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डिप्रेशन या तनाव
महिलाओं और पुरुषों में सेक्स ड्राइव का न होना (no sex drive in men) तनाव या डिप्रेशन के कारण भी हो सकता है। तनाव से बचने के लिए हमारे शरीर से कुछ हार्मोन निकलते हैं। गंभीर और लंबे समय तक तनाव होने से शरीर के हार्मोन लेवल पर असर होता है, जिससे कामेच्छा की कमी(Low Libido) हो सकती है। तनाव आपकी कामेच्छा को कम कर आपको विचलित कर सकता है। इसके साथ ही जब व्यक्ति डिप्रेशन में होता है तो वो सेक्स के बारे में नहीं सोच पाता। यही नहीं, जिन दवाइयों का प्रयोग डिप्रेशन के उपचार के लिए किया जाता है, यौन इच्छा में कमी उनका एक साइड इफेक्ट है। अगर आप ऐसी कोई दवा ले रहे हैं तो अपने डॉक्टर से इस बारे में राय अवश्य लें।
रजोनिवृत्ति यानी मेनोपॉज
ऐसा माना जाता है कि महिलाएं मेनोपॉज यानी रजोनिवृत्ति के बाद कई यौन समस्याओं का सामना करती है। मेनोपॉज के कारण महिलाओं के हार्मोन यानी एस्ट्रोजन और टेस्टोस्टेरोन में कमी आ जाती है। महिलाओं में सेक्स ड्राइव की कमी (low sex drive in women) के कारण यौन इच्छाएं भी कम होती है। यही नहीं, मेनोपॉज के बाद एस्ट्रोजन लेवल में कमी के कारण योनि में रुखापन भी हो सकता है। जिससे सेक्स करना दर्दभरा और असुविधाजनक हो सकता है। अगर कोई व्यक्ति सेक्स के दौरान असहज महसूस करे, तो वो सेक्स में रूचि खो सकता है।
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गर्भावस्था
गर्भावस्था में या इसके बाद हार्मोनल बदलाव भी सेक्स ड्राइव (sex drive) पर प्रभाव डाल सकते हैं। यह बदलाव हर किसी को अलग-अलग तरीके से प्रभावित करते हैं। कुछ महिलाएं सेक्स में बिल्कुल रुचि खो देती हैं, तो कुछ महिलाओं में सेक्स ड्राइव की कमी (low sex drive in women) हो जाती है। कुछ महिलाएं यह भी मानती हैं कि हार्मोनल कॉन्ट्रासेप्टिव पिल या अन्य उपायों से भी उनकी यौन इच्छा कम हुई है। यानी, अगर आप गर्भनिरोधक दवाइयां या अन्य उपायों का प्रयोग करती हैं तो उससे भी आपको यह समस्या हो सकती है।

दवाइयां
महिलाओं और पुरुषों में सेक्स ड्राइव का न होना (no sex drive in men) कोई असामान्य बात नहीं है। कई बार कुछ दवाइयां भी कामेच्छा को कम कर सकती हैं। इन दवाइयों में से कुछ इस प्रकार हैं:
- हाई ब्लड प्रेशर के लिए दवा, जिसमें डायूरेटिक भी शामिल हैं।
- सीज़रस जैसे दौरों आदि की दवाई।
- दिमागी रूप से परेशान लोगों और अन्य स्थितियों में दी जाने वाली दवा। जैसे हैलोपेरीडोल (haloperidol) , फिनास्टेराइड (finasteride) आदि। जो टेस्टोस्टेरोन के बनने को कम कर सकती हैं या इसके प्रभावों को कम करती हैं।
अगर आप जो दवाइयां ले रहे हैं, उन्हें लेकर चिंता में हैं कि कहीं वो आपकी यौन इच्छा(libido) को कम तो नहीं कर रही। तो डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर आपको उनके बदले ऐसी दवाई दे सकते हैं, जो आपको यौन इच्छा को कम न करें।
उम्र का अधिक होना
उम्र के बढ़ने का असर न केवल हमारे इम्यून सिस्टम, मेटाबोलिज्म पर ही नहीं बल्कि सेक्स ड्राइव (sex drive) पर भी पड़ता है। उम्र बढ़ने के साथ ही कामेच्छा की कमी (Low Libido) होना सामान्य है।
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