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इतनी तरह के एलर्जीस का शिकार हो सकते हैं आप, क्या जानते थे ये बात?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 23/06/2021

    इतनी तरह के एलर्जीस का शिकार हो सकते हैं आप, क्या जानते थे ये बात?

    एलर्जी एक ऐसी समस्या है, जो बेहद आम है। अपने भी इसके बारे में अवश्य सुना होगा। दरअसल, यह बीमारी किसी भी उम्र के लोगों को हो सकती है। लेकिन, कई बार रोगी को यह पता ही नहीं होता कि जो समस्या उसे हो रही है, वो किसी एलर्जी का लक्षण है। एलर्जी कई तरह की हो सकती है जैसे परागकण से, खाने की चीजों से, किसी जानवर या कीड़े के काटने से। इनके अलावा भी अन्य एलर्जीस (Other Allergies) हो सकती हैं। जानिए, इन अन्य एलर्जीस (Other Allergies) के बारे में विस्तार से। लेकिन, सबसे पहले जानते हैं, एलर्जी है क्या? 

    एलर्जी क्या है? (What is Allergy?)

    एलर्जी किसी चीज या खाद्य पदार्थ के प्रति संवेदनशीलता से उत्पन्न होती है। आप ऐसा भी कह सकते हैं कि जब हमारा शरीर और इम्यून सिस्टम किसी बाहरी पदार्थ के खिलाफ रिएक्शन देता है, तो एलर्जी होती है। जैसा की पहले ही बताया गया है कि एलर्जी कई चीजों से हो सकती है जैसे मिट्टी, पालतू जानवरों की रुसी, खाने की किसी चीज आदि से। कई बार लोगों को किसी धातु से भी अन्य एलर्जीस (Other Allergies) हो सकती हैं। जो तत्व एलर्जी का कारण बनते हैं उन्हें एलर्जेंस कहा जाता है। जानिए, एलर्जेंस के प्रकार क्या हैं और एलर्जी कितनी तरह की होती है। 

    अन्य एलर्जीस (Other Allergies)

    एलर्जेंस और इसके प्रकार के बारे में जानिए (Allergens and its Types)

    जैसा की आप जानते ही हैं कि एलर्जेंस एक ऐसा पदार्थ (एंटीजन) है, जिसे अक्सर मुंह या सांस के मध्यम से हम शरीर में ले जाते हैं। इम्यून सिस्टम इसे पहचानता है और यह एलर्जी का कारण बनते है। कई अलग-अलग प्रकार के एलर्जेंस, एलर्जी की प्रतिक्रिया को बढ़ा सकते हैं। ऐसे में डॉक्टर की सलाह और इलाज जरूरी है। कुछ मुख्य एलर्जेंस इन प्रकार हैं :

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    • जानवर (Animals)
    • डस्ट माइट्स (Dust Mites)
    • खाद्य पदार्थ (Foods)
    • एग एलर्जी डायट (Egg Allergy Diet)
    • लैक्टोज इनटॉलेरेंस (Lactose Intolerance)
    • सोया, पीनट या मिल्क एलर्जी डायट आदि  (Soya, Peanut, Milk Allergy Diet etc) 
    • कीड़ों का डंक (Insect Stings)
    • लेटेक्स (Latex)
    • मोल्ड (Mold)
    • पराग कण (Pollen)
    • पॉयजन आइवी/ पॉयजन ओक (Poison Ivy/ Poison Oak)

    ऊपर दी गई सूची के अलावा भी कुछ एलर्जेंस हो सकते हैं, जो अन्य एलर्जीस (Other Allergies) का कारण बनते हैं का कारण बनते हैं।

    एलर्जी के कौन-कौन से प्रकार हैं? (Types of Allergy)

    एलर्जी कई प्रकार की होती है। कुछ एलर्जीस मौसमी होती हैं और कुछ साल के किसी भी समय हो सकती हैं। तो कुछ ऐसी अन्य एलर्जीस (Other Allergies) भी हैं, जो जीवन भर आपकी परेशानी का कारण बन सकती हैं। एलर्जेंस से बचना, एलर्जी से बचाव का सबसे अच्छा तरीका है। जानिए कौन-कौन सी होती हैं यह अन्य एलर्जीस (Other Allergies)

