लगभग 10% महिलाओं में, ओवरी के कैंसर का पारिवारिक इतिहास जेनेटिक होता है, यानी कि आनुवांशिक रूप से होता है। जेनेटिक मामलों में बिगड़ा हुआ BRCA1 / 2 जीन है। फैमिली हिस्ट्री होने पर भी ओवेरियन कैंसर होने का खतरा अधिक होता है। बीआरसीए 1/2 दो सुरक्षात्मक जीन हैं, इन जीनो की संरचना में परिवर्तन से हमारे शरीर में कई कैंसर हो सकते हैं, मुख्य रूप से स्तन और अंडाशय को ज्यादा प्रभावित करते हैं। महिलाओं में होने वाली इन दिक्कतों के होने पर तुरंत ऑन्कोलॉजिस्ट (oncologist) से परामर्श करना चाहिए। ताकि यह पता लगाया जा सके कि उन्हें डिम्बग्रंथि के कैंसर होने की कितनी संभावना है। डिम्बग्रंथि के कैंसर के लिए बढ़े हुए जोखिम वाली महिलाओं को कैंसर के विकास से पहले अपने अंडाशय को हटाने के लिए सर्जरी की सलाह दी जा सकती है। हाॅर्मोन रिप्लेसमेंट थेरिपी (hormone replacement therapy) का उपयोग, अधिक वजन होना (Over weight), धूम्रपान (Smoking) और इनफर्टिलिटी (Infertility) की शुरुआत एंडोमेट्रियोसिस ओवेरियन के कैंसर के अन्य जोखिम के कारक हैं। हमारे लाइफस्टाइल में होने वाली ऐसी बहुत सी गतविधियां है, जो हमें इसका शिकार बनाती हैं। तो वहीं दूसरी तरफ कई इससे बचाव के भी कई तरीके हैं, जैसे कि प्रसव, स्तनपान, शारीरिक व्यायाम (Physical exercise), ओरल गर्भ निरोधकों का सेवन, फैलोपियन ट्यूब को हटानाऔर ट्यूबल लिगेशन किसी को भी ओवेरियन के कैंसर से बचा सकते हैं।
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जरूरी जांचें
आवेरियन कैंसर से बचाव के लिए सबसे पहला उपाय यह है कि समय रहते जांच और फिर इलाज हो जाए। प्रस्तुति पर रोग के कारण होने वाले ओवेरियन कैंसर पिछले पांच सालों में 45% देखे गए हैं। इसलिए, महिलाओं को इन लक्षणों के बारे में अधिक जागरूक होने और इसके शुरू होने के एक साल के भीतर ऑन्कोलॉजिस्ट की देखरेख में इलाज बहुत जरूरी है। स्क्रीनिंग के लिए, आमतौर पर इस्तेमाल किए जाने वाले परीक्षण में समय-समय पर डॉक्टर से मिलना और अल्ट्रासाउंड है। इससे समय पर उपचार मरीज को मिल सकता है। डिम्बग्रंथि के कैंसर का उपचार कैंसर के चरण, कोशिकाओं के प्रकार और रोगी की उम्र पर निर्भर करता है। ओवेरियन के कैंसर के इलाज (cancer treatment) के लिए मुख्य रूप से इस्तेमाल की जाने वाले उपायों में सर्जरी, कीमोथेरिपी (chemotherapy) और मेडिकेशन शामिल है।
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ओवेरियन कैंसर (ovarian cancer) का इलाज: रोकथाम के लिए समय पर इलाज है बेहतर
ओवेरियन कैंसर के इलाज और रोकथाम के लिए, सभी महिलाओं को अपने शरीर में कैल्शियम (calcium) के स्तर की नियमित रूप से जांच करवानी चाहिए। यदि इसका स्तर अधिक हैं, तो ओवेरियन के कैंसर का खतरा आप में अधिक है। यह जांच आपको समय-समय पर कराते रहना चाहिए, यदि पहले कभी आपमें इसका स्तर बढ़ा हुआ आ चुका है। इसके अलावा, गर्भनिरोधक गोलियां आमतौर पर विवादों और मिथकों से घिरी होती हैं, लेकिन ये गोलियां महिलाओं को ओवेरियन संबंधी रोगों से बचाने में प्रभावी देखी गई हैं। लेकिन इसे इसका इलाज नहीं कह सकते हैं। इसे अपने डॉक्टर से सलाह लेने के बाद ही लिया जाना चाहिए। इसके अलावा, जिन महिलाओं को कोलन कैंसर (colon cancer), प्रोस्टेट कैंसर (Prostate cancer) या गर्भाशय कैंसर की फैमिली हिस्ट्री होती है, उन्हें कभी भी लक्षणों की अनदेखी नहीं करना चाहिए।