• निचली कमर का दर्द
• इंटरकोर्स के दौरान दर्द
• कब्ज
• इनडाइजेशन (Indigestion)
• थकान
• मेंस्ट्रुअल साइकिल (Menstrual cycle) में चेंजेस
• वेट गेन
• वेट लॉस
• वजाइनल ब्लीडिंग (Vaginal bleeding)
• एक्ने
• बैक पेन जो बदतर हो जाता है
यदि आपके पास दो सप्ताह से अधिक समय तक ये लक्षण हैं, तो आपको डॉक्टर से तुरंत कंसल्ट करें।
हिसटेरेक्टमी के बाद ओवेरियन कैंसर के बारे में ये भी जान लें
ओवेरियन कैंसर के कारण होने पर, ऊपर बताए लक्षण ट्रीटमेंट के प्रति रिस्पॉन्ड नहीं करते हैं या समय के साथ कम नहीं होते हैं। जितनी जल्दी हो सके अपने डॉक्टर को लक्षणों की रिपोर्ट करना जरूरी है क्योंकि जिन लोगों का डायग्नोज और प्रारंभिक अवस्था में इलाज किया जाता है, उनमें बेहतर तरीके से ट्रीटमेंट संभव होता है।
- पेल्विक एग्जामिनेशन (Pelvic examination) से इसकी शुरूआत की जा सकती है, लेकिन पेल्विक में छोटे ट्यूमर हमेशा महसूस नहीं किए जा सकते हैं।
- ट्रांसवजायनल अल्ट्रासाउंड (Transvaginal ultrasound) या एमआरआई (MRI) जैसे इमेजिंग टेस्ट ट्यूमर का पता लगाने में मदद कर सकते हैं खासकर CA-125 ट्यूमर से जुड़े।
- एंटीजन के लिए एक ब्लड टेस्ट भी हेल्पफुल हो सकता है। हालांकि, ओवेरियन कैंसर के डायग्नोस को कंफर्म करने का एकमात्र तरीका ओवरी या सस्पेसियस टिश्यू (Suspicious tissue) की बायोप्सी (Biopsy) है।
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ओवेरियन कैंसर के फैक्ट्स और आंकड़े (Ovarian cancer facts and figures)
• ओवेरियन कैंसर, कैंसर का एक रेयर फॉर्म है। नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट (NCI) ने लाइफटाइम रिस्क 1.25 प्रतिशत रखा है। यदि आप कुछ जीन म्युटेशन करते हैं तो यह रिस्क ज्यादा हो सकता है। सीडीसी के अनुसार, BRCA1 या BRCA2 म्युटेशन वाली लगभग 30 प्रतिशत महिलाओं को 70 वर्ष की आयु तक ओवरी का कैंसर हो जाएगा।
• बहुत सारे फैक्टर्स आपके इंडिविजुअल आउटलुक को एफेक्ट करते हैं। इनमें से एक डायग्नोसिस के स्टेज में है।
• एसीएसटी के अनुसार, एपिथेलियल ओवेरियन कैंसर के सभी स्टेजेस के लिए 5 साल की रिलेटिव सर्वाइवल रेट, सबसे आम प्रकार, 47 प्रतिशत है। जब प्रारंभिक अवस्था में निदान और ट्रीटमेंट किया जाता है, तो 5 साल की की रिलेटिव सर्वाइवल रेट 92 प्रतिशत जितनी अधिक होती है।
• लेकिन आम तौर पर, शुरुआती स्टेज में केवल 20 प्रतिशत ओवेरियन कैंसर का पता लगाया जाता है। इसलिए ओवेरियन कैंसर के लक्षणों के प्रति अवेयर होना और जितनी जल्दी हो सके अपने डॉक्टर को इसकी सूचना देना बहुत जरूरी है।
यदि आप हिसटेरेक्टमी के बाद ओवेरियन कैंसर के अपने रिस्क के बारे में कंसर्न हैं, तो अपने डॉक्टर से स्क्रीनिंग ऑप्शंस और रिस्क को कम करने के तरीकों के बारे में पूछें।
उम्मीद करते हैं कि आपको हिसटेरेक्टमी के बाद ओवेरियन कैंसर (Ovarian Cancer After Hysterectomy) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।