backup og meta

Manna Herbal: मन्ना क्या है ? जानिए इसके फायदे और साइड इफेक्ट

के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. पूजा दाफळ · Hello Swasthya


Bhawana Sharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 07/10/2020

Manna Herbal: मन्ना क्या है ?  जानिए इसके फायदे और साइड इफेक्ट

परिचय

मन्ना ( MANNA ) क्या है ?

मन्ना एक पेड़ होता है जो दवाई बनाने के काम में आता है। ये एक छोटा पेड़ होता है जिसकी लंबाई 20 से 30 फीट तक होती है। इस पेड़ पर सफेद रंग के फूल निकलते हैं। ये पेड़ आमतौर पर दक्षिण यूरोप में पाया जाता है। इस पेड़ से जो जूस निकलता है उसे मन्ना कहते हैं। मन्ना पेड़ में आंशिक रूप से फफूंद से निकलता है। जो एक कीट द्वारा उत्पादित किया जाता है। साथ ही पेड़ में चीरे लगाने से मन्ना जूस बाहर की ओर निकलता है और बहुत जल्दी सूखकर कड़ा हो जाता है। सूखने के बाद इसकी कड़वाहट खत्म हो जाती है और ये सफेद रंग का हो जाता है। मन्ना को हाथ में लें तो वो हाथ की गर्मी से ही पिघलने लगता है।

इसे फ्रेक्सिनस ऑर्नस (Fraxinus ornus) या मन्ना एश (manna ash) या साउथ यूरोपियन फ्लावरिंग एश (South European flowering ash) कहा जाता है। दक्षिण यूरोपीय देशों के साथ-साथ इटली और विशेषकर सिसिली में भी औषधीय इस्तेमालों के लिए इसे उगाया जाता है। गर्मियों के मौसम शुरू होने पर इस पौधे में सफेद रंग के फूल खिलते हैं जो गुच्चों में होते हैं। इस पौधे से क्षीरी नामक ओषधि प्राप्त की जाती है। जब पौधा लगभग आठ साल का हो जाता है, तो इसके तने का व्यास कम से कम तीन इंच का हो जाता है, जिसके ही इस्तेमाल से औषधि बनाई जाती है।

इसके तने से औषधि प्राप्त करने के लिए जुलाई या अगस्त के महीने में इसके ऊपरी तने के छाल में हर दिन डेढ़ से दो इंच लंबी एक चीरा लगाया जाता है। जिसे एक तरल पदार्थ बहता है जिसे क्षीरी (Flake manna) कहते हैं। इसे पेड़ के तने पर ही सूखने दिया जाता है। इसके अगले दिन तने पर दूसरा चीरा एक या दो इंच ऊपर लगाया जाता है। इन कटे हुए स्थानों में एक टुकड़ा लगा दिया जाता है जिसके ऊपर यह क्षीरी जम जाती है जिसे औषधि के इस्तेमाल के लिए सबसे उत्तम माना जाता है।

इन पौधों से तनों से प्राप्त क्षीरी, पानी और एल्कोहॉल में घुलने वाली होती है। क्षीरी में 60 से 90 फीसदी की मात्रा में मैनिटोल (Mannitol) [C6H8 (OH)6], फ्रेक्सिन ग्लूकोसाइड (fluorescent glucoside), Manninotriose और Manneotetrose और श्लेष्म (Mucilage) इत्यादि पाए जाते हैं। इसका स्वाद हल्का मीठा होता है। जिसके चलते इसका इस्तेमाल बच्चों में जुलाब की समस्या दूर करने के लिए भी किया जा सकता है। इसकी सबसे अधिक खपत दक्षिणी अमरीका में होती है। अन्य पौधों के रस से भी कई प्रकार की क्षीरियां बनाई जाती है, लेकिन उनमें मैनिटोल की मात्रा नहीं होती है।

और पढ़ेंः Lychee : लीची क्या है?

मन्ना (MANNA) का उपयोग किस लिए किया जाता है?

  • मन्ना का प्रयोग लोग कब्ज के लिए एक रेचक के रूप में करते हैं। यह एक शक्तिशाली जुलाब के रूप में काम करता है।
  • मन्ना का चूरन कब्ज के लिए लाभदायक होता है।
  • यह मल को आसानी से बाहर निकालने में सहायता करता है।
  • मन्ना पेट में उठने वाली मरोड़ से भी राहत दिलाता है।
  • बवासीर और मल के दौरान होने वाले दर्द के लिए मन्ना का उपयोग किया जाता है।
  • इसका प्रयोग बच्चे और महिलाएं भी कर सकते हैं।
  • प्रेग्नेंसी और उसके तुरंत बाद महिलाओं को पेट में सूजन, बच्चों में विकार और बवासीर जैसी शिकायतें हो जाती हैं। ऐसे में मन्ना लाभकारी साबित हो सकता है।

कब्ज की समस्या क्यों होती है ?

कब्ज की समस्या होने पर स्टूल करने में दिक्कत होते हैं। कब्ज से पीड़ित लोगों को स्टूल दो से तीन दिन तक नहीं होता है और साथ ही स्टूल बहुत टाइट होता है। ऐसे में पेट में दर्द की समस्या भी हो सकती है। मल के सख्त और सूखा होने की वजह से पाइल्स की समस्या का खतरा भी बना रहता है। कम पानी पीने और शरीर में फाइबर की कमी होने के कारण कब्ज की समस्या हो सकती है। लाइफस्टाइल और खानपान में सुधार करके कॉन्टिपेशन की समस्या से बचा जा सकता है। कब्ज की लंबे समय से समस्या होने पर डॉक्टर की सहायता लेनी चाहिए। कुछ दवाओं का उपयोग और जीवनशैली में बदलाव कब्ज की समस्या से राहत दिला सकता है।

कैसे काम करता है मन्ना (MANNA)?

  • मन्ना का प्रयोग जुलाब के रूप में होता है।
  • मन्ना के स्वाद को घटाने के लिए इसे पानी में मिलाया जाता है या असर बढ़ाने के लिए ऐसा करते हैं।
  • मन्ना जैसे कुछ अन्य पेड़ भी होते हैं जो जहरीले साबित हो सकते हैं।
  • इसके अलावा मन्ना के काम करने को लेकर ज्यादा जानकारी उपलब्ध नहीं है।
  • उपयोग से पहले हर्बलिस्ट की सलाह जरूर लें।

और पढ़ें : Broom Corn: ब्रूम कॉर्न क्या है ? जानिए इसके फायदे और साइड इफेक्ट

उपयोग

मन्ना का इस्तेमाल करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?

इस पौधे से प्राप्त औषधि का इस्तेमाल करने से पहले निम्न स्थितियों के बारे में आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए, जिनमें शामिल हैंः

  • अगर आप गर्भवती हैं या शिशु को स्तनपान कराती हैं, तो इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श लें। क्योंकि, ब्रेस्टफीडिंग के दौरान मां के दूध के जरिए इस औधषि की प्रभाव बच्चे में भी हो सकता है। अगर इस दौरान आपके डॉक्टर इसके सेवन की सलाह देते हैं, तभी इसका इस्तेमाल करें।
  • अगर आप किसी तरह की अन्य दवा का इस्तेमाल करते हैं, तो भी इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर लें। यह औषधी आपकी अन्य दवाओं के साथ प्रतिक्रिया कर सकता है। इसलिए इसके इस्तेमाल में सावधानी बरतें।
  • अगर आपको किसी तरह की कोई एलर्जी है, तो भी इसका इस्तेमाल करने से पहले आपने डॉक्टर को अपनी स्थिति के बारे में बताएं।
  • अगर आपको मौजूदा समय में किसी तरह की स्वास्थ्य स्थिति, बीमारी या अन्य शारीरिक समस्याएं हैं, तो भी इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करें।
  • इसके अलावा, अगर आपको किसी खाद्य पदार्थ, जैसे सब्जियों या फलों से किसी तरह की कोई एलर्जी है, तो भी इसके बारे में अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें।

एक जड़ी बूटी के तौर पर इसका इस्तेमाल करने के लिए आपको कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखने की जरूरत हो सकती हैं। सुरक्षा के लिहाज से इस औषधी का इस्तेमाल हमेशा अपने डॉक्टर की देखरेख में ही करें। इसका इस्तेमाल करने से पहले इससे होने वाले लाभ और दुष्प्रभावों के बारे में अपने डॉक्टर से चर्चा करें।

[mc4wp_form id=’183492″]

मन्ना (MANNA) का इस्तेमाल करना कितना सुरक्षित हैं?

