लैबेटालॉल हाइड्रोक्लोराइड का इस्तेमाल करने के दौरान अगर आप यूरिन टेस्ट करवाते हैं तो यह गलत परिणाम भी दे सकते हैं। इस दवा के सेवन के दौरान अगर आप किसी भी तरह का इलाज करवा रहे हैं तो डॉक्टर को इस बात की जानकारी दें कि आप लैबेटालॉल हाइड्रोक्लोराइड का इस्तेमाल कर रहे हैं।
लैबेटालॉल हाइड्रोक्लोराइड का इस्तेमाल करने के दौरान आपका ब्लड शुगर लेवल कम हो सकता है। अगर, आपको डायबिटीज है तो नियमित रूप से ब्लड शुगर लेवल की जांच करें।
आप पहले से ही बेहतर महसूस कर रहे हैं तो भी इस दवा का इस्तेमाल करते रहें। कुछ स्थितियों में आपको इस दवा का इस्तेमाल करने के बाद ब्लड प्रेशर की दवाएं इस्तेमाल करने की आवश्यकता हो सकती है।
लैबेटालॉल हाइड्रोक्लोराइड हाई ब्लड प्रेशर के उपचार के पूर्ण कार्यक्रम का एक हिस्सा है जिसमें आहार, व्यायाम, वजन नियंत्रण और अन्य दवाएं भी शामिल हो सकती हैं। अपनी आहार, दवा और व्यायाम की दिनचर्या पर कड़ी नजर रखें।
18 वर्ष से कम उम्र के लोगों को इस दवा का इस्तेमाल करने की सलाह नहीं दी जाती है।
और पढ़ें : हाई ब्लड प्रेशर से क्यों होता है हार्ट अटैक?
क्या प्रेग्नेंसी या स्तनपान के दौरान लैबेटालॉल हाइड्रोक्लोराइड लेना सुरक्षित है?
लैबेटालॉल को उपयोग हाई ब्लड प्रेशर के ट्रीटमेंट में किया जाता है। गर्भावस्था के दौरान ब्लड प्रेशर को नॉर्मल रखना बच्चे और मों दोनों की हेल्थ के लिए अच्छा होता है। अगर आप प्रेग्नेंट हैं या प्रेग्नेंसी प्लान कर रही हैं तो दवा का उपयोग करने से पहले इसके रिस्क और बेनिफिट्स के बारे में डॉक्टर से परामर्श कर लें। कभी-कभी जो महिलाएं गर्भावस्था के दौरान ये दवा लेती हैं उन बच्चों में लो ब्लड प्रेशर, स्लो हार्टबीट, स्लो ब्रीदिंग और लो ब्लड शुगर लेवल की शिकायतें मिलती हैं। अगर बच्चों में ये लक्षण दिखाई देते हैं तो डॉक्टर से परामर्श लें। हालांकि यूएस फूड एंड एडमिनिस्ट्रेशन ने प्रेग्नेंसी के दौरान, इसके इस्तेमाल को लेकर इसे खतरे की ‘C’ श्रेणी में रखा है। एफडीए प्रेग्नेंसी खतरे की सूची इस प्रकार है;
- A=कोई जोखिम नहीं
- B=कुछ अध्ययनों में पाया जाता है कि इसके कोई जोखिम नहीं है
- C= कुछ जोखिम हो सकते हैं
- D= जोखिम भरा हो सकता है
- X=इस बारे में मतभेद है
- N= कोई जानकारी नहीं है
लैबेटालॉल हाइड्रोक्लोराइड के क्या साइड इफेक्ट हो सकते हैं?
आम साइड इफेक्ट में शामिल हैः
अपने डॉक्टर को तुरंत फोन करें अगर आपकोः
- सिर का हल्का महसूस होना
- कमजोर नाड़ी
- बेहोशी
- सूजन
- तेजी से वजन बढ़ना
- मतली, ऊपरी पेट में दर्द, खुजली, थकान, भूख न लगना, डार्क कलर की यूरिन, पीलिया (त्वचा या आंखों का पीला होना) सहित लिवर की समस्याएं
- हाई ब्लड प्रेशर, जैसे गंभीर सिर दर्द, धुंधला दिखाई देना, आपकी गर्दन या कान में तेज दर्द, चिंता, भ्रम, तेज सीने में दर्द, सांस की तकलीफ, अनियमित दिल की धड़कन
- अगर आपको एलर्जी रिएक्शन जैसे पित्ती के संकेत मिलते हैं, तो तुरंत अपने नजदीकी अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में जाएं। जैसेः सांस लेने में तकलीफ, चेहरे, होंठ, जीभ या गले की सूजन।
ऐसा जरूरी नहीं है कि हर किसी को यह साइड इफेक्ट महसूस हों। यहां पर दिए गए साइड इफेक्ट के अलावा कुछ और साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं। दवा का इस्तेमाल करने के बाद आपको किसी तरह की परेशानी होती है तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
और पढ़ें : हाई ब्लड प्रेशर को कम कर सकता है जैतून का तेल, जानिए इसके 7 फायदे
कौन-सी दवाएं लैबेटालॉल हाइड्रोक्लोराइड के साथ इस्तेमाल नहीं की जा सकती हैं?
