फंक्शन
न्यूरोकाइंड (Nurokind) कैसे काम करता है?
न्यूरोकाइंड 500 एमसीजी टेबलेट सामान्य तौर पर विटामिन बी 12 का प्योर फॉर्म है। यह शरीर के कुछ अंगों को प्रभावी रूप से कार्य करवाने के लिए इस्तेमाल में लाई जाती है। जैसे सेल्स मल्टीप्लीकेशन, ब्लड फॉरमेशन और प्रोटीन सेंथेसिस। इसका इस्तेमाल विटामिन बी 12 की कमी को पूरा करने के लिए परनिशियस एनीमिया बीमारी का इलाज करने के लिए किया जाता है।
इन बीमारियों का इलाज करने के लिए होता है इस्तेमाल
पेरीफेरल न्यूरोपैथी : न्यूरोकाइंड 500 एमसीजी का इस्तेमाल पांव और हाथों में होने वाले नर्व डैमेज को ठीक करने के लिए किया जाता है।
मेगालोब्लास्टिक एनीमिया : न्यूरोकाइंड 500 एमसीजी का इस्तेमाल विटामिन बी 12 की कमी से जूझ रहे लोगों में
एनीमिया का इलाज करने के लिए किया जाता है।
लिवर डिजीज : न्यूरोकाइंड 500 एमसीजी टैबलेट का इस्तेमाल
लिवर डिजीज को ठीक करने के लिए किया जाता है।
डोसेज
न्यूरोकाइंड (Nurokind) का सामान्य डोज क्या है?
न्यूरोकाइंड का डोज व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति और उम्र पर निर्भर करता है। इसका सेवन डॉक्टर की सलाह पर ही करना चाहिए। न्यूरोकाइंड एक प्रकार का न्यूट्रिशनल सप्लिमेंट है। इसमें मिथेलकोबेलेमिन और इसके एक्टिव इंग्रीडिएंट्स मौजूद होते हैं। बता दें कि विटामिन बी 12 का प्योर फॉर्म मिथेलकोबेलेमिन होता है। न्यूरोकाइंड में मौजूद तत्व निम्न हैं।
- अल्फा लिपोइक एसिड 100 एमजी
- विटामिन बी 6 – 3 एमजी
- फॉलिक एसिड – 1.5 एमजी
दवा में मौजूद यह तमाम तत्व एथेरोस्कलोरोसिस को कम करने के साथ
हार्ट और नर्व संबंधी परेशानियों को कम करने में मदद करते हैं। इतना ही नहीं यह दवा कोलेस्ट्रोल, फैट और अन्य तत्वों को कम करने में मददगार साबित होती है वहींं ऑक्सीजन में ब्लड की सप्लाई व फ्लो को संतुलित करती है।
ओवरडोज होने पर क्या करना चाहिए?
यदि कोई सुझाव से ज्यादा टेबलेट का सेवन कर ले तो हो सकता है कि उस व्यक्ति को मेडिकल इमरजेंसी तक की जरूरत पड़ सकती है। इंजेक्शन की बात करें तो, इसका डोज अस्पताल में या फिर क्लीनिक में ही दिया जाता है। हेल्थकेयर इंडस्ट्री से जुड़े एक्सपर्ट इस बात का ख्याल रखते हैं कि मरीज को ओवरडोज न दिया जाए। ऐसे में अस्पतालों में
ओवरडोज की संभावनाएं काफी कम ही रहती है। वहीं भूलवश यदि कोई ऐसा कर देता है तो मरीज को तुरंत मेडिकल इमरजेंसी की जरूरत पड़ती है।
न्यूरोकाइंड (Nurokind) का डोज मिस होने पर क्या करना चाहिए?
यदि आप दवा का सेवन करना भूल जाते हैं तो ऐसे में जरूरी है कि जितनी जल्दी आपको याद आए आप दवा का सेवन कर लें। यदि अगले डोज का समय आ गया है तो आने वाले डोज से आप नियमित समय से दवा का सेवन करें। कभी भी डबल डोज का सेवन न करें।
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उपयोग
न्यूरोकाइंड (Nurokind) का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए?
