- खुजली वाले रैशेस (Itchy Rashes)
- बुखार (Fever)
- सिरदर्द (Headache)
- भूख की कमी (Loss of Appetite)
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कारण (Causes) : चेचक वेरीसेल्ला जोस्टर (Varicella Zoster) नामक वायरस के कारण होने वाली संक्रामक बीमारी है।
उपचार (Treatment) : बच्चों में संक्रामक रोग (Infectious Diseases in Children) में इस समस्या के उपचार के लिए डॉक्टर आपको एसायक्लोवेर (Acyclovir) नामक दवाई की सलाह देते हैं, जिससे इसके लक्षणों को कम करने में मदद मिलती है। लेकिन, यह दवाई उन्ही बच्चों या वयस्कों को दी जाती हैं जिनमें कॉम्प्लीकेशन्स होती हैं। अन्यथा सही आहार, रोगी की देखभाल, तरल पदार्थों आदि के सेवन से ही रोगी को कुछ दिनों में राहत मिल जाती है।
8-11 साल की उम्र के बच्चों में संक्रामक रोग (Infectious Diseases in Children : 8-11 years of Age)
8-11 साल की उम्र को मिडिल चाइल्डहुड कहा जाता है। इस उम्र के बच्चे मच्योर होते हैं और अपना अच्छा-बुरा समझने लगते हैं। इस उम्र में भी कुछ संक्रामक रोग होने की संभावना रहती है। इस उम्र के बच्चों में संक्रामक रोग (Infectious Diseases in Children) इस तरह से हैं:
स्टमक फ्लू (Stomach Flu)
स्टमक फ्लू यानी गेस्ट्रोएंट्राइटिस पेट से जुड़ी एक ऐसी समस्या है, जो आंतों की ऊपरी लेयर में होने वाली सूजन है। स्टमक फ्लू किसी भी उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकता है। लेकिन, इस उम्र के बच्चों में यह सामान्य है। इसके लक्षण इस प्रकार हैं:
कारण (Causes): स्टमक फ्लू यानी गेस्ट्रोएंट्राइटिस का कारण वायरस है।
उपचार (Treatment): इस समस्या के उपचार के लिए कोई खास उपचार उपलब्ध नहीं है। वायरस के कारण होने के कारण इस समस्या में एंटीबायोटिक्स नहीं दी जाती हैं। घरेलू उपचार जैसे तरल पदार्थों का सेवन, साफ-सफाई का ध्यान रखना, पर्याप्त आराम करने से इससे बच्चे को आराम मिल सकता है।
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फिफ्थ डिजीज (Fifth Disease)
इस बच्चों में संक्रामक रोग (Infectious Diseases in Children) को “स्लेप्ड चीक डिजीज ” भी कहा जाता है। क्योंकि इस समस्या में बाजु, टांग और गालों पर लाल रैशेस हो जाते हैं, जो देखने में ऐसे लगते हैं जैसे किसी ने थप्पड़ मारा हो। इस समस्या के लक्षण इस प्रकार हैं:
- हल्का बुखार (Mild Fever)
- सिरदर्द (Headache)
- थकावट (Fatigue)
- गले में खराश (Sore Throat)
- नाक का बहना या बंद होना (Runny or Stuffy Nose)
कारण (Causes): इस समस्या का कारण पर्वोवायरस बी19 (Parvovirus B19) माना जाता है। यह एयरबोर्न वायरस आमतौर पर 8 -11 साल के बच्चों में लार और श्वसन स्राव से फैलता है।
उपचार (Treatment): आमतौर पर, फिफ्थ डिजीज गंभीर बीमारी नहीं होती है और अपने आप दूर हो जाती है। लेकिन, अगर आपके बच्चे के जोड़ों में सूजन हो तो तुरंत डॉक्टर की सलाह जरूरी है। फिफ्थ डिजीज से बचाव के लिए बार-बार हाथ धोना और साफ-सफाई का ध्यान रखना सबसे अच्छा तरीका है।
ब्रोंकाइटिस (Bronchitis)
ब्रोंकाइटिस (Bronchitis) श्वासनली में सूजन होने से होने वाली समस्या है। ब्रोंकाइटिसबच्चों और शिशुओं में फेफड़ों का संक्रमण है। यह 8 -11 साल के बच्चों में संक्रामक रोग (Infectious Diseases in Children) होने की संभावना अधिक रहती है। इसके लक्षण इस प्रकार हैं:
- नाक का बहना (Runny Nose)
- नाक न बंद होना (Stuffy Nose)
- खांसी (Cough)
- हल्का बुखार (Slight Fever)