मोलस्कम कंटैजियोसम (Molluscum Contagiosum) – मोलस्कम कंटैजियोसम वायरल स्किन इंफेक्शन है, जो स्किन में एक या अधिक उभार के रूप में दिखाई पड़ता है। ये दर्द का कारण बन सकते हैं।
मीजल्स (Measles) – मीजल्स जानलेवा बीमारी है, जो रेस्पायरेटरी सिस्टम से शुरू होती है। वायरस के इंफेक्शन के 10 से 12 दिन बाद खांसी, बुखार, खले में खराश आदि लक्षण दिखने लगते हैं।
हाथ, पैर और मुंह की बीमारी (HFMD)- हाथ, पैर और मुंह की बीमारी (Hand, foot, and mouth disease) अधिक संक्रामक रोग होते हैं। एंटरोवायरस जीनस (Enterovirus genus) वायरस के कारण ये संक्रमण फैलता है।
बैक्टीरियल स्किन इंफेक्शन (Bacterial skin infections)
एनआईएच के त्वचा विशेषज्ञ डॉ. हेइडी कोंग का कहना है कि “बैक्टीरियल स्किन इंफेक्शन के कारण त्वचा में छोटे, लाल दाने हो जाते हैं, जो धीरे-धीरे आकार में बढ़ जाते हैं। कुछ बैक्टीरियल स्किन इंफेक्शन माइल्ड सिम्टम्स शो करते हैं। ऐसे संक्रमण आसानी से एंटीबायोटिक दवाओं से ठीक हो जाते हैं। विभिन्न प्रकार के जीवाणु त्वचा संक्रमण (Bacterial skin infections) में निम्नलिखित बीमारियां शामिल हैं।हमारी त्वचा हमेशा विभिन्न तरह के बैक्टीरिया और अन्य संभावित पर्यावरणीय खतरों के बीच विकसित होती है। ये हमारे स्वास्थ्य के साथ-साथ त्वचा के लिए भी खतरनाक हो सकता है। हमारी त्वचा शरीर में कई तरह की महत्वपूर्ण भूमिकाएं निभाती हैं। जैसे गर्मी का एहसास होने पर पसीना बहना आदि। हमारी त्वचा में पसीने की ग्रंथियां और छोटी रक्त वाहिकाएं होती हैं, जो हमारे शरीर के तापमान को नियंत्रित करने में मदद करती हैं और त्वचा की कोशिकाएं सूरज की रोशनी को विटामिन डी में बदलने कार्य करती हैं, जो स्वस्थ हड्डियों के लिए महत्वपूर्ण होते हैं।”
सेल्युलाइटिस (cellulitis) – सेल्युलाइटिस के कारण त्वचा में लालिमा और सूजन की समस्या हो जाती है। दवाओं के माध्यम से ये संक्रमण ठीक हो सकता है।
इम्पीटिगो (impetigo) – इम्पीटिगो संक्रामक त्वचा रोग यानी स्किन इंफेक्शन है। इस बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण नाक, मुंह के आसपास, हाथों और पैरों में घाव हो जाता है। इंफेक्शन वाले जगहों पर सूजन हो जाती है। ये स्टैफिलोकोकस बैक्टीरिया के कारण फैलता है।
बॉइल्स (boils) – स्किन सर्फिस में बालों के रोम या जड़ों में इंफेक्शन के कारण फोड़े की समस्या हो जाती है। फोड़े में पस भर जाता है। ये शरीर में कही पर भी हो सकता है। फोड़ा दर्दनाक हो सकता है।
लैप्रोसी (leprosy) – लैप्रोसी या कुष्ठ (Leprosy) रोग बैक्टीरिया से फैलने वाला इंफेक्शन है। ये नर्वस सिस्टम, स्किन, रेस्पायरेटरी सिस्टम पर बुरा असर डालता है।खांसने या छींकने से ये बीमारी फैल सकती है। ये रोग माइकोबैक्टीरिया लेप्री (Mycobacterium leprae) के कारण होता है।
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फंगल स्किन इंफेक्शन (Fungal skin infections)