यह सीनियर सिटीजन फिटनेस टेस्ट व्यक्ति की कमर और हैमस्ट्रिंग मसल्स के लचीलेपन को जांचने के लिए किया जाता है। इसमें व्यक्ति को एक कुर्सी के सिरहाने पर बैठा दिया जाता है और अब उसके एक पैर को आगे की तरफ पूरा फैला दिया जाता है। इसके बाद व्यक्ति को फैले हुए पैर की तरफ वाले हाथ को पंजों की तरफ ले जाना होता है। इसमें व्यक्ति को जितना हो सके हाथ को उतना पंजों के पास लाना होता है।
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बैक स्क्रैच
इस सीनियर सिटीजन फिटनेस टेस्ट में कंधों की ताकत और लचीलापन मापा जाता है। इसमें व्यक्ति को सीधा खड़ा कर दिया जाता है और फिर उसके एक हाथ को कंधे से ऊपर कमर पर ले जाया जाता है और फिर दूसरे हाथ को नीचे की तरफ से कमर पर ले जाया जाता है। अब व्यक्ति को अपने दोनों हाथों की बीच की उंगली को मिलाना होता है और ऊपर वाले हाथ की हथेली को कमर से लगाए रखना होता है।
6 मिनट वॉक
यह सीनियर सिटीजन फिटनेस टेस्ट व्यक्ति की एरोबिक एंड्यूरेंस को जांचने के लिए करवाया जाता है। जिसमें, बुजुर्ग व्यक्ति को 6 मिनट तक तेज-तेज चलना होता है, लेकिन उसे भागना नहीं होता। इस टेस्ट में सीनियर सिटीजन को अपने दोनों घुटनों को चलते हुए पूरी तरह से उठाना होता है।
2 मिनट स्टेप
6 मिनट वॉक में ज्यादा समय लगता है, इसलिए इस सीनियर सिटीजन फिटनेस टेस्ट की जरूरत देखी गई। इस टेस्ट में भी व्यक्ति की एरोबिक एंड्यूरेंस को देखा जाता है। इस टेस्ट में व्यक्ति को दो मिनट तक पूरे-पूरे कदम के साथ चलना होता है। लेकिन, चलते हुए उसे अपने दोनों घुटनों को एक तय ऊंचाई तक लाना होता है।
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8 फुट अप एंड गो
इस सीनियर सिटीजन फिटनेस टेस्ट में व्यक्ति के शारीरिक संतुलन और तेजी को देखा जाता है। व्यक्ति को एक कुर्सी पर बैठा दिया जाता है और उसके तलवों को पूरी तरह जमीन पर टिका दिया जाता है। इसके साथ व्यक्ति के दोनों हाथों को उसके घुटनों के ऊपर आराम करवा दिया जाता है। अब कुर्सी से 8 फुट की दूरी पर एक मार्क कर दिया जाता है। व्यक्ति को कुर्सी से उठकर मार्क से होते हुए कुर्सी पर वापस आकर बैठना होता है। इस प्रक्रिया के दो ट्रायल करवाए जाते हैं और जो सबसे कम समय होता है उसे रिकॉर्ड कर लिया जाता है।