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क्या हैं कामेच्छा के कम होने के कारण? जानिए कैसे करें इस समस्या का उपचार

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 06/01/2021

    क्या हैं कामेच्छा के कम होने के कारण? जानिए कैसे करें इस समस्या का उपचार

    कामेच्छा यानी यौन इच्छा का कम होना बहुत ही सामान्य समस्या है, जो पुरुषों और महिलाओं दोनों में देखी जा सकती है। सेक्स करने की इच्छा का कम या न होने का प्रभाव न केवल यौन गतिविधियों बल्कि निजी जीवन पर भी पड़ता है। एक सर्वे के मुताबिक कामेच्छा की कमी जीवन में कभी न कभी हर पांच में एक पुरुष और इससे भी अधिक महिलाओं को प्रभावित करती है। इस समस्या का प्रभाव रिश्ते पर भी पड़ता है। लेकिन, अगर इस समस्या के पीछे का कारण पता हो तो इसका उपचार पूरी तरह से संभव है।  

    ऐसा माना जाता है कि लिबिडो यानी कामेच्छा और इरेक्टाइल डिसफंक्शन (ED) एक ही है। लेकिन, ऐसा नहीं है। हालांकि, इरेक्टाइल डिसफंक्शन कामेच्छा की कमी (Low Libido) होने का एक कारण आवश्यक हो सकता है। यौन इच्छा में कमी के कारण एक या एक से अधिक भी हो सकते हैं। इसके सबसे सामान्य कारण है टेस्टोस्टेरोन, दवाइयां, तनाव, गंभीर या पुरानी बीमारी आदि। सबसे पहले इस समस्या के कारण का पता होना आवश्यक है ताकि आप उसका सही उपचार करा सके। आइए, जानें क्या हो सकते हैं कामेच्छा में कमी के कारण। 

    किन कारणों से हो सकती है कामेच्छा की कमी (Low Libido)

    कोई पुरानी बीमारी

    सेक्स के प्रति उदासीनता का एक मुख्य कारण है आपका किसी रोग से लम्बे समय से पीड़ित होना। जैसे:

    • डायबिटीज: शरीर में ब्लड शुगर लेवल के अधिक होने से नर्व डैमेज और वैस्कुलर डैमेज आदि होना संभव है। इसकी वजह से पुरुषों में इरेक्टाइल डिसफंक्शन और महिलाओं के जननांगों में खून के प्रवाह जैसी समस्याएं हो सकती हैं। डायबिटीज से पीड़ित महिलाओं को यीस्ट और मूत्राशय के संक्रमण जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। ऐसा होने पर उन्हें सेक्स के दौरान दर्द और असुविधा हो सकती है। सेक्स के समय दर्द या अन्य कोई तकलीफ होने से भी इसके प्रति उदासीनता आ सकती है। जो कामेच्छा की कमी (Low Libido) का कारण बन सकती है।
    • पुराना ऑस्टियोआर्थराइटिस: जिन लोगों को जोड़ों के दर्द और अकड़न होती है, उनकी सेक्स के प्रति रूचि कम हो सकती है जो कामेच्छा के कम होने का संकेत है। 

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    • दिल की बीमारियां: दिल की बीमारियों से ब्लड वेसल्स को नुकसान हो सकता है। इसके साथ ही ब्लड सर्कुलेशन भी कम हो जाता है। इससे जननांगों में रक्त के प्रवाह कम होता है जिससे यौन इच्छा में कमी आ सकती है। 
    • हाई ब्लड प्रेशर: हाय ब्लड प्रेशर होने से ब्लड सर्कुलेशन पर बुरा प्रभाव पड़ता है और इससे  भी कामेच्छा में कमी(low libido) आ सकती है।
    • कैंसर: अगर किसी को कैंसर है तो इसके उपचार जिसमें सर्जरी, कीमोथेरेपी आदि शामिल है। उनका प्रभाव भी यौन इच्छा पर पड़ता है। इसके अलावा भी कुछ अन्य रोग हो सकते हैं जो सेक्स की इच्छा को कम कर सकते हैं। अगर आप किसी बीमारी से पीड़ित हैं और कामेच्छा की कमी (Low Libido) महसूस कर रहे हैं। तो ऐसे में आप अपने डॉक्टर से इस बारे में बात कर सकते हैं।

    कामेच्छा की कमी (Low Libido) के भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक कारण

    कई भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक कारण भी मनुष्य की सेक्स करने की इच्छा पर असर डालते हैं। अगर मनुष्य को तनाव, थकावट,चिंता,आत्मविश्वास में कमी आदि दिमागी समस्याएं हों, तो इससे उसकी सेक्सुअल गतिविधियों में रुचि कम हो सकती है।  इसके साथ ही पार्टनर के साथ रिश्ते में समस्या के कारण भी कामेच्छा की कमी हो सकती है।

