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पीरियड में पेट का फूलना यानि पीरियड ब्लोटिंग से पाएं राहत, इन आसान तरीकों से

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 09/03/2021

    पीरियड में पेट का फूलना यानि पीरियड ब्लोटिंग से पाएं राहत, इन आसान तरीकों से

    पीरियड्स यानी मासिक धर्म का समय महिलाओं के लिए दर्द भरा और बैचैन करने वाला होता है। क्योंकि, पीरियड्स अपने साथ ले कर आते हैं पेट और शरीर में दर्द (Stomach and Body Pain), मूड स्विंग्स (Mood Swings), कब्ज (Constipation), डायरिया (Diarrhea) और ब्लोटिंग (Bloating)। आज हम बात करने वाले हैं, पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) के बारे में। ब्लोटिंग यानी पेट का फूलना इस दौरान होने वाली सामान्य समस्याओं में से एक है। इसके कारण आपको ऐसा महसूस होगा जैसे आपका वजन बढ़ गया है। अगर आप भी इन दिनों में ब्लोटिंग की समस्या महसूस करती हैं तो आपके लिए यह जानना बेहद सुखदायी होगी कि कुछ तरीकों को अपना कर आप ब्लोटिंग की समस्या से छुटकारा पा सकती हैं। जानिए पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) और इससे छुटकारा पाने के तरीकों के बारे में विस्तार से।

    पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) कब होती है?

    कुछ महिलाएं पीरियड से पहले या इनके शुरू होते ही ब्लोटिंग को महसूस कर सकती हैं। अधिकतर महिलाएं ब्लोटिंग की समस्या हर महीने महसूस करती हैं। हालांकि, कुछ महिलाएं इसे कभी-कभी महसूस करती हैं। लेकिन, कुछ महिलाओं को पीरियड ब्लोटिंग की समस्या बिलकुल भी नहीं होती। लेकिन, ऐसा माना जाता है कि लगभग 85 प्रतिशत महिलाएं पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) का सामना करती हैं। पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) वैसे तो सामान्य समस्या है। लेकिन, गंभीर ब्लोटिंग किसी अन्य समस्या के कारण भी हो सकती है। जिसका उपचार अलग तरीके से किया जाना जरूरी है। इसलिए, कुछ गंभीर स्थितियों में आपको तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए। यह स्थितियां इस प्रकार हैं:

    पीरियड ब्लोटिंग के कारण क्या हैं? (Causes of Period Bloating)

    पीरियड से पहले या बाद में ब्लोटिंग सेक्स हार्मोन्स जैसे प्रोजेस्टेरोन (Progesterone) और एस्ट्रोजन (Estrogen) में बदलाव के कारण होती है। प्रोजेस्टेरोन के लेवल में कमी के कारण यूटरस की लाइनिंग शेड हो जाती है, जिसके कारण मेंस्ट्रुअल ब्लीडिंग (Menstrual bleeding) होती है। ब्लीडिंग के साथ ही इन सेक्स हार्मोन्स के लेवल में बदलाव (Change in Sex hormones level) के कारण शरीर में पानी और नमक की मात्रा बरकरार रहती है। इससे शरीर की कोशिकाएं पानी के कारण फूल जाती है और ब्लोटिंग का कारण बनती हैं। ऐसा माना जाता है कि महिलाओं में पीरियड के पहले दिन अधिक वाटर रिटेंशन (Water Retention) होता है और वो पहले दिन अधिक ब्लोटिंग महसूस करती हैं

    पीरियड ब्लोटिंग

    हॉर्मोन्स के अलावा कुछ अन्य कारण भी हो सकते हैं जो पीरियड में शारीरिक लक्षणों जैसे पीरियड ब्लोटिंग का कारण (Causes of Period Bloating) बनें, जैसे:

    • आपके जीन (Genes)
    • विटामिन और मिनरल्स का प्रकार और मात्रा जो आप लेते हैं (Type and amount or Vitamins and Minerals)
    • आपका आहार खासतौर पर नमक की उच्च मात्रा (High amount of Salt in food)
    • आपके आहार में कैफीन और एल्कोहॉल की मात्रा (High amount of Caffeine and Alcohol)

    पीरियड ब्लोटिंग से कैसे राहत पाई जा सकती है? (How to Get Relief from Period Bloating)

    पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) पीरियड से जुड़ी एक सामान्य समस्या है जिससे बचाव संभव नहीं है। हालांकि, हर महिला का शरीर अलग होता है। इसलिए हर महिला में यह समस्या भी अलग होती है। मतलब किसी में कम तो किसी में गंभीर। लेकिन, कुछ तरीकों को अपना कर और अपनी जीवनशैली में बदलाव के बाद आप अपने शरीर में वाटर रिटेंशन को कम कर सकते हैं और इसके साथ ही पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) से भी आराम पा सकते हैं। यह तरीके इस प्रकार हैं:

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    अधिक नमक वाले आहार से बचें (Avoid Salt in Food)

    नमक में सोडियम के कारण महिला के शरीर में पानी की मात्रा बढ़ सकती है। ऐसे में आप नमक वाली चीजों को नजरअंदाज करके शरीर में वाटर रिटेंशन को कम कर सकते हैं और पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) को सुधार सकते हैं। जंक फूड या प्रोसेस्ड फूड (Processed Food) में नमक की मात्रा अधिक होती है, ऐसे में इन्हें खाने से बचें

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    पोटैशियम युक्त आहार लें (Potassium in Diet)

    पोटैशियम युक्त आहार भी पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) में राहत पहुंचा सकता है। ऐसा माना जाता है कि पोटाशियम सोडियम लेवल को कम कर सकता है और यूरिन के उत्पादन को बढ़ा सकता है। इससे शरीर में वॉटर रिटेंशन भी कम हो सकता है और पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) सुधर सकती है। इसलिए पोटैशियम युक्त चीजों को आवश्यक खाएं। पोटैशियम युक्त आहार में हरी पत्तेदार सब्जियां, शकरकंदी, केले, टमाटर आदि शामिल हैं।

    Period Bloating

    डाययूरेटिक का प्रयोग करें (Use Diuretic)

    डाययूरेटिक शरीर में यूरिन के उत्पादन को बढ़ाते हैं। यूरिन के उत्पादन से शरीर में से पानी की मात्रा से छुटकारा पाने में मदद मिलती है। इस तरह से डाययूरेटिक (Diuretic) वाटर रिटेंशन (Water Retention) को कम करने में मदद करते हैं। वाटर रिटेंशन से पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) भी कम हो सकती है। इसलिए इस स्थिति में आपको डाययूरेटिक (Diuretic) आराम पहुंचा सकते हैं। कुछ खाद्य पदार्थों में भी ड्यूरेटिक गुण होते हैं यानी पानी की मात्रा अधिक होती है। आप इनका सेवन भी कर सकते हैं। जैसे:

    इसके अलावा यह डायूरेटिक पिल के रूप में भी मिलते हैं। अगर आपको अन्य तरीकों को अपनाने के बाद भी पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) से राहत न मिले, तो डॉक्टर इनकी सलाह दे सकते हैं। लेकिन, बिना डॉक्टर की सलाह के इन्हें न लें।

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    रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स का सेवन न करें (Refined Carbohydrates)

    रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स जैसे प्रोसेस्ड चीनी, मैदा आदि के कारण ब्लड शुगर लेवल बढ़ता है। जिससे खून में इन्सुलिन का लेवल बढ़ता है और इसका परिणाम होता है किडनी का अधिक सोडियम रिटेंशन करना। सोडियम लेवल बढ़ने से अधिक वाटर रिटेंशन होती है और यह पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) का कारण बनती है। इसलिए, अपने आहार में कम रिफाइंड कार्बोहाइड्रेट्स को शामिल करें

    व्यायाम करें (Exercise Daily)

    अगर आप एक अच्छी और हेल्दी लाइफ जीना चाहते हैं तो व्यायाम को अपने जीवन का जरूरी हिस्सा बना लें। ऐसा सिद्ध हुआ है कि नियमित रूप से व्यायाम करने से पीरियड के लक्षणों में सुधार होता है। जिनमें से एक पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) भी है। अगर आप किन्हीं कारणों से रोजाना व्यायाम नहीं कर पा रही हैं तो दिन में कम से कम तीस मिनट निकाल कर सैर करे इससे भी आपको लाभ होगा। इस बारे में आप डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं।

    पानी (Water)

    पानी न केवल अन्य स्वास्थ्य समस्याओं को दूर करने के लिए आवश्यक है बल्कि पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) में भी लाभदायक है। ऐसा माना जाता है कि अधिक पानी पीने से वाटर रिटेंशन सुधारने में मदद मिलती है। हालांकि इसका कोई पुख्ता सबूत नहीं है। लेकिन, यह सच है कि अधिक पानी पीने से हम हाइड्रेट रहते हैं और हमें अच्छा महसूस होता है। इसलिए पीरियड की समस्याओं से बचने के लिए भी जितना अधिक हो सके पानी पीएं।

    पीरियड ब्लोटिंग

    अल्कोहल और कैफीन का सेवन न करें (Limit Alcohol and Caffeine)

    एक्सपर्ट ऐसा मानते हैं कि एल्कोहॉल और कैफीन से ब्लोटिंग की समस्या बढ़ती है। इसके साथ ही इससे पीरियड की अन्य समस्याएं भी बढ़ती है। इसलिए चाय और कॉफी या तो बिलकुल छोड़ देना चाहिए या इसकी मात्रा को सीमित कर दें।

    तनाव को मैनेज करें (Manage Stress)

    जो महिलाएं चिंता (Stress), तनाव (Depression) या एंग्जायटी (Anxiety) से पीड़ित होती है, उनमे भी पीरियड के दौरान समस्याएं अधिक पाई जाती हैं। जिनमे ब्लोटिंग भी शामिल है। ऐसे में, आपको अपने तनाव को मैनेज करने के लिए अन्य तरीकों को अपनाना होगा जैसे भरपूर नींद लेना (Enough sleep), योगा (Yoga), मैडिटेशन (Meditation), व्यायाम (Exercise) आदि। अपनी नींद को कभी भी नजरअंदाज न करें। सही नींद लें, सकारात्मक और खुश रहें। इससे भी आप पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) में आराम महसूस करेंगी। तनाव से छुटकारा पाने के लिए आप अपने डॉक्टर या किसी विशेषज्ञ से भी संपर्क कर सकते हैं

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    जैसे हर महिला का शरीर अलग होता है, वैसे ही उनमें पीरियड के दौरान भी अलग लक्षण दिखाई देते हैं। लेकिन, अधिकतर महिलाओं के लिए पीरियड ब्लोटिंग (Period Bloating) या पेट का फूलना परेशान करने वाली समस्या है। हालांकि यह समस्या पीरियड के दौरान या बाद में स्वयं ही ठीक हो जाती है। किंतु अगर ऐसा न हो और आपको पीरियड के अन्य लक्षण भी दिखाई दें। तो यह किसी अन्य समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर की सलाह लें और इस स्थिति में सही उपचार कराना जरूरी है।

    डिस्क्लेमर

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