backup og meta

ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर (Triple-Negative Breast Cancer) क्या है?

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar


Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/02/2022

    ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर (Triple-Negative Breast Cancer) क्या है?

    ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर क्या है? (Triple Negative Breast Cancer)

    ब्रेस्ट कैंसर पूरी दुनिया में महिलाओं को होने वाला सबसे आम कैंसर बन गया है। मेडिकल देखें, तो ब्रेस्ट में गांठ, स्किन में बदलाव, निप्पल के आकार में बदलाव, स्तन का सख्त होना, स्तन के आस-पास गांठ होना, निप्पल से रक्त या तरल पदार्थ का आना या स्तन में दर्द महसूस होना ब्रेस्ट कैंसर हो सकता है। वहीं कैंसर टेस्ट के दौरान अगर एस्ट्रोजेन, प्रोजेस्ट्रोन और प्रोटीन (HER2) की रिपोर्ट नेगटिव आता है, तो ऐसी स्थिति को ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर कहते हैं। ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर का इलाज अन्य ब्रेस्ट कैंसर के इलाज की तुलना में ज्यादा कठिन होता है।

    क्या कहती है रिपोर्ट?

    नेशनल ब्रेस्ट कैंसर फाउंडेशन (NBCF) के अनुसार मनुष्य में BRCA1और BRCA2 जीन मौजूद होते हैं। BRCA1 जीन के किसी भी कारण ठीक तरह से काम नहीं करने की स्थिति में ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर होने की संभावना बढ़ जाती है। ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर ज्यादातर 50 साल से कम उम्र की महिलाओं में होता है। मॉफिट कैंसर सेंटर के अनुसार 8 में से हर 1 महिला ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित होती हैं। वहीं 55– 65% महिलाओं में BRCA1 म्यूटेशन के कारण ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।

    और पढ़ें: मेल ब्रेस्ट कैंसर के क्या हैं कारण, जानिए लक्षण और बचाव

    ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर

    ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर के कारण (Causes of Triple-Negative Breast Cancer) क्या है ?

    निम्नलिखित कारणों से बढ़ सकती है ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर (Triple-Negative Breast Cancer) का खतरा।

    • परिवार (ब्लड रिलेशन) में ब्रेस्ट कैंसर के पेशेंट
    • जेनेटिक (BRCA1और BRCA2 जींस) ठीक से काम नहीं करना
    • ब्रेस्ट से जुड़ी कोई बीमारी
    • पीरियड्स (मासिक धर्म) जल्दी शुरू होना और मेनोपॉज देर से होना
    • ब्रेस्ट टिशू का इक्कठा होना
    • ज्यादा रेडिएशन के संपर्क में आना
    • गर्भवती नहीं होना या 30 साल की उम्र के बाद गर्भवती होना
    • अत्यधिक वजन बढ़ना
    • मेनोपॉज के बाद हॉर्मोन थेरिपी लेना
    • अत्यधिक एल्कोहॉल का सेवन करना

    इन कारणों के साथ-साथ निम्नलिखित कारणों से भी ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। जैसे-

    इन कारणों की वजह से भी इसका खतरा ज्यादा रहता है। यूनाइटेड स्टेट्स की अगर बात की जाये तो रिसर्च के अनुसार 8 में से 1 महिला कैंसर पीड़ित होती है।

    ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण (Triple-Negative Breast Cancer Symptoms) क्या हैं?

    ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर के निम्नलिखित लक्षण हो सकते हैं:

    • स्तन का सख्त होना
    • स्तन के रंग में बदलाव आना
    • स्तन के आसपास और अंडरआर्म्स में लम्प होना
    • निप्पल में बदलाव आने के साथ-साथ निप्पल से तरल पदार्थ का आना

    [mc4wp_form id=’183492″]

    ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर (Test for Triple-Negative Breast Cancer) के लिए किए जाने वाली जांच कौन-कौन सी हैं?

    और पढ़ें: ऐसे 5 स्टेज में बढ़ने लगता है ब्रेस्ट कैंसर

    ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर का इलाज (Triple-Negative Breast Cancer Treatment) कैसे किया जाता है?

    निम्नलिखित तरह से ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर का इलाज किया जाता है:

    ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर होने पर किन-किन बातों का रखें ख्याल?

