के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya
एनाफिलैक्टिक शॉक एक तरह की एलर्जी होती है, जो काफी गंभीर समस्या है। इससे जान जाने का खतरा भी बना रहता है। ये एलर्जी कुछ मिनट या सेकेंड्स में हो जाती है। यह खाने की कुछ चीजों या किसी कीड़े जैसे मधुमक्खी के काटने से हो सकती है। इस बीमारी को एनाफिलेक्सिस या सीवर एलर्जिक रिएक्शन भी कहा जाता है।
एनाफिलैक्टिक शॉक होने से आपके इम्यून सिस्टम से ऐसे रासायनिक पदार्थ निकलते हैं जो आपके ब्लड प्रेशर को अचानक कम कर देते हैं। जिन अंगों से शरीर के अंदर हवा या सांस जाती है उसे भी संकरा कर देते हैं। इसके लक्षणों की बात करें तो त्वचा पर लाल चकत्ते पड़ जाते हैं और जी मिचलाता है। कुछ खाद्य पदार्थ और दवाएं एनाफिलेक्सिस को बढ़ा सकती हैं।
एनाफिलैक्टिक शॉक के लक्षणों को कम करने के लिए एपिनेफ्रीन के इंजेक्शन दिए जाते हैं। यदि एनाफिलेक्सिस का तुरंत इलाज नहीं किया जाता है, तो यह घातक हो सकता है। यह एक दुर्लभ बीमारी है और ज्यादातर लोग इससे ठीक हो जाते हैं।
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एनाफिलैक्टिक शॉक में आम एलर्जी की तरह ही लक्षण दिखते हैं जैसे नाक से पानी आना या शरीर पर लाल चकत्ते पड़ना। धीरे-धीरे समस्या बढ़ने लगती है और फिर ये लक्षण दिखते हैं:
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एनाफिलैक्टिक शॉक एलर्जी गंभीर होती है। ये बीमारी अगर हो जाती है तो घर पर बैठकर ठीक होने का इंतजार नहीं करना चाहिए। डॉक्टर से तुरंत संपर्क करना चाहिए। जान लीजिए एलर्जी होने पर क्या करें?
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