    एल्कोहॉल या ड्रग का सेवन

    अगर आप बहुत अधिक अल्कोहल या ड्रग्स का सेवन करते हैं तो इससे आपका नर्वस सिस्टम बिगड़ सकता है और इससे थकावट अधिक होती है। ऐसे, में सेक्स के बारे में सोचना या उत्तेजित होना मुश्किल है। जिन ड्रग्स का सेक्स ड्राइव (sex drive) पर प्रभाव पड़ता है, उनमें एक है मारिजुआना। पिट्यूटरी ग्रंथि टेस्टोस्टेरोन के उत्पादन को नियंत्रित करती है और मारिजुआना पिट्यूटरी ग्रंथि को प्रभावित करती है। इस प्रभाव के कारण सेक्स के प्रति रूचि कम हो सकती है।

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    हॉर्मोन संबंधी समस्या

    हालांकि, ऐसा होना दुर्लभ है। लेकिन, ऐसा माना जाता है कि कम कामेच्छा एक अंडरएक्टिव थायरॉयड के कारण हो सकता है। यह वहां होता है जहाँ हमारी थायरॉयड ग्रंथि होती है। इसके कारण शरीर पर्याप्त हॉर्मोन्स नहीं बना पाता। अंडरएक्टिव थाइरोइड के सामान्य लक्षण हैं थकान, वजन का बढ़ना और तनाव आदि। यह कामेच्छा पर भी बुरा असर डालता है। इसके साथ ही हाइपरप्रोलैक्टिनामिया नामक एक हार्मोनल समस्या भी सेक्स ड्राइव (sex drive) पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है

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    डिप्रेशन या तनाव

    महिलाओं और पुरुषों में सेक्स ड्राइव का न होना (no sex drive in men) तनाव या डिप्रेशन के कारण भी हो सकता है तनाव से बचने के लिए हमारे शरीर से कुछ हार्मोन निकलते हैं। गंभीर और लंबे समय तक तनाव होने से शरीर के हार्मोन लेवल पर असर होता है, जिससे कामेच्छा की कमी(Low Libido) हो सकती है। तनाव आपकी कामेच्छा को कम कर आपको विचलित कर सकता है। इसके साथ ही जब व्यक्ति डिप्रेशन में होता है तो वो सेक्स के बारे में नहीं सोच पाता। यही नहीं, जिन दवाइयों का प्रयोग डिप्रेशन के उपचार के लिए किया जाता है, यौन इच्छा में कमी उनका एक साइड इफेक्ट है। अगर आप ऐसी कोई दवा ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर से इस बारे में राय अवश्य लें।

    रजोनिवृत्ति यानी मेनोपॉज

    ऐसा माना जाता है कि महिलाएं मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति के बाद कई यौन समस्याओं का सामना करती है। मेनोपॉज के कारण महिलाओं के हार्मोन यानी एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन में कमी आ जाती है। महिलाओं में सेक्स ड्राइव की कमी (low sex drive in women) के कारण यौन इच्छाएं भी कम होती है। यही नहीं, मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन लेवल में कमी के कारण योनि में रुखापन भी हो सकता है। जिससे सेक्स करना दर्दभरा और असुविधाजनक हो सकता है। अगर कोई व्यक्ति सेक्स के दौरान असहज महसूस करे, तो वो सेक्स में रूचि खो सकता है।

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    गर्भावस्था

    गर्भावस्था में या इसके बाद हार्मोनल बदलाव भी सेक्स ड्राइव (sex drive) पर प्रभाव डाल सकते हैं। यह बदलाव हर किसी को अलग-अलग तरीके से प्रभावित करते हैं। कुछ महिलाएं सेक्स में बिल्कुल रुचि खो देती हैं, तो कुछ महिलाओं में सेक्स ड्राइव की कमी (low sex drive in women) हो जाती है। कुछ महिलाएं यह भी मानती हैं कि हार्मोनल कॉन्ट्रासेप्टिव पिल या अन्य उपायों से भी उनकी यौन इच्छा कम हुई है। यानी, अगर आप गर्भनिरोधक दवाइयां या अन्य उपायों का प्रयोग करती हैं तो उससे भी आपको यह समस्या हो सकती है।

    कामेच्छा की कमी

    दवाइयां

    महिलाओं और पुरुषों में सेक्स ड्राइव का न होना (no sex drive in men) कोई असामान्य बात नहीं है कई बार कुछ दवाइयां भी कामेच्छा को कम कर सकती हैं। इन दवाइयों में से कुछ इस प्रकार हैं:  

    • हाई ब्लड प्रेशर के लिए दवा, जिसमें डायूरेटिक भी शामिल हैं।
    • सीज़रस जैसे दौरों आदि की दवाई। 
    • दिमागी रूप से परेशान लोगों और अन्य स्थितियों में दी जाने वाली दवा। जैसे हैलोपेरीडोल (haloperidol) , फिनास्टेराइड (finasteride) आदि। जो टेस्टोस्टेरोन के बनने को कम कर सकती हैं या इसके प्रभावों को कम करती हैं।

    अगर आप जो दवाइयां ले रहे हैं, उन्हें लेकर चिंता में हैं कि कहीं वो आपकी यौन इच्छा(libido) को कम तो नहीं कर रही। तो डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर आपको उनके बदले ऐसी दवाई दे सकते हैं, जो आपको यौन इच्छा को कम न करें।

    उम्र का अधिक होना

    उम्र के बढ़ने का असर न केवल हमारे इम्यून सिस्टम, मेटाबोलिज्म पर ही नहीं बल्कि सेक्स ड्राइव (sex drive) पर भी पड़ता है। उम्र बढ़ने के साथ ही कामेच्छा की कमी (Low Libido) होना सामान्य है।

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    क्या हैं कामेच्छा को बढ़ाने के उपचार और उपाय

    जैसे सेक्स की इच्छा का कम होना आम है, वैसे ही कामेच्छा की कमी का उपचार (treatment of low libido) भी आसान है। लेकिन सेक्स की इच्छा को बढ़ाने के लिए समस्या के कारण के बारे में पता होना जरूरी है। क्योंकि, इसका उपचार भी कारण पर निर्भर करता है। जानिए क्या हैं इसके उपचार:

    नियमित व्यायम और योग

    नियमित व्यायाम और योग आदि करने से स्टैमिना बढ़ता है। जिससे आपका मूड अच्छा होता है और कामेच्छा बढ़ने में मदद मिलती है।

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    जीवनशैली

    आजकल खराब या बिगड़ती जीवनशैली कामेच्छा (libido) को कम करने का बड़ा कारण बनती जा रही है। ऐसे में आप अपनी जीवनशैली को सुधारे। जैसे तनाव से बचे, खुश रहें, पर्याप्त नींद लें और पौष्टिक आहार का सेवन करें। सेक्स ड्राइव(sex drive) को बढ़ाने के लिए हरी सब्जियों, फलों और अनाज आदि का सेवन करें। एक अच्छी डाइट से आप इस परेशानी से राहत पा सकते हैं। इसके साथ ही अल्कोहल और ड्रग्स लेने से भी बचे। अगर आप अपनी जीवनशैली को सही रखते हैं तो आपकी यौन इच्छा पर भी इसका असर पड़ेगा।

    पार्टनर के साथ रिश्ता सुधारे

    अगर कामेच्छा की कमी(Low Libido) होने का कारण आपका अपने पार्टनर के साथ बिगड़ता रिश्ता है तो उसे सुधारने की कोशिश करें। अपने पार्टनर को समय दें, किसी ट्रिप पर जाएं, एक-दूसरे के साथ वक्त बिताएं या ऐसा कुछ करें जिससे आपके रिश्ते में मधुरता आए। अगर आपको अपने पार्टनर से कोई परेशानी है, तो बात कर के उस समस्या को सुधारने की कोशिश करें। कामेच्छा की कमी का उपचार (treatment of low libido) का यह सबसे अच्छा उपाय है।कामेच्छा की कमी

    दवाओं में बदलाव 

    अगर आपको यह समस्या उस दवा से हैं, जिसे आप ले रहे हैं। तो डॉक्टर से बात करें। डॉक्टर आपकी दवाई की डोज या उस दवाई को बढ़ल सकते हैं।

    काउंसलिंग

    अगर आपकी कामेच्छा की कमी (Low Libido) होने का कारण मनोवैज्ञानिक है तो डॉक्टर आपको थेरेपी या काउंसलिंग की सलाह दे सकते हैं। अधिकतर मामलों में इसका कारण पार्टनर के साथ रिश्ते का अच्छा न होना होता है। अगर ऐसा है तो भी आप अपने काउंसलर से बात करें। अगर इसका कारण तनाव है तो आपको तनाव दूर करने वाली दवाइयां भी दी जा सकती हैं।

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    एस्ट्रोजन थेरेपी और टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी

    महिलाओं में सेक्स ड्राइव की कमी(low sex drive in women) होने पर डॉक्टर उन्हें एस्ट्रोजन थेरेपी की सलाह दे सकते हैं। क्योंकि महिलाओं में इस के अधिकतर कारण मेनोपॉज या अन्य हार्मोन हो सकते हैं। अगर पुरुषों में कम टेस्टोस्टेरोन होने के लक्षण हैं। तो उन्हें भी डॉक्टर टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी की सलाह दे सकते हैं।

    कामेच्छा की कमी (Low Libido) होने को कोई बड़ी समस्या न समझें। हर मनुष्य इस समस्या से जीवन में कभी न कभी अवश्य गुजरता है। अगर आपको यह परेशानी है तो सबसे पहले शर्म छोड़ कर अपने पार्टनर और डॉक्टर से बात करें। इसके साथ ही इसका कारण जानने की कोशिश करें। इस समस्या का सही कारण जल्दी पता लगने से आपको जल्दी स्वस्थ होने में मदद मिलेगी। 

    डिस्क्लेमर

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    AnuSharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 06/01/2021

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