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Atopic dermatitis : एटोपिक डर्मेटाइटिस क्या है?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar


Suniti Tripathy द्वारा लिखित · अपडेटेड 28/05/2020

Atopic dermatitis : एटोपिक डर्मेटाइटिस क्या है?

परिभाषा

एटोपिक डर्मेटाइटिस क्या है ?

एटोपिक डर्मेटाइटिस ( एक्जिमा ) त्वचा की एलर्जी है जिसमें इम्यून सिस्टम अत्यंत संवेदनशील हो जाता है। इसमें मामूली से मामूली चीज से भी त्वचा में एलर्जी हो जाती है। त्वचा में जलन, खिंचाव और लाल निशान दिखने लगते हैं। चेहरा, कुहनी के अंदर के हिस्से और घुटने के पीछे भी इस संक्रमण के होने की संभावना ज्यादा होती है। एटोपिक डर्मेटाइटिस किसी भी उम्र में हो सकता है।

एटोपिक डर्मेटाइटिस (Atopic dermatitis) कितना आम है ?

एटोपिक डर्मेटाइटिस बहुत आम बीमारी है और ये किसी भी उम्र के लोगों में हो सकती है लेकिन, बच्चो में इसके होने की संभावना सबसे ज्यादा होती है। इसके कारणों को समझकर इस बीमारी पर नियंत्रण पाकर आप इस बीमारी को रोक सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए अपने नजदीकी डॉक्टर से मिलें।

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लक्षण

एटोपिक डर्मेटाइटिस (Atopic dermatitis) के क्या लक्षण हो सकते हैं ?

इसके निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं। जैसे-

  • रात को प्रभावित जगह पर ज्यादा खुजली या जलन होगी।
  • पैर, हाथ, कलाई, गले, छाती और चेहरे पर भूरे और लाल रंग के चिट्टे।
  • आपके चेहरे पर मुहासे हो सकते हैं जिन्हें छेड़ने पर उनसे मवाद निकलेगा।
  • मोटी, खुरदुरी और सख्त त्वचा भी देखी जा सकती है।

खुजाने पर आपको असहज महसूस होगा जिससे त्वचा और अधिक संवेदनशील हो जाएगी और संक्रमण की सम्भावना बढ़ जाएगी।

किसी भी लक्षण के दिखने पर अपने डॉक्टर से सलाह जरूर लें और से इलाज न शुरू करें।

अपने डॉक्टर से कब मिलें ?

अगर आपको इनमें से कोई भी संकेत और लक्षण महसूस हो रहा है तो अपने डॉक्टर से जरूर मिलें :

  • असहजता का एहसास होना ( जैसे नींद न आना और अपने दैनिक कार्यों में मन न लगना। )
  • त्वचा के कुछ हिस्सों में दर्द महसूस होना।
  • त्वचा में संक्रमण होना ( त्वचा में खिचाव होना या फिर पीलापन दिखना सामान्य भाषा में अगर इसे समझा जाये तो त्वचा बेजान हो जाती है)
  • अगर घरेलू नुस्खे और सामान्य दवाईयों से आपकी परेशानी कम नही हो रही हो तो जल्द से जल्द हेल्थ एक्सपर्ट को दिखायें।
  • अगर त्वचा की स्थिति के कारण आंखों की रोशनी में किसी तरह का विकार आ रहा हो या फिर देखने में परेशानी हो रही हो, इसकी जानकारी जल्द से जल्द डॉक्टर दें।

इनमें से किसी भी संकेत या लक्षण के दिखने की स्थिति में अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। हर व्यक्ति का शरीर अलग स्थिति में अलग प्रकार से प्रतिक्रिया देता है। इसलिए अपने डॉक्टर की सलाह से ही इलाज करवाएं।

कारण

एटोपिक डर्मेटाइटिस (Atopic dermatitis) के क्या कारण हो सकते हैं ?

एटोपिक डर्मेटाइटिस का असल कारण अभी तक पता नहीं लगाया जा सका है, इन लक्षणों के चलते एक्जिमा (Eczema ) होने की सम्भावना ज्यादा हो सकती है :

  • त्वचा में जलन होना जिसकी वजह से त्वचा सुरक्षा का काम नहीं कर पाएगी और संक्रमण की सम्भावना बढ़ जाएगी।
  • जीन में बदलाव की वजह से भी एटोपिक डर्मेटाइटिस हो सकता है
  • इम्यून सिस्टम में गड़बड़ी की वजह से भी एटोपिक डर्मेटाइटिस हो सकता है।
  •  Staphylococcus Bacteria की वजह से भी एटोपिक डर्मेटाइटिस हो सकता है।
  • तापमान या फिर किसी और प्राकृतिक स्थिति की वजह से भी एटोपिक डर्मेटाइटिस हो सकता है।

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खतरे

एटोपिक डर्मेटाइटिस (Atopic dermatitis) के क्या खतरे हो सकते हैं ?