न्यूरोकाइंड को चाहे तो पानी के साथ सेवन कर सकते हैं। खाना खाने के पहले या बाद में सेवन करने को लेकर जरूरी है कि डॉक्टरी सलाह ली जाए। वहीं इसे चबाना, तोड़ना नहीं बल्कि पानी के निगलना है। खाने के साथ यदि इस दवा का सेवन किया जाए तो गैस संबंधी परेशानियों से निजात मिल सकती है। डॉक्टर के सुझाए अनुसार ही दवा का सेवन करना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। ऐसे में ओरल व पेरेंटियल तरीके से इसका सेवन कर सकते हैं। बिना डॉक्टरी सलाह के डोज को बढ़ाया या घटाया नहीं जा सकता।
ऐसे करता है काम
विटामिन बी 12 में मेकोब्लेमिन न्यूरोलॉजिकली एक्टिव फॉर्म मौजूद होता है। वहीं शरीर में यह वाटर सॉल्यूबल तत्व होता है।
एनीमिया के केस में यह शरीर में एरवाइथ्रोसाइट्स उत्पन्न करता है जिससे बोन मैरो में न्यूक्लिक एसिड सेंथेसिस का निर्माण होता है, ऐसे में मालन्यूट्रिशिन की बीमारी ठीक होती है और शरीर में अरथ्रोसाइट्स कई भाग में बंटता है।
इसके फायदों पर एक नजर
न्यूरोकाइंड कैप्सूल्स आर्टिफिशियल सप्लिमेंट है, जिसका इस्तेमाल नर्व डैमेज, नमनेस व टिग्लिंग के लिए किया जाता है। वहीं कुछ अन्य कंडिशन भी हैं जिसमें इसका इस्तेमाल डॉक्टर करते हैं। उनमें निम्न शामिल हैं।
- मसल्स टाइटनेस
- पेनफुल न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर
- डायबिटिक पॉलीन्यूरोपैथी
- मेंटल डिसऑर्डर
- एनीमिया
- थायमीन डेफिशिएंसी
- हार्ट डिजीज
- कान्वल्शन्स
- होहमोसाइटीनूरिया
- बर्निंग माउथ सिंड्रोम
साइड इफेक्ट्स
न्यूरोकाइंड (Nurokind) के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
दवा का सेवन करने से कुछ साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं। कुछ लोगो में जहां बेहतर रिजल्ट देखने को मिलते हैं वहीं कुछ लोगों में इसके नकारात्मक प्रभाव भी दिख सकते हैं। दवा का सेवन करने पर नकारात्मक या दुष्प्रभाव नजर आए तो जल्द से जल्द डॉक्टरी सलाह लेना चाहिए।
इस दवा का सेवन करने से कुछ खास प्रकार के साइड इफेक्ट हो सकते हैं। जैसे;
सावधानी और चेतावनी
न्यूरोकाइंड (Nurokind) का इस्तेमाल करने से पहले मुझे क्या जानना चाहिए?