कम समय के लिए इसका उपयोग करना लोगों में सुरक्षित पाया गया है।

विशेष सावधानी और चेतावनी:

  • गर्भावस्था और स्तनपान: गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान इसके उपयोग के बारे में पर्याप्त जानकारी नहीं है। इसके सुरक्षित इस्तेमाल के लिए अपने डॉक्टर की सलाह लें।
  • उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अगर आपको मन्ना के बारे में अधिक जानकारी चाहिए तो आप हर्बल एक्सपर्ट से जरूर परामर्श करें।

    और पढ़ेंः Protein powder: प्रोटीन पाउडर क्या है?

    साइड इफेक्ट्स

    मन्ना (MANNA) से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?

    मन्ना का उपयोग करने से विभिन्न प्रकार के फायदे होते हैं लेकिन कुछ लोगों को मन्ना का सेवन करने से दुष्प्रभाव भी दिख सकते हैं। जब बिना हर्बल एक्सपर्ट की जानकारी के किसी जड़ी-बूटी का सेवन किया जाता है तो शरीर में दुष्प्रभाव यानी साइसइफेक्ट की संभावना बढ़ जाती है।

  • कभी-कभी मन्ना पेट फूलने और जकड़ने का कारण बनता है।
  • इस समस्या को जिसे किसी भी गर्म चीज से सेंककर कम किया जा सकता है।
  • साथ ही असली मन्ना की पहचान होना जरूरी है। मन्ना जैसे कई पेड़ हैं जो जहरीले साबित हो सकते हैं।
  • मन्ना एक हर्बल है इसलिए इसके साइड इफेक्ट होने के अवसर कम हैं।
  • उपरोक्त दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अगर आपको कब्ज की समस्या है तो पहले हर्बल एक्सपर्ट से बात करें और उसके बाद ही मन्ना का सेवन करें।

    और पढ़ेंः Zedoary: सफेद हल्दी क्या है? 

    इंट्ररैक्शन

    किन दवाओं या खाद्य पदार्थों के साथ यह इंट्ररैक्शन कर सकता है?

    मन्ना का उपयोग लैक्जेटिव के रूप में होता है। कुछ लैक्जेटिव का उपयोग करने से शरीर में पोटैशियम की मात्रा कम हो सकती है। वॉटर पिल्स (डाययूरेटिक ड्रग) भी शरीर में पोटैशियम की मात्रा को कम कर सकती हैं। मन्ना के साथ वॉटर पिल्स लेने पर पोटैशियम की कमी शरीर में हो सकती है।

    मन्ना लैक्जेटिव की तरह कार्य करता है। कुछ व्यक्तियों में ये डायरिया की समस्या भी पैदा कर सकता है। अगर किसी व्यक्ति ने वारफरिन ( Warfarin ) का उपयोग किया है तो उसे मन्ना का सेवन नहीं करना चाहिए वरना शरीर में दुष्प्रभाव भी दिख सकते हैं। अगर आप किसी भी तरह की दवा या विटामिन्स का सेवन करते हैं, तो इसके इस्तेमाल से पहले अपने डॉक्टर की सलाह लें।

    और पढ़ेंः Coriander: धनिया क्या है?

    उपलब्ध

    किन रूपों में उपलब्ध है?

    आप मन्ना का सेवन चूरन के रूप में कर सकते हैं। आपको कच्चा मन्ना और चूरन हर्बल स्टोर से मिल सकता है।

    • कच्चा मन्ना
    • चूरन
    हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकली सलाह या उपचार की सिफारिश नहीं करता है। अगर इससे जुड़ा आपका कोई सवाल है, तो कृपया इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए आपको अपने डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए। आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं। 

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड

    डॉ. पूजा दाफळ

    · Hello Swasthya


    Bhawana Sharma द्वारा लिखित · अपडेटेड 07/10/2020

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement