मेनोपॉज और लिबिडो (Menopause and libido): कब लें डॉक्टर की मदद?

यदि आप मैनोपॉज के दौरान लिबिडो (libido) में बदलाव देख रही हैं, तो आप डॉक्टर की मदद ले सकती हैं। डॉक्टर की मदद से आप इसके पीछे के कारण और इन बदलावों से उबरने के तरीके सीख सकती हैं। इसमें ट्रीटमेंट के अलावा
होम रेमेडीज (home remedies), ओवर द काउंटर मेडिकेशन (over the counter medicine) और प्रिसक्रिप्शन मेडिसिंस भी शामिल है। आपकी सेक्स ड्राइव में कमी को देखते हुए डॉक्टर आपको प्रोफेशनल हेल्प के लिए भी भेज सकते हैं, जिसमें
सेक्स थेरेपिस्ट की मदद आप ले सकती हैं। इसके अलावा आप मैरिटल काउंसलिंग की मदद लेकर भी अपने पार्टनर के साथ रिलेशनशिप को बेहतर बना सकती हैं।
किन बातों का रखें ध्यान?
जब आप डॉक्टर से बात करने जाएं, तो इसके पहले आपको पूरी तरह से तैयार होने की जरूरत है। असहज महसूस ना करते हुए अपनी
सेहत और सेक्स ड्राइव से जुड़ी बातों को आपको डॉक्टर से शेयर करना चाहिए। इसके लिए आप कुछ बातों पर ध्यान दे सकती हैं। हमेशा डॉक्टर के पास जाने से पहले नोट्स बनाएं, जिसमें आपके कंसर्न आदि लिखे हों। इसके अलावा आप मेनोपॉज और लिबिडो (Menopause and libido) से जुड़े हुए सिम्टम्स और अन्य तकलीफों को नोट कर सकती हैं।
इसके अलावा उन सवालों को लिखें, जिनकी वजह से आपने डॉक्टर से अपॉइंटमेंट लिया है। मन में उठे यह सवाल डॉक्टर की मदद से आप सॉल्व कर सकती हैं। डॉक्टर के पास जाने से पहले इन सवालों को लिखकर आप बेहतर तरीके से अपनी समस्याओं का निदान पा सकती हैं। इसके अलावा आप डॉक्टर से किसी चीज की कमी या खाने पीने में बदलाव, लाइफस्टाइल चेंजेज इत्यादि के बारे में भी पूछ सकती हैं।
मेनोपॉज और लिबिडो (Menopause and libido): सही ट्रीटमेंट है जरूरी
मेनोपॉज (Menopause) के दौरान लिबिडो में कमी तो आती ही है, साथ ही यह आपको एक बुरा एक्सपीरियंस देकर जा सकती है। लेकिन इसे ठीक करने के लिए कई ट्रीटमेंट मौजूद है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (एचआरटी – HRT)
मेनोपॉज (Menopause) की वजह से आए
हॉर्मोनल चेंजेज (hormonal changes) को ठीक करने के लिए हॉर्मोन रिप्लेसमेंट थेरेपी (HRT) ली जा सकती है। इसमें एस्ट्रोजन पिल्स लेकर वजायनल ड्रायनेस और वजायनल एट्रॉफी से छुटकारा पाया जा सकता है। हालांकि
एस्ट्रोजन थेरेपी के कई साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जिसमें ब्लड क्लॉट होना, हार्ट अटैक या
ब्रेस्ट कैंसर जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। यदि आपको वजायना से जुड़ी समस्या है, तो आप एस्ट्रोजन क्रीम या वजायनल रिंग का भी इस्तेमाल कर सकती हैं।
इसके अलावा कुछ महिलाओं को
टेस्टोस्टरॉन के डोसेज देकर भी मेनोपॉज और लिबिडो (Menopause and libido) में तालमेल बैठाया जा सकता है। टेस्टोस्टरॉन थेरेपी के भी कुछ साइड इफेक्ट देखे जा सकते हैं, जिसमें हाय कोलेस्ट्रॉल, हेयर ग्रोथ और एक्ने इत्यादि बढ़ने की समस्या हो सकती है।