शोध से पता चला है कि जो महिलाएं स्तनपान कराती हैं, वो उन महिलाओं के मुकाबले (जो स्तनपान नहीं कराती है) 20 प्रतिशत तक कैंसर के जोखिम से बच जाती है। ब्रेस्टफीडिंग न कराना ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को बढ़ाना है। शराब पीने और व्यायाम न करने से इस बीमारी के होने की संभावना बढ़ जाती है। अगर आप वर्किंग हैं या नहीं भी है तो ब्रेस्टफीडिंग यानी स्तनपान को भूलकर भी इग्नोर न करें। ये न सिर्फ आपकी बीमारी के लक्षणों को कम करने में मदद करता है बल्कि बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाने का काम करता है। स्तनपान ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करने का काम करता है इसलिए बिजी मॉम को ब्रेस्टफीडिंग को इग्नोर नहीं करना चाहिए। ब्रेस्टफीडिंग से कैंसर बचाव होने के साथ ही न्यू मॉम का वजन भी कम होता है।
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ब्रेस्टफीडिंग से कैंसर बचाव : क्या कहती है रिसर्च?
स्टडी के अनुसार 15% महिलाओं में स्तन कैंसर का कारण जेनेटिक है। जबकि हाई ब्रेस्ट डेंसिटी, स्तन कैंसर के सबसे बड़े जोखिम कारकों में से एक है। हालांकि, स्तनों का घनत्व उम्र के साथ धीरे-धीरे कम होता जाता है, लेकिन बढ़ती उम्र भी इस कैंसर का एक कारण हो सकती है। स्तन कैंसर को रोका नहीं जा सकता है लेकिन, गर्भावस्था के दौरान और ब्रेस्टफीडिंग स्तन कैंसर के खतरे को कम कर सकते हैं। हालांकि, अगर शुरूआत में ही ब्रेस्ट कैंसर के लक्षणों का पता चल जाए तो इसका इलाज आसान हो जाता है। ब्रेस्टफीडिंग से कैंसर बचाव के बारे में रिचर्स भी यही कहती है कि स्तनपान ब्रेस्ट कैंसर के खतरे को कम करने का काम करता है।
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ब्रेस्टफीडिंग से कैंसर बचाव : इन बातों का रखें ध्यान
- सभी महिलाओं को यह पता होना चाहिए कि उनके स्तन सामान्य रूप से कैसे दिखते हैं ? उनमें किसी भी तरह बदलाव दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। वहीं, 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं को नियमित अंतराल पर से मेमोग्राफी कराना चाहिए, जिससे स्क्रीनिंग के द्वारा ब्रेस्ट कैंसर को फर्स्ट स्टेज पर ही पकड़ा जा सके।
- अगर आपको अपने स्तन में कुछ बदलाव महसूस हो जैसे तो उसे इग्नोर न करें। दोनों स्तनों के साइज में कुछ अंतर हो सकता है, लेकिन अगर आपको निप्पल के कलर में अंतर या फिर स्तन में गांठ का महसूस हो तो उसे इग्नोर बिलकुल न करें। तुरंत डॉक्टर के पास जाकर जांच कराएं।
- आप अपनी लाइफस्टाइल में सुधार करें। रोजाना हेल्दी डायट का सेवन करें। साथ ही खाने में न्यूट्रीएंट्स को इग्नोर न करें।
- रोजाना एक्सरसाइज और योगा आपकी सेहत को अच्छा रखने में मदद करता है।
- ब्रेस्ट के आकार में बदलाव या फिर दर्द की समस्या से राहत पाने के लिए घरेलू उपाय का सहारा न लें। घरेलू उपाय से कैंसर खत्म नहीं होता है। ऐसा करने से कैंसर फैलता जाएगा और उसका ट्रीटमेंट सक्सेफुल होने की प्रतिशतता भी घटती जाएगी। बेहतर होगा कि अपनी शरीर को लेकर आप सजग रहे और तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।