के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
मल्टीपल मायलोमा एक प्रकार का कैंसर है जो मैलिग्नेंट प्लाज्मा सेल्स के कारण होता है। प्लाज्मा कोशिकाएं एंटीबॉडीज बनाती हैं, जो कीटाणुओं के हमले के समय लड़ती है और रोग प्रतिरोधक शक्ति बढ़ाती है। प्लाज्मा कोशिकाएं बोन मैरो (Bone marrow) में पाई जाती हैं और ये रोग प्रतिरोधक प्रणाली ( immune system ) का महत्त्वपूर्ण भाग बनाती हैं। बोन मैरो (Bone marrow) हड्डियों के अंदर पाए जाने वाले कोमल टिशू को कहते हैं। प्लाज्मा सेल्स के अलावा बोन मैरो (Bone marrow) में और तरह के ब्लड सेल्स बनाने वाले हिस्से होते हैं।
शरीर के किसी भी अंग में जब जरुरत से ज्यादा बढ़ोतरी होने लगे और कोशिकाएं अनियमित ढंग से विभाजित हो तब कैंसर का बनना संभावित है। कैंसर शरीर के किसी भी भाग में बन सकता है।
मल्टीपल मायलोमा दुनिया में पाए जाने वाले सभी प्रकार के ब्लड कैंसर में से दूसरे नंबर पर है। कुछ समय पहले तक इस कैंसर का इलाज़ संभव नहीं था लेकिन कैंसर रिसर्च में प्रगति की वजह से इसकी रोकथाम संभव है। इस कैंसर को बढ़ावा देने वाले फैक्टर्स को रोकने से हम इस कैंसर को रोक सकते है। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से जरूर मिले।
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मल्टीपल मायलोमा के निम्नलिखित लक्षण संभव है :
मल्टीपल मायलोमा पूरे रोग प्रतिरोधक प्रणाली को प्रभावित करता है इसलिए इसके बहुत सारे लक्षण हो सकते है। इसके चार मुख्य कारण हो सकते है :
मल्टीपल मायलोमा में प्लाज्मा कोशिकाएं बहुत तेज़ी से बनेंगी जिसके कारण साधारण खून की कोशिकाओं की कमी हो जाएगी और आपको एनीमिया हो सकता है। एनीमिया की वजह से आपको थकान लगेगी और प्लेटलेट्स की कमी भी हो सकती है। इसे थ्रोम्बोसाइटोपेनिया ( Thrombocytopenia) कहते है। प्लेटलेट्स कोशिकाएं किसी भी घाव के भरने में सहायक होती है। प्लेटलेट की कमी होने पर कोई भी घाव जल्दी नहीं भरेगा और खून जरुरत से ज्यादा बहेगा। इससे ल्यूकोपीनिया (Leukopenia )भी हो सकता है ये ऐसी स्थिति है जब वाइट ब्लड सेल्स की कमी हो जाएगी। इससे आपका शरीर किसी भी संक्रमण के लिए ज्यादा संवेदनशील हो जाएगा।
बोन सेल साइकिल हड्डियों की नई कोशिकाओं के बनने की प्रक्रिया को कहते है। मायलोमा कोशिकाएं बोन सेल साइकिल में रूकावट डालती है। मायलोमा कोशिकाएं ऐसा पदार्थ निकालती हैं, जिससे हड्डियों में गलन शुरू हो जाती है। इसे ओस्टेओक्लास्ट (Osteoclast) कहते है। इस प्रक्रिया के चलते नई कोशिकाएँ यानि की ओस्टिओब्लास्ट(Osteoblast) नहीं बन पाती। इससे हड्डिया कमजोर हो जाती है और जल्दी गल जाती है।
प्लाज्मा कोशिकाएं संक्रमण रोकने का काम करती है। कैंसर कोशिकाएं संक्रमण को नहीं रोकती और संक्रमण की आशंका को बढ़ा देती है।
मल्टीपल मायलोमा कोशिकाओं से बनने वाली एंटीबॉडीज किडनी को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
इन लक्षणों के आलावा भी कई लक्षण हो सकते है और अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से मिले।
इनमें से किसी भी लक्षण के दिखने पर तुरंत अपने डॉक्टर से मिले। हर व्यक्ति अलग स्थिति में अलग व्यवहार करता है इसलिए सही परामर्श के लिए डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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मल्टीपल मायलोमा एक प्रकार का खून का कैंसर है। अत्याधिक और अनियमित ढंग से कोशिकाओं में विभाजन के कारण बोन मैरो में ट्यूमर बन सकता है, जिससे शरीर के बाकी अंग भी प्रभावित हो सकते हैं। अगर आपको एक ही जगह पर ट्यूमर हो रहा है और ये कही और नहीं फैल रहा इस स्थिति में इसे हम आइसोलेटेड प्लास्मासाइटोमा ( Isolated Plasmacytoma) कहेंगे।
अभी तक कई रिसच के बावजूद वैज्ञानिक मल्टीपल मायलोमा के कारण का पता नहीं लगा पाए है। अंदाज़ा लगाया जाता है की डीऑक्सीराइबोन्यूक्लिइक एसिड (DNA ) में बदलाव की वजह से भी ये कैंसर हो सकता है।
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मल्टीपल मायलोमा होने का खतरा इन स्थितियों में बढ़ सकता है :
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यहां दी गई जानकारी किसी भी डॉक्टर एडवाइस का विकल्प नहीं है। अधिक और विश्वसनीय जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से मिलें ।
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