकता है जैसा भी डॉक्टर ने निर्देश दिया हो। आमतौर पर यह दिन में एक या दो बार लेने की सलाह दी जाती है, लेकिन कुछ परिस्थितियों में दिन में 4 बार लेने को भी डॉक्टर कह सकता है। यदि आप दिन में एक ही बार जैनटैक ले रहे हैं, तो शाम को खाने के बाद या सोने से पहले इसे लेने की सलाह दी जाती है।
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जैनटैक टैबलेट का डोज कितना होगा और कितने दिनों तक इसका सेवन करना होगा यह आपकी मेडिकल स्थिति और इलाज के प्रति आपके रेस्पॉन्स पर निर्भर करता है। बच्चों को उनके वजन के हिसाब से डोज दिया जाता है। डॉक्टर के निर्देशों का ध्यान से पालन करें। आप इसके साथ डॉक्टर द्वारा दी गई अन्य दवाओं का सेवन कर सकते हैं। डॉक्टर ने जितना डोज कहा है उससे न तो ज्यादा लें और न ही कम और न ही डॉक्टर की सलाह के बिना दवा का सेवन बंद करें, क्योंकि ऐसा करने पर अल्सर पूरी तरह से ठीक नहीं होगा।
अगर आप सेल्फ मेडिकेशन कर रहे हैं और पेट में गैस या हार्ट बर्न के लिए जैनटैक का इस्तेमाल कर रहे हैं तो दिन में एक टैबलेट का सेवन कर सकते हैं वह भी खाना खाने से कम से कम आधे घंटे पहले। ध्यान रहे एक दिन में 2 टैबलेट से ज्यादा न खाएं। साथ ही बिना डॉक्टर की सलाह के 14 दिन से अधिक जैनटैक टैबलेट का सेवन न करें।
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जोखिम
जैनटैक टैबलेट के इस्तेमाल से जुड़े जोखिम क्या है?
जैनटैक टैबलेट के इस्तेमाल से निमोनिया का जोखिम बढ़ सकता है। निमोनिया के लक्षण जैसे छाती में दर्द, बुखार, सांस उखड़ना, हरा या पीले बलगम वाली खांसी आ सकती है। इसलिए इसके जोखिमों के बारे में डॉक्टर से सलाह लें।
यदि आपको रेनिटिडाइन से एलर्जी है तो जैनटैक का सेवन न करें। इसके अलावा किडनी और लिवर से जुड़ी बीमारी होने पर डॉक्टर से सलाह अवश्य लें कि क्या आप जेनटेक ले सकते हैं या नहीं?
पेट में गैस बनने पर भी हार्ट बर्न होता है, लेकिन आमतौर पर हार्ट बर्न (सीने में दर्द या जलन) को हार्ट अटैक से जोड़कर देखा जाता है। ऐसे में यदि आपको सीने में दर्द, भारीपन महसूस हो रहा है, दर्द बांह या कंधों तक फैल गया है, मितली या पसीना बहुत आ रहा है तो तुरंत इमरजेंसी मेडिकल हेल्प लें।
यदि आप पेट के अल्सर के इलाज के लिए जैनटैक का सेवन कर रहे हैं तो इसे ठीक होने में 8 हफ्ते लग सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर जब तक सलाह देता है दवा का सेवन करें। यदि आपके अल्सर के लक्षणों में 6 हफ्ते बाद भी कोई सुधार नहीं आता है, तो डॉक्टर को बताएं।
जैनटैक टैबलेट प्रेग्नेंसी में लेना कितना सुरक्षित है?
जैनटैक टैबलेट का गर्भ में पल रहे शिशु पर कोई असर नहीं होता है, बावजूद इसके आप यदि प्रेग्नेंट हैं या इसकी प्लानिंग कर रही हैं, तो इलाज से पहले डॉक्टर अपनी स्थिति की जानकारी अवश्य दें। ब्रेस्टफीड कराने वाली महिलाओं को डॉक्टर की सलाह के बिना जैनटैक का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह ब्रेस्टमिल्क तक पास हो जाता है।
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साइड इफेक्ट
जैनटैक टैबलेट के साइड इफेक्ट क्या है?
जैनटैक टैबलेट के सेवन से कुछ लोगों को साइड इफेक्ट हो सकता है, ऐसे में निम्न परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
- कब्ज, डायरिया, मितली, उल्टी या पेट दर्द
- सिर में दर्द
- नींद न आना
- सेक्स ड्राइव में कमी
- ब्रेस्ट में सूजन
इसके अलावा कई लोगों में इसके गंभीर साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। ऐसा होने पर जैनटैक का सेवन तुंरत बंद कर दें और निम्न परेशानी होने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लेः
- कफ में हरा या पीला बलगम निकलना
- नील पड़ना या रक्तस्राव होना
- असामान्य रूप से थकान महसूस होना
- धीमा या तेज सीने में जलन/दर्द
- धुंधला दिखना
- छाला होना, त्वचा पर लाल चकत्ते निकलने के साथ सिरदर्द
- त्वचा और आंखों का पीला होना
- गहरे रंग का पेशाब
- मल का रंग मिट्टी जैसा होना
- भूख न लगना
आमतौर पर जैनटैक से दुर्लभ मामलों में ही गंभीर एलर्जिक रिएक्शन होता है। लेकिन आपको यदि गंभीर एलर्जिक रिएक्शन जैसे रैश, चेहरे/जीभ/गले में खुजली/सूजन, बहुत थकान, सांस लेने में तकलीफ होती है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
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कुछ जरूरी बातें
जैनटैक टैबलेट का ओवरडोज लेने पर क्या करें?
यदि आपको लगता है कि आपने दवा का ओवरडोज ले लिया है तो पॉइजन कंट्रोल सेंटर या इमरजेंसी मेडिकल हेल्प नंबर पर तुरंत फोन करके मदद मांगे।
जैनटेक टैबलेट का डोज मिस होने पर क्या करें?
यदि आपने जैनटैक टैबलेट का कोई डोज लेना भूल गए हैं तो याद आते ही तुरंत ले लें। हालांकि यदि इस बीच आपके अगले डोज का समय आ गया है तो मिस्ड डोज को न लें और अगले दिन से डॉक्टर के बताए अनुसार ही दवा लें। इसकी अतिरिक्त खुराक लेने की गलती न करें।
एल्कोहल से दूरी
एक और महत्वपूर्ण बात यदि आप जैनटैक टैबलेट का सेवन कर रहे हैं तो शराब से परहेज करें, वरना पेट को क्षति पहुंच सकती है।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।
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