    ड्रग एलर्जी (Drug Allergy)

    ड्रग एलर्जी बहुत कम लोगों को होती है क्योंकि अधिकतर दवाइयों से एलर्जी नहीं होती। लेकिन, इनके कुछ साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। ड्रग एलर्जी के लक्षण इस प्रकार हैं:

    • स्किन रैशेज़ (Skin rash)
    • हायव्स (Hives)
    • खुजली (Itching)
    • बुखार (Fever)
    • सूजन (Swelling)
    • सांस लेने में समस्या (Shortness of Breath)
    • नाक का बहना (Runny Nose)

    ड्रग एलर्जी के कारण और रिस्क फैक्टर (Causes and Risk Factor of Drug Allergy)

    ड्रग एलर्जी तब होती है जब हमारा इम्यून सिस्टम गलती से एक दवा को हानिकारक पदार्थ, जैसे कि वायरस या जीवाणु के रूप में पहचानता है। एक बार जब इम्यून सिस्टम एक दवा को हानिकारक पदार्थ के रूप में पहचान लेता है, तो यह उस दवा के लिए एक एंटीबॉडी विकसित करता है। इन स्थितियों में यह एलर्जी जोखिम भरी हो सकती है। 

    • अन्य एलर्जीस की हिस्ट्री होना (History of Other Allergies)
    • फैमिली हिस्ट्री (Family History) 
    • अधिक दवाई लेना (Increased Exposure to Drug)

    फूड एलर्जी (Food Allergy)

    फूड एलर्जी इम्यून सिस्टम की प्रतिक्रिया है, जो किसी खास खाद्य पदार्थ को खाने के तुरंत बाद होती है। यहां तक ​​कि एलर्जी पैदा करने वाले भोजन की थोड़ी मात्रा भी लक्षणों को ट्रिगर कर सकती है इसके लक्षण इस प्रकार हैं।

    • मुंह का सख्त होना या खुजली होना (Tingling or Itching in the Mouth)
    • हायव्स, खुजली या एक्जिमा (Hives, Itching or Eczema)
    • होंठों, जीभ, गले या शरीर के अन्य भागों में सूजन (Swelling of Lips, Tongue, Throat or Other Parts of Body)
    • नाक का बंद होना या सांस लेने में समस्या (Nasal Congestion or Trouble Breathing)
    • पेट में दर्द, डायरिया या उलटी (Abdominal Pain, Diarrhea or Vomiting)
    • सिर चकराना या बेहोशी (Lightheadedness or Fainting)

    फूड एलर्जी के कारण और रिस्क फैक्टर (Causes and Risk Factor of Food Allergy)

    जब फूड एलर्जी होती है, तो हमारा इम्यून सिस्टम गलती से किसी खास भोजन या भोजन में किसी पदार्थ को हानिकारक के रूप में पहचान लेता है। प्रतिक्रिया में, आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली एलर्जी पैदा करने वाले भोजन या खाद्य पदार्थ को बेअसर करने के लिए इम्युनोग्लोबुलिन के रूप में जाना जाने वाले एंटीबॉडी को रिलीज़ करने के लिए कोशिकाओं को ट्रिगर करती है।  इन स्थितियों में यह जोखिम भरी हो सकती है

    • फैमिली हिस्ट्री (Family History)
    • अन्य एलर्जीस (Other Allergies)
    • उम्र (Ageing) 
    • अस्थमा (Asthma)

    अन्य एलर्जीस (Other Allergies)

    जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जी (Animal & Insect Allergies)

    यह एलर्जी जानवर और कीड़ों के कारण होने वाली है। जानवरों की लार, रुसी, मूत्र, आदि के कारण यह एलर्जी हो सकती है और कीड़ों के डंक या काटने से भी यह समस्या होती है। आमतौर पर यह एलर्जी हलकी होती है लेकिन कई बार इसके गंभीर रिएक्शन भी हो सकते हैं। जानिए क्या हैं इसके लक्षण:

