ऐसे डायपर 100 प्रतिशत कॉटन के बने होते हैं। ये वेल्क्रो या स्नैप्स (Velcro or snaps) डायपर से मिलते-जुलते हुए होते हैं, लेकिन ये वॉटर प्रूफ नहीं होते हैं। इसको पहनाने के साथ भी डायपर कवर की जरूरत पड़ती है, जो बच्चे जमीन में घुटनों के बल चलना शुरू कर देते हैं, उनके लिए फिटेड डायपर सही रहते हैं। ये डायपर आसानी से स्लिप नहीं होते हैं। अगर घर के बाहर जा रही हैं तो फिटेड डायपर का इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही डायपर कवर का इस्तेमाल करने से अन्य कपड़े के गीले होने का खतरा भी कम हो जाता है।
पॉकेट डायपर
पॉकेट डायपर में गीलेपन को अवशोषित करने की क्षमता होती है। जब बच्चा पॉकेट डायपर गीला कर दे तो उसे चेंज कर दिया जाता है। साथ ही इन डायपर्स को धोया भी जा सकता है। पॉकेट डायपर यूज करने के दौरान डायपर कवर की जरूरत नहीं पड़ती है। बच्चे के लिए कपड़े के डायपर का इस्तेमाल सुविधा के अनुसार ही करना चाहिए।
घर में भी बना सकती हैं कपड़े का डायपर
कपड़े का डायपर जहां एक ओर बच्चे की त्वचा के लिए आरामदायक होता है, वहीं कपड़े के डायपर को आसानी से घर में भी बनाया जा सकता है।कपड़े का डायपर बनाने के लिए साफ सूती कपड़े का इस्तेमाल किया जा सकता है। मार्केट से दो मीटर तक का कॉटन कपड़ा खरीदकर घर में सूती डायपर बनाए जा सकते हैं। अगर आपको सिलाई का काम नहीं आता है तो दर्जी भी इसे आसानी से बना सकते हैं। न्यूबॉर्न बेबी छह से सात बार डायपर गीला करता है। 14 से 15 डायपर तैयार करना सही रहेगा। कितने कॉटन कपड़े की जरूरत लगेगी, इस बारे में घर के बड़े बुजुर्ग से जानकारी ली जा सकती है।
कपड़े का डायपर इस्तेमाल करें तो ध्यान रखें
जब आप कपड़ों का डायपर (Cloth Diapers) का चुनाव करते हैं तो आपको अधिक सावधानी बरतनी होती है। कपड़ों के डायपर आपको अच्छे तरीके से साफ करने होते हैं, ताकि इससे शिशु को किसी प्रकार का संक्रमण होने से रोका जा सके। इसके अलावा कपड़ों के डायपर कम लिक्विड (पेशाब) सोख पाते हैं।
जिन महिलाओं को जानकारी नहीं होती है, वो पेशाब के गीले डायपर को धूप में सुखाने के बाद दोबारा उसका यूज करने लगती हैं। ऐसा करने से संक्रमण का खतरा हो सकता है। बच्चा जितनी बार भी डायपर गीला करता है, उसे अच्छी तरह से साबुन से धुलना चाहिए। और साथ ही धूप में सुखाना भी चाहिए। साफ कपड़े का इस्तेमाल करना बहुत जरूरी होता है। गंदे कपड़े से बच्चे को रैशेज का खतरा भी हो सकता है।