के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
पिंक रूट एक औषधिय पौधा है। इसका वैज्ञानिक नाम स्पिगेलिया मारिलेंडिका एल (Spigelia marilandica L), Loganiaceae, Logania है। आमतौर पर इसे केरोलिना पिंक (Carolina pink), इंडियन पिंक (Indian Pink), मेरीलैंड पिंक (Maryland Pink), स्टार ब्लूम (Star bloom), वॉर्म ग्रास (Worm grass) के नाम से भी जाना जाता है। इसकी जड़ों का इस्तेमाल औषधीय चाय बनाने के लिए किया जाता है। यह मूल रूप से दक्षिणपश्चिम अमेरिका, न्यू जर्सी से लेकर फ्लोरिडा, टैक्सस, इंडियाना में पाया जाता है। यह एक कीड़ानाशक के रूप में कार्य करता है, जो कीड़ों को मार देता है। इसमें स्पिग्लाइन (Spigline), टैनिन (Tannin), रेसिन (Resin),वैस (Was), फैट (Fat), एलबुमेन (Albumen), मारिसिन (myricin), मुसिलेज (mucilage) आदि कैमिकल्स होते हैं।
लोग पिंक रूट का इस्तेमाल लेक्सेटिव के साथ आंत के कीड़ों को मारने के लिए करते हैं।
इसके कार्य करने के संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नही है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें। हालांकि, ऐसा माना जाता है कि पिंक रूट में मौजूद कैमिकल्स एक मजबूत लेक्सेटिव के साथ मिलकर आंत के कीड़ों को मारने में काफी कारगर होते हैं।
निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें:
अन्य दवाइयों के मुकाबले औषधियों के संबंध में रेग्युलेटरी नियम अधिक सख्त नही हैं। इनकी सुरक्षा का आंकलन करने के लिए अतिरिक्त अध्ययनों की आवश्यकता है। पिंक रूट का इस्तेमाल करने से पहले इसके खतरों की तुलना इसके फायदों से जरूर की जानी चाहिए। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
ताजा पिंक रूट का सेवन असुरक्षित है। इसमें विषैले कैमिकल्स होते हैं। पिंक रूट पौधे की सूखी जड़ का सेवन ज्यादातर लोगों में छोटी अवधि के लिए लेक्सेटिव के साथ सुरक्षित माना जाता है। हालांकि, इसकी सूखी जड़ भी असुरक्षित हो सकती है यदि इसका सेवन एक मजबूत लेक्सेटिव के साथ न किया जाए। चूंकि पिंक रूट में कई विषैले कैमिकल्स होते हैं, ऐसे में इसका आंत से तुरंत बाहर निकलना बेहद ही जरूरी है। भले ही आपने सूखे पिंक रूट का सेवन किया हो।
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प्रेग्नेंसी और ब्रेस्टफीडिंग: यदि आप प्रेग्नेंट हैं तो सूखा और ताजा दोनों ही तरह का पिंक रूट आपके लिए असुरक्षित है। हालांकि, इसकी कारगरता के लिए इसे एक मजबूत लेक्सेटिव के साथ जरूर लेना चाहिए। दूसरी तरफ प्रेग्नेंसी के दौरान मजबूत लेक्सेटिव का इस्तेमाल भी नुकसानदायक हो सकता है। इसे देखते हुए प्रेग्नेंसी के दौरान पिंक रूट का सेवन करने से बचना चाहिए।
ब्रेस्टफीडिंग में भी पिंक रूट का सेवन करने से बचना चाहिए। शिशु को स्तनपान के दौरान इसका सेवन सुरक्षित है या नहीं, इस संबंध में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध नहीं है।
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इस संबंध में अधिक जानकारी उपलब्ध नहीं है। यदि आप इसके साइड इफेक्ट्स को लेकर चिंतित हैं तो इसका इस्तेमाल करने से पहले एक बार अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
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पिंक रूट आपकी मौजूदा दवाइयों या मेडिकल कंडिशन के साथ रिएक्शन कर सकता है। इसका सेवन करने से पहले अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
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उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं हो सकती। इसका इस्तेमाल करने से पहले हमेशा अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से सलाह लें।
हर मरीज के मामले में पिंक रूट का डोज अलग हो सकता है। जो डोज आप ले रहे हैं वो आपकी उम्र, हेल्थ और दूसरे अन्य कारकों पर निर्भर करता है। औषधियां हमेशा ही सुरक्षित नही होती हैं। पिंक रूट के उपयुक्त डोज के लिए अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से सलाह लें।
पिंक रूट निम्नलिखित रूप में उपलब्ध है:
हेलो हेल्थ किसी भी प्रकार की चिकित्सा सलाह, निदान या इलाज मुहैया नहीं कराता।
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