    किसी भी कैंसर पीड़ित व्यक्तियों को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:

    • मोटापे से दूर रहें । ऐसे किसी भी खाद्य पदार्थों का सेवन न करें जिससे वजन बढ़ें।
    • डॉक्टरों के संपर्क में रहें। चेकअप के दौरान डॉक्टर जी सलाह दें उसे अपनायें।
    • गर्भनिरोधक गोलियों के सेवन से बचें। गर्भनिरोधक दवाओं की जगह कॉन्डम का प्रयोग करें।
    • एल्कोहॉल के सेवन से बचें। एल्कोहॉल के सेवन से कैंसर के साथ-साथ अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
    • सिगरेट और तम्बाखु–गुटखा का सेवन न करें। स्मोकिंग जोन से भी दूरी बनाये रखें और पैसिव स्मोकिंग से भी बचें (स्मोकिंग जोन में न जाएं और ध्रूमपान कर रहें व्यक्ति के पास नहीं रहें)।
    • जंक फूड को अपने आहार में शामिल न करें
    • पौष्टिक आहार और पानी का सेवन करें। वयस्क वयक्ति को दो से तीन लीटर पानी का सेवन रोजाना करना चाहिए।
    • महिलाओं को 40 साल की उम्र के बाद मैमोग्राफी करवाना चाहिए। इससे शरीर में बनने वाले गांठ की जानकारी आसानी से मिल जाती है।

    और पढ़ें : ब्रेस्ट कैंसर (Breast cancer) और ब्रेस्ट इंफेक्शन (Breast infection) में अंतर

    ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित पेशेंट की स्थिति का अंदाजा उनके स्टेज से लगाया जाता है। अमेरिकन कैंसर सोसायटी के अनुसार ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर के अलग-अलग स्टेज होते हैं। जैसे-

    स्टेज (Stage) 0 से 1- इस स्टेज में रहने से 100 प्रतिशत पेशेंट की जान बचाई जा सकती है।

    स्टेज (Stage) 2- इस स्टेज में 93 प्रतिशत संभावना होती है पेशेंट के जीवित रहने की।

    स्टेज (Stage 3) 3- पेशेंट के स्टेज 3 में पहुंचने पर 72 प्रतिशत संभावना होती है बीमारी से छुटकारा पाने की।

    स्टेज (Stage) 4- ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर का यह सबसे आखरी स्टेज माना जाता है। डॉक्टर्स के अनुसार 22 प्रतिशत संभावना होती है की पेशेंट इस बीमारी से लड़ पायें।

    Breastcancer.Org के अनुसार ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर को ग्रेड 3 की श्रेणी में रखा गया है। हालांकि कैंसर की जानकारी किसी भी स्टेज में मिलने पर इसका इलाज जल्द से जल्द शुरू करें। सही इलाज से ऐसी भी संभावना होती है कि पेशेंट बीमारी से लड़ने में सफल हो जाये। ब्रेस्ट कैंसर डॉट ओआरजी के अनुसार 10 से 20 प्रतिशत संभावना रहती है ट्रिपल-नेगिटिव ब्रेस्ट कैंसर के पेशेंट को बचाने की। इसलिए अगर आपको स्तन से जुड़ी कोई समस्या होती है तो अपनी इस परेशानी को टाले नहीं बल्कि डॉक्टर से सम्पर्क करें।

    और पढ़ें – ब्रेस्टफीडिंग बचा सकता है आपको जानलेवा बीमारी से

    इन बातों को भी जान लें

    ब्रेस्ट कैंसर के इलाज के लिए डॉक्टर सर्जरी, रेडिएशन थेरिपी और कीमोथेरेपी से करते हैं। इन थेरेपी के साइड इफेक्ट भी होते हैं, जैसे बालों का झड़ना लेकिन, 6 महीनों में फिर से बाल आ जाते हैं। पेशेंट को पौष्टिक आहार लेना चाहिए फल और हरी सब्जी जरूर खानी चाहिए और साफ-सफाई का ज्यादा ध्यान रखना चाहिए।

    कुछ महिला ब्रेस्ट कैंसर की समस्या को इसलिए अपने परिवार या डॉक्टर को नहीं बताती हैं क्योंकि सर्जरी के ब्रेस्ट को शरीर से अलग कर दिया जाता है या बाल झड़ जाने का डर। लेकिन, ये समझना बेहद जरूरी है की ब्रेस्ट कैंसर होने पर ब्रेस्ट शरीर से अलग ही कर दिया जाता है। यह कैंसर कौन सी स्टेज पर है यह निर्भर करता है और शुरुआती स्टेज होने पर डॉक्टर सिर्फ कैंसरस सेल्स (ट्यूमर) को हटा देते हैं। वहीं कीमोथेरिपी के दौरान बाल झड़ जाते हैं लेकिन, 3 से 6 महीने में बाल वापस आ भी जाते हैं। इसलिए परेशानी महसूस होते ही डॉक्टर से संपर्क करें।

    हर प्रकार के कैंसर का इलाज उसके चरण पर निर्भर करता है। ऐसे में ब्रेस्ट कैंसर की जितनी जल्दी पहचान कर ली जाए इलाज उतना बेहतर होता है। शुरुआती चरणों में सर्जरी की मदद से मरीज को ठीक किया जा सकता है जबकि आखिरी चरण तक पहुचंते-पहुंचते इलाज की संभावना कम होती है।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

    Dr Sharayu Maknikar


    Nidhi Sinha द्वारा लिखित · अपडेटेड 21/02/2022

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement