के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. पूजा दाफळ · Hello Swasthya
सिकल सेल रोग को SCD भी कहा जाता है। यह एक आनुवंशिक लाल रक्त कोशिका (RBC) विकार है। यह रोग जेनेटिक म्यूटेशन का परिणाम है जो मिस्पेन RBCs (Red Blood Cells ) का कारण बनता है। सिकल सेल रोग को यह नाम RBCs के अर्धचन्द्राकार आकार की वजह से मिला है, जिसका आकार दरांती के समान होता है। सिकल सेल रोग एक वंशानुगत समस्या है जो लाल रक्त कोशिकाओं में एक प्रकार के दोषपूर्ण हीमोग्लोबिन (Hemoglobin) का कारण बनता है। हीमोग्लोबिन रक्त में ऑक्सीजन ले जाता है। सिकल सेल रोग वंशानुगत रक्त विकारों में सबसे आम है। यह रोग विशेष रूप से ब्लैक अमेरिकियों और अफ्रीकियों ने अधिक होता है। इस रोग के गंभीर अटैक (Attack) को सिकल सेल क्राइसिस कहा जाता है, इससे दर्द हो सकता है क्योंकि इसमें ब्लड वेसल ब्लॉक हो जाते हैं और डिफेक्टिव रेड ब्लड सेल शरीर के अंगों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
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सिकल सेल रोग से पीड़ित सभी लोग दर्दभरी स्थिति से गुजरते हैं जिन्हे क्राइसेस कहा जाता है। यह दर्दभरी समस्या कई घंटों से लेकर दिनों तक रह सकती है। क्राइसेस के कारण पीठ, टांग, जोड़ों और छाती में दर्द हो सकता है। कई लोगों को यह क्राइसेस कुछ सालों में हो सकते हैं तो कई लोग इसे हर साल महसूस करते हैं। अगर इसमें स्थिति गंभीर हो तो अस्पताल में भी एडमिट रहना पड़ सकता है।
अगर यह समस्या गंभीर हो जाए तो आपको यह लक्षण देखने को मिल सकते हैं:
समय के साथ प्लीहा(स्प्लीन) काम करना बंद कर देता है जिसके परिणाम स्वरूप सिकल सेल रोग में इन्फेक्शन के लक्षण दिखाई देते हैं जैसे:
अन्य लक्षण
हालांकि, इस समस्या का कारण आप नहीं जान पाएंगे क्योंकि इसके एक नहीं बल्कि कई कारण हो सकते हैं, जिनमे से कुछ इस प्रकार हैं :
अफ्रीकी और भूमध्यसागरीय वंश के लोगों में सिकल सेल रोग बहुत आम है। हालांकि,यह रोग दक्षिण और मध्य अमेरिका, कैरेबियन और मध्य पूर्व के लोगों में भी देखा जाता है।
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सिकल सेल रोग की जटिलताओं को मैनेज करने के लिए जिन उपचारों की आवश्यकता हो सकती है वो इस प्रकार हैं:
सिकल सेल रोग वाले लोगों में संक्रमण के लिए जोखिम कम करने के लिए निम्नलिखित टीकाकरण होना चाहिए:
विटामिन और मिनरल: विटामिन और मिनरल डॉक्टर की सलाह के अनुसार लें। फोलिक एसिड ब्लड वेसल की समस्या को दूर करने में मदद करते हैं। जिंक दर्द कम करने में फायदेमंद है।
पर्याप्त तरल लें : डिहाइड्रेशन (Dehydration) से सिक सेल क्राइसिस का जोखिम बढ़ सकता है। इसलिए जितना अधिक हो सके तरल पदार्थों और पानी का सेवन करें।
एक्सरसाइज: पर्याप्त आराम करें और एक्सरसाइज करें।
ठंड से बचे: ठंड से बचना आवश्यक है। गर्म जगह से एकदम ठंडी जगह न जाएं। ठंडे पाने में तैराकी न करें। सर्दियों में गर्म रहें।
स्मोकिंग न करें: इस समस्या से बचने के लिए स्मोकिंग (Smoking) न करें और न ही एल्कोहॉल का सेवन करें। इससे आपमें सिकल सेल क्राइसिस की समस्या बढ़ सकती है। सिगरेट और सिगार में मौजूद निकोटीन (Nicotine) और अन्य केमिकल के कारण फेफड़ों को नुकसान हो सकता है।
टीकाकरण करें: टीकाकरण कराना न भूलें। ऐसा टीकाकरण कराएं जिससे वायरल इंफेक्शन से बच सके, जो सिकल सेल क्राइसिस का कारण हो सकते हैं।
अन्य उपाय
डिस्क्लेमर
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