प्रेग्नेंसी के दौरान दवा का उपयोग : जब तक बहुत जरूरी न हो तब तक न्यूरोकाइंड गर्भवती महिलाओं को नहीं दी जाती। दवा का इस्तेमाल करने के पूर्व डॉक्टर रिस्क और बेनिफिट्स संबंधी बातों को बता देते हैं उसके बाद ही इलाज शुरू करते हैं।
ब्रेस्टफीडिंग के दौरान दवा का उपयोग : शिशु को दूध पिलाने वाली महिलाओं को भी इस दवा के सेवन की सलाह नहीं दी जाती, जब तक जरूरी न हो जाए। दवा का इस्तेमाल करने के पूर्व डॉक्टर रिस्क और बेनिफिट्स संबंधी बातों को बता देते हैं उसके बाद ही इलाज शुरू करते हैं।
बुजुर्गों के लिए : इस
दवा के सेवन को लेकर कुछ बुजुर्गों में देखा गया है कि उनकी इंटेस्टाइन दवा को एब्जॉर्ब नहीं कर पाती है। ऐसे में डोज एडजस्टमेंट के साथ नियमित जांच करना जरूरी हो जाती है।
अन्य दवा : मौजूदा समय में ऐसी कई दवाएं हैं जिनका सेवन इस दवा के साथ किया जाए तो यह दवा अपना काम सही से नहीं कर पाती हैं। इसलिए जरूरी है कि यदि आप पहले से किसी दवा या
हर्बल प्रोडक्ट का इस्तेमाल करते हो या फिर सप्लिमेंट्स लेते हो तो उस स्थिति में डॉक्टरी सलाह लेने के बाद ही दवा का सेवन करना चाहिए।
गेस्ट्रोइंटेस्टायनल सर्जरी : मरीज जिन्होंने हाल ही में गेस्ट्रोइंटेस्टायनल सर्जरी कराई है हो सकता है कि वे इस दवा को सामान्य मरीजों की तुलना में एब्जॉर्ब न कर पाए। ऐसे में दवा का डोज सही से काम करें इसके लिए समय समय पर चिकित्सीय सलाह जरूरी हो जाती है।
फॉलिक एसिड : फॉलिक एसिड सप्लिमेंट्स लेने से हो सकता है कि
विटामिन बी 12 की कमी के कारण हो रहे एनिमिया के लक्षण न दिख पाएं। ऐसे में यह जरूरी हो जाता है कि सही सप्लिमेंट लेने के लिए डॉक्टरी सलाह लेना जरूरी हो जाता है।
एंटी एसिड का इस्तेमाल : यदि एक समय में कोई एंटी एसिड से जुड़ी दवाओं का सेवन करने के साथ न्यूरोकाइंड दवा का सेवन करता है तो हो सकता है कि यह दवा सुचारू रूप से काम न करे। ऐसे में डोज एडजस्टमेंट के साथ समय-समय पर चिकित्सीय सलाह लेना जरूरी हो जाता है ताकि बीमारी का सही से इलाज किया जा सके।
रिएक्शन
कौन-सी दवाइयां न्यूरोकाइंड (Nurokind) के साथ रिएक्शन कर सकती हैं?
किसी भी दवा का असर हर व्यक्ति पर अलग प्रकार से होता है। ऐसे में यह जरूरी आप पहले से किसी दवा का सेवन करते हैं तो उसके बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं। निम्न दवाओं से हो सकता है रिएक्शन।
- क्लोरमफिनेकोल (Chloramphenicol)
- ओमेप्रोजोल (Omeprazole)
- रेनीटिनडीन
- एंटीबायटिक ड्रग्स
शराब : यदि आप इस दवा का सेवन करने के साथ अत्यधिक मात्रा में शराब का सेवन करते हैं तो उस स्थिति में हो सकता है कि दवा को इंटेस्टाइन एब्जॉर्ब ही न करे। वहीं शराब का सेवन करने के साथ हम दवा का सेवन करें तो हो सकता है कि बीमारी ठीक न हो, इसलिए उचित है कि अच्छे परिणाम हासिल करने के लिए दवा का सेवन करें और शराब से परहेज करें।
स्टोरेज
न्यूरोकाइंड (Nurokind) को कैसे करूं स्टोर?
दवा को घर में सामान्य रूम टेम्प्रेचर पर ही रखें। कोशिश करें कि उसे सूर्य कि किरणों से बचाकर रखें। 25 डिग्री तापमान दवा के लिए बेस्ट है, लेकिन फ्रिज में रखने की गलती कतई न करें। यदि आप ऐसा करते हैं तो यह दवा सामान्य रूप से काम नहीं कर पाएगी। इसके अलावा इसे बच्चों की पहुंच से दूर रखना चाहिए। दवा को खोलने के चार सप्ताह में इसका इस्तेमाल कर लेना ही उचित होगा। यदि रखी हुए दवा का इस्तेमाल करते हैं तो उसके लिए डॉक्टरी सलाह ले लें।
न्यूरोकाइंड (Nurokind) किस रूप में उपलब्ध है?
इस विषय पर अधिक जानकारी के लिए डॉक्टरी सलाह लें। ।
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