प्रेग्नेंसी और स्तनपान में दवा का उपयोग
क्या प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान एस प्रोक्सीवोन (Ace Proxyvon) को लेना सुरक्षित है?
जब तब जरूरी न हो जाए तब तक शिशु को दूध पिलाने वाली महिलाओं और गर्भवती महिलाओं को इस दवा का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। जरूरी है कि दवा का सेवन करने के पूर्व डॉक्टर के इसके रिस्क और बेनिफिट्स के बारे में विचार-विमर्श कर लिया जाए।
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साइड इफेक्ट्स
एस प्रोक्सीवोन (Ace Proxyvon) के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
इस दवा का सेवन करने से कुछ मेजर तो कुछ माइनर साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जैसे:
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रिएक्शन
कौन-सी दवाइयां एस प्रोक्सीवोन (Ace Proxyvon) के साथ रिएक्शन कर सकती हैं?
यह दवा अलग-अलग लोगों पर अलग-अलग तरीके से रिएक्शन करती है। ऐसे में डॉक्टरी सलाह लेने के बाद ही दवा का उपयोग करना चाहिए।
इन दवाओं के साथ हैं रिएक्शन की संभावनाएं
- लिथियम (Lithium)
- डिजोक्सीन (Digoxin)
- कोरटीकोस्टीरॉइड्स (Corticosteroids)
- एंटीहाइपरटेंसिव्स (Antihypertensives)
- एट्रोपीन (Atropine)
- लीवोडोपा (Levodopa)
- डिआदीपैम (Diazepam)
क्या एस प्रोक्सीवोन (Ace Proxyvon) भोजन या एल्कोहॉल के साथ रिएक्शन करती है?
इस दवा का सेवन करने के साथ शराब का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि संभावनाएं रहती हैं कि कुछ साइड इफेक्ट्स हो। गंभीर गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग, सिर चकराना, थकान, कमजोरी, रैशेज, जी मचलाना, ज्वाइंट पेन, बुखार इसके कुछ लक्षण हैं जो दिखाई दे सकते हैं। शरीर में यदि ऐसे परिवर्तन हो तो डॉक्टरी सलाह लेना चाहिए।
क्या एस प्रोक्सीवोन (Ace Proxyvon) हेल्थ कंडिशन के साथ रिएक्शन कर सकती है?
निम्न बीमारियों व हेल्थ कंडिशन के साथ एस प्रोक्सीवोन रिएक्शन कर सकती है। अगर आपकी कोई हेल्थ कंडिशन है तो दवा का सेवन करने से पहले विशेष ध्यान दें।
- गंभीर लिवर इम्पेयरमेंट : मरीज जो लिवर डिजीज से ग्रसित होते हैं उन्हें इस दवा के सेवन की सलाह नहीं दी जाती है, क्योंकि संभावनाएं रहती हैं कि इस दवा का सेवन करने से उनकी स्थिती और गंभीर हो सकती है। इसलिए बीमारी से ग्रसित लोग डॉक्टरी सलाह जरूर लें, तभी एस प्रोक्सीवोन का सेवन करें।
- हार्ट पर असर (हार्ट फेलियर) : दिल की बीमारी से ग्रसित मरीजों को खासतौर पर हार्ट फेलियर की स्थिति में इस दवा का सेवन करने की सलाह नहीं दी जाती है। क्योंकि संभावनाएं रहती हैं कि ऐसे मरीजों की स्थिति और गंभीर न हो जाए।
- अस्थमा : मरीज जो अस्थमा की बीमारी से ग्रसित हैं या फिर जिनमें एनएसएआईडी सेंसिटिव अस्थमा के लक्षण दिखते हैं उनको इस दवा के सेवन की सलाह नहीं दी जाती है। ऐसे में इस दवा को न देकर विकल्पों की तलाश डॉक्टर करते हैं और समय-समय पर निगरानी रखते हैं।
- ब्लीडिंग डिसऑर्डर : मरीज जो ब्लीडिंग डिसऑर्डर से ग्रसित हैं उनको इस दवा का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है। संभावनाएं रहती हैं कि कहीं उनकी स्थिति और गंभीर न हो जाए।
- गंभीर किडनी की बीमारी : एस प्रोक्सीवोन का इस्तेमाल किडनी की बीमारी से ग्रसित मरीजों पर नहीं किया जाता है। संभावनाएं रहती हैं कि इससे किडनी सामान्य रूप से काम न कर पाए। यदि दवा दी जाए तो किडनी फंक्शन की समय-समय पर जांच जरूरी हो जाती है। इन मामलों में डोज एडजस्टमेंट के साथ किसी दवा को बदला जा सकता है।
- हाइपोटेंशन (Hypotension) : इस दवा का सेवन करने से ब्लड प्रेशर में गिरावट आ सकती है। मरीज जिनको कार्डियोवेस्कुलर डिजीज है या पूर्व में रही हो उनमें यह समस्या ज्यादा देखने को मिलती है। इसलिए जरूरी है कि ऐसे मरीजों के ब्लड प्रेशर की समय-समय पर जांच की जानी चाहिए।
- गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग : ऐसे मामलों में सावधानी के साथ इस दवा को दिया जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल ब्लीडिंग के मरीजों में नकारात्मक असर दिख सकता है। ऐसा तब होता है जब दवा का लंबे समय तक इस्तेमाल किया जाता है। मरीज जिन्हें गेस्ट्रोइंटेस्टाइनल की बीमारी होती है या जो बुजुर्ग होते हैं उनको दवा का सेवन करते वक्त काफी सावधानी बरतनी चाहिए। ऐसे मरीजों में दवा का सेवन करने के बाद कुछ लक्षण दिखते हैं जैसे मल से खून का आना, उल्टी होना। ऐसे लक्षण दिखने पर जल्द से जल्द डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए। इन मामलों में डोज एडजस्टमेंट के साथ किसी अन्य दवा को बदलने के साथ समय-समय पर डॉक्टरी जांच जरूरी हो जाती है।
- सीएबीजी : ऐसे मरीज जो सीएबीजी (कोरोनरी आर्टरी बाइपास ग्राफ्ट) से गुजरे होते हैं उनको एस प्रोक्सीवोन दवा का सेवन नहीं करने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा निम्न हेल्थ कंडिशन में भी दवा का इस्तेमाल सावधानी से करना चाहिए।
- प्रोफिरिया (Porphyria)
- लो कार्डियक आउटपुट (Low cardiac output)
- गेस्ट्रो इंटेस्टाइनल टॉक्सिटी (Gastro-Intestinal toxicity)
- इम्पेयर्ड किडनी फंक्शन (Impaired kidney function)