एटोपिक डर्मेटाइटिस होने पर निम्नलिखित शारीरिक परेशानी हो सकती है। जैसे-

  • अगर आपके परिवार में किसी को एक्जिमा रहा है तो आपको एक्जिमा हो सकता है।
  • अगर आप डर्मेटाइटिस से जुड़े इलाज में काम करते हैं तो भी संक्रमण की संभावना हो सकती है।
  • अगर आप शहर में रहते हैं तो भी आपको ये बीमारी हो सकती है।
  • अगर आप चाइल्ड केयर में बच्चे को भेजते है तो भी ये बीमारी हो सकती है क्योंकि आपका बच्चा जरुरत से ज्यादा संवेदनशील हो सकता है।
  • अगर आपको ह्यपरएक्टिविटी डिसऑर्डर ( Hyperactivity disorder / ADHD ) है।
  • एटोपिक डर्मेटाइटिस के कारण बच्चों को तेज बुखार होने का खतरा बना रहता है।
  • कभी-कभी एक्जिमा के कारण बच्चों में अस्थमा की बीमारी हो सकती है।
  • त्वचा पर अत्यधिक खुजली हो सकती है जिस कारण स्किन से खून आने की संभावना भी बनी रहती है।
  • कुछ बच्चों में एटोपिक डर्मेटाइटिस की वजह से इंफेक्शन का खतरा अत्यधिक बढ़ जाता है।
  • त्वचा पर हो रहे खुजली के कारण नींद न आने की समस्या भी हो सकती है।

निदान और उपचार

यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सा परामर्श का विकल्प नहीं है किसी भी और जानकारी के लिए अपने नजदीकी डॉक्टर से मिलें।

एटोपिक डर्मेटाइटिस (Atopic dermatitis) की जांच कैसे की जा सकती है ?

इस टेस्टिंग के लिए किसी लैब टेस्ट की आवश्यकता नहीं है। आपकी त्वचा और मेडिकल हिस्ट्री को देखकर ही स्थिति और बीमारी की गहराई का पता लगाया जा सकता है। कभी – कभी डॉक्टर पैच टेस्ट भी करवा सकते हैं जिससे एक्जिमा के साथ होने वाली बीमारीयों का पता लगाया जा सकता है।

एटोपिक डर्मेटाइटिस (Atopic dermatitis) का इलाज़ कैसे करवाया जा सकता है ?

एटोपिक डर्मेटाइटिस के इलाज के लिए कोई निश्चित इलाज नहीं है लेकिन कुछ दवाओं की मदद से आप असहजता को कम कर सकते हैं जैसे :

  • खुजली और जलन कम करने वाले क्रीम्स की मदद से आप आराम पा सकते हैं।
  • ऐसे क्रीम्स जिनसे रूखी बेजान त्वचा को दोबारा राहत मिल सके।
  • संक्रमण से लड़ने की दवाओं से भी डर्मेटाइटिस का इलाज किया जा सकता है।
  • ओरल टेबलेट्स और खुजली कम करने की दवाओं से भी एटोपिक डर्मेटाइटिस को कम किया जा सकता है।

इंजेक्शन से दिए जाने वाली दवाई भी लाभदायक हो सकती हैं।

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जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचार

किन घरेलू उपायों और बदलावों से आप डर्मेटाइटिस की संभावना को कम कर सकते हैं ?

  • ब्लीच बाथ लेने से लाभ मिल सकता है।
  • अपनी त्वचा को नम रखकर भी डर्मेटाइटिस के खतरे को कम किया जा सकता है।
  • खुजली होने पर भी कोशिश करें की कम खुजलाएं।
  • गरम पानी से रोजाना स्नान करें
  • कॉटन के नरम और शरीर को आराम देने वाले कपड़े ही पहनें। यह भी ध्यान रखें की कपड़े अत्यधिक टाइट न हों।
  • ज्यादा तनाव न लें।
  • अगर आप एटोपिक डर्मेटाइटिस से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।

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    डिस्क्लेमर

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