लैवेंडर एसेंशियल ऑयल नैचुरल एंटीहिस्टामाइंस (Natural Antihistamines) की तरह काम करता है। इसमें पाई जाने वाली एंटी इंफ्लामेटरी प्रॉपर्टीज (Anti- Inflammatory Properties) एलर्जिक रिएक्शन को कम करने का काम करती है। इसके साथ ही लेवेंडर ऑयल एंग्जायटी को कम करने, अच्छी नींद लाने में मदद करने वाले गुणों के लिए भी जाना जाता है। जिससे एलर्जी में राहत प्राप्त होती है। इसका उपयोग डायरेक्टली स्किन पर करने के साथ ही इसे लोशन या स्किन प्रोडक्ट्स में यूज करके किया जा सकता है। नहाने के पानी में इसकी कुछ बूंदे भी मिलाई जा सकती हैं।
2.टी ट्री ऑयल (Tea Tree Oil)
टी ट्री ऑयल में एंटीफंगल (Antifungal), एंटीवायरल (Antiviral) और एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज (Anti bacterial Properties) पाई जाती हैं। 2015 की एक स्टडी के अनुसार टी ट्री ऑइल में पाया जाने वाला कंपाउंड अल्फा सेबिन (alpha-sabine) ये प्रॉपर्टीज प्रदान करता है। यह साइनस कंजेशन (Sinus Congestion) होने पर राहत प्रदान करता है। यह इंफ्लामेशन को कम करके साइनस के कारण होने वाली स्वेलिंग को कम करने में मदद करता है। स्वेलिंग कम होने पर रनी (Runny Nose) और स्टफी नोज से भी राहत मिलती है।
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3.पेपरमेंट ऑयल (Peppermint Oil)
कई लोगों ने ऐसा अनुभव किया है कि नाक बंद होने पर पेपरमिंट ऑयल को इनहेल करने पर राहत मिलती है। यह इसके कूलिंग इफेक्ट के चलते होता है। पेपरमेंट ऑयल में मेंथॉल (Menthol) पाया जाता है जो नाक के अंदर के म्यूकस रिसेप्टर्स (Mucus receptors) को प्रभावित कर सकता है। जिससे एयरवेज (Airways) को ओपन करने और म्यूकस को क्लियर करने में मदद मिलती है। कुछ स्टडीज में इस बात का भी खुलासा किया गया है कि पेपरमिंट ऑयल बैक्टीरिया से लड़ने का भी काम करता है। पेपरमिंट ऑयल का उपयोग स्टीम के जरिए किया जा सकता है इसके लिए पानी में कुछ बूंदे पेपरमेंट ऑयल की डालनी होंगी और इसके बाद कुछ मिनटों तक भाप लेना होगा। इसके अलावा डिफ्यूजर (Diffuser) की मदद से एसेंशियल ऑयल (Essential Oil) को डिफ्यूज करके इनहेल किया जा सकता है।
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