पुरुषों में नपुंसकता (Infertility in men)- गोनोरिया की वजह से पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या हो सकती है।
संक्रमण जोड़ों और शरीर के दूसरे हिस्से तक पहुंच सकता है- गोनोरिया (Gonorrhea) के लिए जिम्मेदार बैक्टीरिया रक्तप्रवाह के जरिए शरीर के दूसरे हिस्सों तक पहुंच सकता है जिसमें जॉइंट्स भी शामिल हैं। इसके परिणामस्वरूप बुखार, रैश, त्वचा पर घाव, जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न की समस्या हो सकती है।
एचआईवी/एड्स (HIV/AIDS) का खरता बढ़ा देती है- गोनोरिया से पीड़ित व्यक्ति के ह्यूमन इम्युनोडेफिशिएंसी वायरस यानी एचआईवी (Human immunodeficiency virus (HIV)) से पीड़ित होने का खतरा बढ़ जाता है, यह वायरस ही एड्स का कारण बनता है। यदि कोई व्यक्ति गोनोरिया और एचआईवी दोनों से पीड़ित है तो वह दोनों ही संक्रमण पार्टनर तक पहुंचा सकता है।
नवजात शिशु को समस्याएं- प्रसव के समय मां से गोनोरिया (Gonorrhea) संक्रमित होने वाले नवजात शिशु में अंधापन, स्कैल्प पर घाव या इंफेक्शन की समस्या देखी गई है।
सिस्टमिक गोनोकोकल इंफेक्शन से होने वाली जटिलताएं (Complications systemic gonococcal infection)
यदि आपको गोनोरिया होने का संदेह है, तो बिना किसी झिझक और शर्म के इसका उपचार करवाएं, क्योंकि अनुपचारित रहने पर यह सिस्टमिक गोनोकोकल इंफेक्शन जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं खड़ी कर सकता है, जो निम्न जटिलताओं को बढ़ा सकती है-
गोनोकोकोल आर्थराइटिस (Gonococcal arthritis)- इसमें जोड़ों में रैश और सूजन होती है।
गोनोकोकोल एंडोकारडायटिस (Gonococcal endocarditis)- यह हृदय की आंतरिक मांसपेशियों की लाइनिंग में होने वाली क्षति है।
गोनोकोकल मैनिंजाइटिस (Gonococcal meningitis)- यह मस्तिष्क (Brain) और स्पाइनल कॉर्ड (Spinal cord) को ढंकककर रखने वाले मेमब्रान (Membranes) का इंफेक्शन है।
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सिस्टमिक गोनोकोकल इंफेक्शन का निदान कैसे किया जाता है?
डॉक्टर जांच के जरिए यह पता लगाने की कोशिश करता है कि आपको गोनोरिया (Gonorrhea) के लक्षण हैं या सिस्टमिक गोनोकोकल इंफेक्शन (Systemic gonococcal infection) के।
गोनोरिया की जांच के लिए डॉक्टर प्रभावित हिस्से का नूमना या कल्चर लेता है। वह इसे लैबोरेट्री में भेजता है, जहां इसमें गोनोरिया बैक्टीरिया (Bacteria) की मौजूदगी का पता लगाया जाता है। इस टेस्ट की रिपोर्ट आमतौर पर 24 घंटे के भीतर आ जाती है।
जांच के लिए कल्चर इन जगहों से लिया जा सकता है
- खून से (Blood)
- त्वचा के घाव (Skin lesion)
- जोड़ों के तरल (Fluid from the joints)
- गर्भाशय ग्रीवा (Cervix)
- गला (Throat)
- मलाशय (Anus)
- मूत्राशय (Urethra)