    • छींकें (Sneezing)
    • नाक का बहना (Runny Nose)
    • आंखों का लाल होना और उनमे खारिश और पानी आना (Itchy, Red or Watery Eyes)
    • नाक का बंद होना (Nasal Congestion)
    • नाक में खुजली (Itchy Nose)
    • खांसी (Cough)
    • चेहरे का दबाव और दर्द (Facial Pressure and Pain)
    • आंखों के नीचे सूजन, नीले रंग की त्वचा (Swollen, Blue-Colored Skin Under your Eyes)
    • स्किन रैशेस, खुजली या हायव्स (Skin Rashes, Itching or Hives)
    • गले, होंठो या जीभ में सूजन (Swelling of the Lips, Tongue or Throat)
    • सांस लेने में समस्या (Shortness of Breath)
    • सिर चकराना या बेहोशी (Dizziness or Fainting)
    • पेट में दर्द, उलटी आना, पेट फूलना या डायरिया (Stomach pain, Vomiting, Bloating or Diarrhea)
    • घबराहट (Nervousness)

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    जानवर और कीड़ों से होने वाली एलर्जी के कारण और रिस्क फैक्टर (Causes and Risk Factor of Animal & Insect Allergies)

    कुत्तों और बिल्लियों की रुसी, लार, मूत्र, पसीना और बालों में एलर्जेंस हो सकते हैं। यह इन्हीं एलर्जेंस के कारण होती है। इसके रिस्क फैक्टर इस प्रकार हैं:

    • अस्थमा या एलर्जी की फैमिली हिस्ट्री (Have a Family History of Asthma or Allergies)
    • अधिक उम्र (Ageing)

    मोल्ड (फफूंदी) एलर्जी (Mold Allergy)

    यदि किसी को मोल्ड एलर्जी है, तो जब आप मोल्ड स्पोर्स (Mold Spores) में सांस लेते हैं, तो इम्यून सिस्टम अत्यधिक प्रतिक्रिया देता है। मोल्ड एलर्जी के कारण खांसी हो सकती है, आपकी आंखों में खुजली हो सकती है या अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। इसके लक्षण इस प्रकार हैं:

    • छींकें (Sneezing)
    • नाक का बहना या बंद होना (Runny or Stuffy Nose)
    • खांसी (Cough)
    • आंखों, नाक या गले में खारिश (Itchy Eyes, Nose and Throat)
    • आंखों में पानी आना (Watery Eyes)
    • रूखी या पपड़ीदार त्वचा (Dry, scaly Skin)

    मोल्ड एलर्जी के कारण और रिस्क फैक्टर (Causes and Risk Factors of Mold Allergy)

    किसी भी एलर्जी की तरह, मोल्ड एलर्जी के लक्षण, अत्यधिक संवेदनशील प्रतिरक्षा प्रणाली की प्रतिक्रिया से उत्पन्न होते हैं। इन स्थितियों में यह एलर्जी जोखिम भरी हो सकती है 

    • फैमिली हिस्ट्री (Family History)
    • ऐसी जगह में रहना जहां आप मोल्ड (फफूंदी) के संपर्क में अधिक आते हैं (Working in Occupation that Exposed Mold)
    • नमी से भरे घर में रहना (Living in House With High Humidity)
    • ऐसे घर में रहना जहां वेंटिलेशन की कमी हो (Living in House with Poor Ventilation)

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    पॉलेन एलर्जी (Pollen Allergy) 

    पॉलेन एलर्जी यानी पराग के कणों से एलर्जी। कई लोग पॉलेन एलर्जी को “हे फीवर’ के नाम से भी जानते हैं। हर बसंत, गर्मी और पतझड़ के मौसम में, पौधे छोटे पराग कणों को छोड़ते हैं। यह पराग कण एलर्जी का कारण बन सकते हैं। इसके लक्षण इस प्रकार हैं:

  • नाक में जमाव (Nasal Congestion)
  • साइनस प्रेशर (Sinus Pressure)
  • नाक का बहना (Runny Nose)
  • आंखों में खुजली (Itchy Eyes)
  • गले में समस्या (Scratchy Throat)
  • खांसी (Cough)
  • दमे का बढ़ना (Increased Asthmatic Reactions)
  • पॉलेन एलर्जी के कारण और रिस्क फैक्टर (Causes and Risk Factors of Pollen Allergy)

    पॉलेन एलर्जी से पीड़ित व्यक्ति का इम्यून सिस्टम हानिरहित पराग को एक खतरनाक बाहरी तत्व के रूप में पहचानता है। यह पराग से लड़ने के लिए रसायनों का उत्पादन शुरू करता है। जिसके कारण एलर्जी की समस्या होती है। इन स्थितियों में यह जोखिम भरी हो सकती है:

    • अस्थमा या एलर्जी की फॅमिली हिस्ट्री (Family History of Asthma or Allergies)
    • उम्र (Ageing)

    अन्य एलर्जीस (Other Allergies)

    अन्य एलर्जीस की किन स्थितियों में तुरंत डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है? (Which Conditions seek Medical Advice Immediately)

    आमतौर पर एलर्जी अधिक समस्या का कारण नहीं बनती है। लेकिन कभी-कभी यह बड़ी समस्या का संकेत हो सकता है। आपको इन अन्य एलर्जीस (Other Allergies) की स्थितियों में तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए:

    • अगर एलर्जी के कारण आपको क्रोनिक साइनस इन्फेक्शन, नेसल कंजेशन या सांस लेने में समस्या हो रही हो।
    • आप साल में कई बार हे फीवर या अन्य एलर्जीस (Other Allergies) लक्षणों का सामना कर रहे हों।
    • एंटीहिस्टामाइन (Antihistamine) और ओवर-द-काउंटर दवाएं आपके एलर्जी के लक्षणों को नियंत्रित नहीं कर पा रही हों। उनसे उनींदापन जैसे साइड इफ़ेक्ट हो रहे हों।
    • अस्थमा या एलर्जी दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों को करने की आपकी क्षमता में हस्तक्षेप कर रहे हों  और आपके जीवन की गुणवत्ता को कम कर रहे हों। 
    • आपको अस्थमा के भयानक लक्षण नजर आ रहे हों जैसे सांस लेने में समस्या, अधिक खांसी, छाती में जकड़न आदि।
    • आप,में पहले ही अस्थमा का निदान किया गया हो, और आपको लगातार अस्थमा अटैक हो रहे हों, भले ही आप अस्थमा की दवा ले रहे हों।

    विभिन्न एलर्जीस के निदान के लिए कौन से टेस्ट्स हैं? (Tests for Diagnosing Various Allergies?)

    जैसे एलर्जी के कई प्रकार हैं, वैसे ही इसके निदान के लिए भी कई टेस्ट किए जाते हैं। इन टेस्ट से यह पता चलता है कि आपको किस एलर्जेंस से एलर्जी है। जानिए कौन से टेस्ट किए जाते हैं अन्य एलर्जीस (Other Allergies) के निदान के लिए:

    स्किन प्रिक टेस्ट (Skin Prick Test) 

    स्किन टेस्टिंग से कई सामान्य तरह की एलर्जीस का पता चलता है। कुछ मामलों में स्किन टेस्ट्स एलर्जेंस को कन्फर्म करने का सबसे अच्छा और कम एक्सपेंसिव तरीका है। इस टेस्ट के लिए त्वचा पर एलर्जेन की एक बूंद डाली जाती है। इसके बाद सुई से इस बूंद पर धीरे से प्रिक या स्क्रैच किया जाता है। अगर आपको उस एलर्जेंस से एलर्जी है, तो कुछ देर बाद आपकी त्वचा लाल हो जाएगी या उसमें सूजन और खुजली होगी।

    इंट्राडर्मल स्किन टेस्ट (Intradermal Skin Test)

    इस टेस्ट में डॉक्टर आपकी स्किन की बाहरी परत में कम मात्रा में एलर्जेन इंजेक्ट करेंगे। इसके बाद कुछ देर इसे मॉनिटर किया जाएगा। अगर आपकी प्रभावित जगह लाल हो जाती है या और इस में सूजन या खुजली होती है, तो इसका अर्थ है कि आपको इस एलर्जेन से एलर्जी है। इस टेस्ट को तब किया जाता है, जब स्किन प्रिक टेस्ट का परिणाम नेगेटिव होता है। 

    ब्लड टेस्ट (Blood Test) 

    यदि आपको त्वचा से संबंधित कोई समस्या है या आप कोई ऐसी दवा ले रहे हैं, जो त्वचा टेस्ट में हस्तक्षेप कर रही है। तो आपको ब्लड टेस्ट की सलाह दी जाएगी। इसमें आपके खून का टेस्ट लेकर उसकी जांच की जाएगी।

    यह भी पढ़ें: क्या फिश खाने के बाद आपको होती है पेट से जुड़ी परेशानी? तो फिश एलर्जी हो सकता है कारण

    फिजिशियन-सुपरवाइज्ड चैलेंज टेस्ट (Physician-Supervised Challenge Tests)

    इस टेस्ट में डॉक्टर आपको एलर्जेंस की थोड़ी मात्रा को मुंह से या नाक से शरीर के अंदर ले जाने के लिए कहेंगे। यह टेस्ट आमतौर पर फूड एलर्जी के निदान के लिए किया जाता है।

    फूड चैलेंज टेस्ट (Food Challenge Test)

    यह टेस्ट ड्रग या फूड एलर्जी के लिए किया जाता है। कई बार स्किन प्रिक या ब्लड टेस्ट से फायदा नहीं होता तो यह टेस्ट किया जाता है।

    यह भी पढ़ें: खाने से एलर्जी और फूड इनटॉलरेंस में क्या है अंतर, जानिए इस आर्टिकल में

    पैच टेस्ट (Patch Test)

    पैच टेस्ट निर्धारित करता है कि एलर्जेन डर्मेटाइटिस की सूजन का कारण हो सकता है। इस टेस्ट में डॉक्टर आपकी स्किन पर कुछ घंटों के लिए के पैच लगाते हैं। यदि, आपको किसी पदार्थ से एलर्जी है, तो आपको पैच वाले स्थान पर रैशेज हो सकते हैं।

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    अन्य एलर्जीस के निदान और उपचार के बारे में बताएं (Diagnosis and Treatment of Allergy)

    किसी भी एलर्जी के निदान के लिए डॉक्टर आपसे सबसे पहले लक्षणों के बारे में जानेंगे। इसके साथ ही आपकी शारीरिक जांच भी की जा सकती है। इसके साथ ही आपको कुछ टेस्ट कराने के लिए भी कहा जा सकता है जैसे:

    अगर आपके डॉक्टर को यह लगता है कि आपकी समस्या का कारण एलर्जी नहीं, बल्कि कोई और बीमारी है तो आपको कुछ अन्य टेस्ट कराने के लिए भी कहेंगे। एलर्जी के उपचार में यह सब शामिल है:

    • एलर्जेंस को नजरअंदाज करना (Allergen avoidance): इसमें डॉक्टर आपको एलर्जी ट्रिगर्स को पहचानने और उन्हें नजरअंदाज करने में मदद करेंगे।
    • दवाइयां (Medicines) : आपकी एलर्जी के अनुसार आपको दवाइयां दी जाएंगी ,ताकि आपके लक्षण कम हो सके। इसके लिए पिल्स, नेसल स्प्रे या ऑय ड्रॉप्स आदि दे सकते हैं।
    • आपातकालीन एपिनेफ्रीन (Emergency Epinephrine) : अगर आपको गंभीर एलर्जी है तो आपको आपातकालीन एपिनेफ्रीन शॉट लेने की सलाह दी जाती है।

    एलर्जी को दूर करने की होम रेमेडीज क्या हैं? (Home Remedies for Allery) 

    एलर्जी को दूर करने के लिए आपका एलर्जेंस को पहचानना, उसका सही निदान और उपचार कराना जरूरी है। लेकिन इसके साथ ही आप किन्हीं होम रेमेडीज का भी उपयोग कर सकते हैं। इनके उपयोग से आपको लाभ होगा। यह होम रेमेडीज इस प्रकार हैं:

    • साइनस औरहे फीवर (Hey Fever) के लक्षणों को कम करने के लिए आपको सेलाइन नेसल इरीगेशन (Saline Nasal Irrigation) तकनीक अपनानी चाहिए।
    • डस्ट माइट्स और जानवरों की रुसी के संपर्क में आने से बचने के लिए अपने बिस्तर, सॉफ्ट टॉयज आदि को अच्छे से गर्म पानी में धोते रहें। साफ सफाई का खास ध्यान रखें। नमी से बचे और एक अच्छे एयर ह्यूमिडिफायर का प्रयोग करें।
    • त्वचा संबंधी समस्याओं से बचने के लिए त्वचा पर नीम, एप्पल साइडर विनेगर, मेथोल आदि का प्रयोग करें।
    • एक स्वस्थ जीवनशैली भी आपको एलर्जी से बचने में मदद कर सकती है जैसे सही आहार, व्यायाम, पर्याप्त नींद, तनाव से बचाव आदि

    एलर्जीस से बचाव के लिए क्या करना चाहिए? (Tips to Prevent Allergies)

    एलर्जी से बचने के लिए आपको अपने जीवनशैली में बदलाव लाना चाहिए। हालांकि एलर्जिक रिएक्शन से बचाव उसके प्रकार पर निर्भर करता है। अन्य एलर्जीस (Other Allergies) के लिए इन तरीकों का प्रयोग किया जा सकता है:

    उन चीजों को नजरअंदाज करें जिनसे एलर्जी बढ़ती है (Ignore things those develop allergies)

    अगर आप अपने एलर्जी के लक्षणों का इलाज करा रहे हैं, तो भी ट्रिगर्स से बचने की कोशिश करें। उदाहरण के लिए, यदि आपको पराग से एलर्जी है, तो पराग अधिक होने पर खिड़कियों और दरवाजों को बंद रखें। यदि आपको धूल के कण, डस्ट माइट्स आदि से एलर्जी है तो अपने बिस्तर को धोते रहें। जानवरों से एलर्जी है तो जानवरों से दूर रहने की कोशिश करें।

    अन्य एलर्जीस (Other Allergies)

    डायरी में लिखें (Write down in Diary)

    जब आप एलर्जिक लक्षणों को पहचानने की कोशिश कर रहे हों, तब अपनी एक्टिविटीज और आप क्या खा रहे हैं सब कुछ नोट कर के रखें। इससे आपको ट्रिगर्स को पहचानने में आसानी होगी।

    मेडिकल अलर्ट ब्रेसलेट्स का प्रयोग करें (Wear Medical Alert Bracelets)

    एलर्जी से बचने के लिए आप मेडिकल अलर्ट बैंड, ब्रेसलेट्स या नेकलेस का प्रयोग कर सकते हैं। यह आपको सतर्क कर सकते हैं। हालांकि किन्हीं मामलों में यह सब सही से काम नहीं करते हैं। इसलिए अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर की सलाह लें।

    यह भी पढ़ें: एलर्जी और गले में खराश के बीच के कनेक्शन को जानना है जरूरी

    एलर्जी की गंभीरता हर व्यक्ति में भिन्न होती है। यह मामूली जलन से लेकर एनाफिलेक्सिस तक हो सकती है। एनाफिलेक्सिस (Anaphylaxis) एक जान के लिए जोखिम वाली स्थिति है। हालांकि अधिकतर अन्य एलर्जीस (Other Allergies) का इलाज नहीं हो सकता है। लेकिन, सही उपचार एलर्जी के लक्षणों से आपको राहत दिलाने में मददगार साबित हो सकता है।

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    AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 23/06/2021

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