अगर आप वर्तमान में किसी तरह की दवा का इस्तेमाल कर रहे हैं तो लैबेटालॉल हाइड्रोक्लोराइड उसे प्रभावित कर सकता है। इसका सेवन करने के दौरान आपकी वर्तमान दवाओं को बदला जा सकता है। इस दवा का साइड इफेक्ट आपको न हो इसके लिए अपने डॉक्टर के पास जाने से पहले उन्हें सभी दवाओं की जानकारी दें, जो आप वर्तमान में ले रहे हैं (प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स, नॉनस्प्रिस्क्रिप्शन ड्रग्स और हर्बल उत्पाद)। अपनी सुरक्षा के लिए बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवा की खुराक को घटाएं, बढ़ाएं या पूरी तरह से बंद ना करें।
विशेष कर आप इनमें से कोई दवा ले रहे हैंः
- सिमेटिडाइन
- नाइट्रोग्लिसरीन
- इंसुलिन या ओरल डायबिटीज मेडिसीन
- एंटीडिप्रेसेंट जैसे कि एमिट्रिप्टिलाइन, डॉक्सिपिन, डेसिप्रामाइन, इमिप्रामाइन, नॉर्ट्रिप्टिलाइन और अन्य
- अल्ब्युटेरोल, फॉर्मोटेरोल, साल्मेटेरोल सहित ब्रोन्कोडायलेटर
- हार्ट या ब्लड प्रेशर की दवा जैसे कि एम्लोडिपाइन, डिजिटलिस, डिगॉक्सिन, वेरापामिल।
- आईबूप्रोफेन, नैपरॉक्सिन
क्या भोजन या एल्कोहॉल के साथ लैबेटालॉल हाइड्रोक्लोराइड का इस्तेमाल किया जा सकता है?
अगर किसी भी तरह की दवा या एल्कोहॉल के साथ लैबेटालॉल हाइड्रोक्लोराइड का सेवन किया जाए, तो इसके परिणाम खतरनाक हो सकते हैं। हालांकि किसी भी तरह के खाद्य पदार्थों के साथ इसको आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। इसके बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या फार्मासिस्ट से बातचीत करें।
लैबेटालॉल हाइड्रोक्लोराइड खाने से स्वास्थ्य पर किस तरह का प्रभाव पड़ सकता है?
लैबेटालॉल हाइड्रोक्लोराइड हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के साथ तालमेल बनाती है। अगर आप वर्तमान में किसी तरह की दवा का सेवन कर रहे हैं तो यह उसके असर को कम कर सकती है या उसके प्रभाव को उल्टा कर सकता है। अगर आप स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी तरह की स्थिति से गुजर रहे हैं, तो यह बेहद जरूरी है कि इसके बारे में आप अपने डॉक्टर और फार्मासिस्ट से बात करें। अगर आपको
- लिवर की बीमारी
- गुर्दे की बीमारी
- फियोक्रोमोसाइटोमा
- कोंजेस्टिव हार्ट फेलियर
- डायबिटीज
- एलर्जी
- अस्थमा
- सीओपीडी (COPD)
- दूसरी या तीसरी डिग्री हार्ट ब्लॉक, हार्ट फेल, या बहुत धीमी गति से दिल की धड़कन जैसी गंभीर दिल की स्थिति
- ब्लड प्रेशर का काफी कम होना।
और पढ़ें : रिसर्च: हाई फाइबर फूड हार्ट डिसीज और डायबिटीज को करता है दूर
डॉक्टर की सलाह
नीचे दी गई जानकारी किसी चिकित्सक की सलाह नहीं है। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने चिकित्सक या फार्मासिस्ट से संपर्क करें।
लैबेटालॉल हाइड्रोक्लोराइड कैसे उपलब्ध है?
लैबेटालॉल हाइड्रोक्लोराइड निम्नलिखित खुराकों के तौर पर उपलब्ध है:
- इंजेक्शन 5 एमजी/एमएल
- 200 एमजी/200एमएल-NaCl 0.9%; 500एमजी/500 एमएल-NaCl 0.9%
- टैबलेट 100 एमजी
- टैबलेट 200 एमजी
- टैबलेट 300 एमजी
इमरजेंसी या ओवरडोज होने की स्थिति में क्या करना चाहिए?
इमरजेंसी या ओवरडोज होने की स्थिति में लोकल इमरजेंसी सर्विस नंबर पर कॉल करें या नजदीकी इमरजेंसी वार्ड में जाएं।
क्या करना चाहिए अगर एक खुराक लेना भूल जाएं?
अगर कोई लैबेटालॉल हाइड्रोक्लोराइड की एक खुराक लेना भूल जाते हैं, तो याद आने पर जल्द से जल्द अपनी खुराक लें। हालांकि अगर इसके कुछ समय बाद आपको अपनी अगली खुराक लेनी हो, तो इसे न लें और अपनी नियमित खुराक के अनुसार ही इसका सेवन करते रहें।
हैलो हेल्थ ग्रुप चिकित्सक सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है।