यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (U.S. Centers for Disease Control and Prevention; CDC) का कहना है कि, अभी तक प्राप्त जानकारी और शोध के मुताबिक कुत्ते या बिल्ली जैसे पालतू जानवरों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने की आशंका काफी कम है और उनमें कोरोना वायरस के लक्षण दिखने और भी दुर्लभ है। साथ ही यह भी देखा गया है कि एक जानवर से दूसरे जानवर में कोरोना वायरस होने का खतरा नहीं है। लेकिन फिर भी इस बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता कि पालतू जानवरों को भी कोरोना वायरस हो सकता है। अब सवाल यह आता है कि, क्या लोगों को पालतू जानवरों से कोरोना वायरस हो सकता है या नहीं?
यह भी पढ़ें: अगर जल्दी नहीं रुका कोरोना वायरस, तो ये होगा दुनिया का हाल
क्या लोगों को पालतू जानवरों से कोरोना वायरस हो सकता है?
सीडीसी के मुताबिक, कुछ कोरोना वायरस के प्रकार जानवरों से लोगों में फैलने में सक्षम होते हैं, लेकिन नोवेल कोरोना वायरस बिल्कुल नया है और कोरोना वायरस के पुराने प्रकारों से काफी अलग है। हालांकि, सार्स (SARS) और मर्स (MERS) कुछ उदाहरण है, जो पहले जानवरों में मौजूद थे और फिर लोगों में ट्रांसमिट होने लगे। इसी वजह से इस नोवेल कोरोना वायरस की बीमारी कोविड-19 को भी जानवरों से लोगों में होने का खतरा महसूस किया जा रहा है। सीडीसी का कहना है कि, जानवरों को कोरोना वायरस होने के कुछ ही मामले सामने आए हैं, जो कि काफी दुर्लभ है और उन मामलों पर निर्भर होकर कुछ भी प्रामाणिक तौर पर कहना गलत होगा। इसके साथ ही उन जानवरों में बीमारी के लक्षण नहीं देखे गए और उनसे किसी जानवर या व्यक्ति को कोरोना वायरस के फैलने का मामला नहीं मिला है। जिस वजह से चूंकि यह नोवेल कोरोना वायरस बिल्कुल नया है, इसलिए अभी तक मौजूद जानकारी और शोध के मुताबिक, यह कहा नहीं जा सकता कि लोगों को पालतू जानवरों से कोरोना वायरस होने का खतरा है। लेकिन, हां बचाव हमेशा इलाज से बेहतर होता है। इसलिए पूर्ण सावधानी या एहतियात बरतें।