इंटेराइटिस का क्या कारण है? (Enteritis)
इंटेराइटिस का सबसे सामान्य रूप है इंफेक्शियस इंटेराइटिस (Enteritis) जो बैक्टीरिया, वायरस और परजीवी के कारण होता है। वायरस इसका मुख्य कारण हैं। नोरोवायरस वो सामान्य वायरस है जो वयस्कों को प्रभावित करता है। बच्चों में रोटावायरस इसका मुख्य कारण है। बैक्टीरिया जो इस समस्या का कारण बन सकते है, उनमें साल्मोनेला (Salmonella), क्रिप्टोस्पोरिडियम पैरासाइट्स (Cryptosporidium parasite) आदि शामिल हैं। इसके कुछ अन्य कारण इस प्रकार हैं:
- वायरस, बैक्टीरिया या परजीवी द्वारा दूषित किये भोजन और ड्रिंक्स का सेवन करना (Eating foods or drinking liquids contaminated with a Virus, Bacteria, or Parasites)
- एंटीबायोटिक्स या एंटीकैंसर जैसी दवाईयां (Medicines such as Antibiotics or Anticancer Drugs)
- पेल्विक एरिया का रेडिएशन थेरेपी से नुकसान होना (Damage from Radiation Therapy to the Pelvic Area)
- मेडिकल कंडीशंस जैसे क्रोहन रोग या सीलिएक रोग (Medical Conditions such as Crohn Disease or Celiac Disease)
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इंटेराइटिस का निदान कैसे है संभव? (Diagnosis of Enteritis)
इंटेराइटिस के निदान के लिए डॉक्टर सबसे पहले आपकी जांच करेंगे। आपसे इसके लक्षण और यह समस्या कब शुरू हुई थी यह भी जाना जाएगा। इसके अलावा डॉक्टर यह भी जान सकते हैं कि हाल ही में आपने कोई यात्रा तो नहीं की थी। आपकी मेडिकल कंडीशन, आप जो दवाइयां ले रहे हैं या आप हाल ही में किस ट्रीटमेंट से गुजरे हैं, यह सब जानना भी डॉक्टर के लिए जरूरी है। इसके साथ ही डॉक्टर आपको ब्लड टेस्ट के लिए सैंपल देने के लिए भी कह सकते हैं। ताकि इंटेराइटिस (Enteritis) का कारण बने रोगाणुओं के बारे में जाना जा सके।
U.S. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन (U.S. National Library of Medicine) के अनुसार इस स्थिति में निम्नलिखित टेस्ट भी कराए जा सकते हैं:
- स्टूल कल्चर (stool culture) : इंफेक्शन के प्रकार के बारे में जानने के लिए स्टूल कल्चर कराया जा सकता है। हालांकि, यह टेस्ट हमेशा बीमारी का कारण बनने वाले बैक्टीरिया को नहीं पहचान सकता है।
- कोलोनोस्कोपी (colonoscopy) : कोलोनोस्कोपी या अपर एंडोस्कोपी की मदद से स्मॉल इंटेस्टाइन की जांच की जा सकती है और अगर जरूरत हो तो उसका सैंपल भी लिया जा सकता है।
- इसके अलावा अन्य इमेजिंग टेस्ट जैसे सिटी स्कैन (CT scan) और मैग्नेटिक रेजोनेंस इमेजिंग (Magnetic Resonance Imaging) के लिए भी कहा जा सकता है।
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इंटेराइटिस का उपचार कैसे किया जाता है? (Treatment of Enteritis)
इंटेराइटिस का उपचार इसके कारण पर निर्भर करता है। यह समस्या सही डायट लेने और आराम करने से खुद से भी ठीक हो सकती है या डॉक्टर इस के लिए अन्य तरीकों को भी अपना सकते हैं। यह तरीके इस प्रकार हैं:
- बैक्टीरिया या परजीवी के कारण होने वाले इंफेक्शन के लिए दवाइयां दी जा सकती हैं। आपको डायरिया या उल्टियों के उपचार के लिए भी दवा की जरूरत होगी। इन दवाइयां का सेवन अपनी मर्जी से न करें। बल्कि अपने डॉक्टर की सलाह के बाद ही इन्हें लें। इसके अलावा इंटेराइटिस (Enteritis) के उपचार के लिए डॉक्टर आपको अन्य कुछ दवाइयां भी दे सकते हैं।
- ऐसे आहार का सेवन करें जिनसे इंटेराइटिस(Enteritis) के लक्षण कम हों। जैसे अधिक चीनी, फैट युक्त आहार का सेवन करने से बचें। इससे आपको डायरिया में आराम मिलेगा। यही नहीं, इससे आपको लैक्टोज से राहत पाने में भी मदद मिलेगी, जो एक तरह की शुगर है और मिल्क प्रोडक्ट्स में पाई जाती है।