दिल्ली के डर्मटॉलॉजिस्ट डॉक्टर निवेदिता दादू का कहना है “गर्मियों के मौसम में तापमान में बढ़ोतरी होने के साथ अल्ट्रावॉयलेट किरणों की प्रचंडता भी बढ़ जाती हैं, जो त्वचा पर भारी पड़ती हैं। गर्मियों के दौरान शिकायत रहती है कि गर्मियां में टेनिंग (Tening), पसीना (Sweating), मुंहासे (Acne), स्किन एलर्जी (Skin allergy), तैलीय त्वचा (Oily skin), झुर्रियां (Wrinkles) आदि समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं। सूरज की रोशनी की वजह से उनकी त्वचा का भी काफी बुरा हाल हो जाता है। गर्म हवाओं की वजह से बाहर आकर ताजा हवा लेने से डरते हैं। जिसके कारण त्वचा नमी खो देती है और अगर समय रहते त्वचा की ठीक से देखभाल न की गई, तो ये गर्मी का मौसम त्वचा के लिए बहुत नुकसानदेह साबित हो सकता है। ऐसे में बहुत जरूरी है कि त्वचा का बहुत ज्यादा ध्यान रखा जाए। इसलिए, एक मॉश्चराइजर के साथ एसपीएफ30 युक्त सनस्क्रीन त्वचा पर लगाना चाहिए।
डर्मेटाइटिस का इलाज कैसे किया जाता है? (Treatment for Dermatitis)
कारण और स्थिति को समझते हुए इलाज किया जाता है। वैसे जीवनशैली में बदलाव और कुछ घरेलू उपचार की मदद से भी इलाज किया जाता है। जैसे:
- कॉर्टिकोस्टेरॉइड क्रीम (Corticosteroid cream) लगाना चाहिए।
- ऐसे लोशन या क्रीम लगाएं जो इम्यून सिस्टम (Immune system) पर असर करता हो। जैसे: कैल्सीनुरिन इनहिबिटर्स
- प्रभावित एरिया को नेचुरल लाइट में रखें।
डर्मेटाइटिस से बचने के लिए क्या हैं घरेलू उपचार और क्या करें जीवनशैली में बदलाव?
निम्नलिखत टिप्स अपना कर डर्मेटाइटिस की समस्या से बचा जा सकता है:
पानी के संपर्क में कम रहें : बाथ ऑयल (Oil) का इस्तेमाल करें। गर्म पानी की जगह गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें और ज्यादा से ज्यादा 10 मिनट में नहाने की कोशिश करें।
केमिकल फ्री सोप का इस्तेमाल करें : अपनी स्किन के अनुसार सोप का चयन करें। कुछ ऐसे भी सोप होते हैं जिनसे स्किन ड्राय होती है।
शरीर पर पानी रहने न दें : नहाने के बाद अच्छी तरह से शरीर से पानी को पोंछ लें।