backup og meta

कैंसर के प्रिडिक्टर के रूप में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस का क्या है महत्व, जानिए यहां!

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 10/02/2022

    कैंसर के प्रिडिक्टर के रूप में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस का क्या है महत्व, जानिए यहां!

    डायबिटीज की बीमारी लाइफस्टाइल से जुड़ी हुई बीमारी है। अगर लाइफस्टाइल हेल्दी ना हो, तो आपको डायबिटीज की समस्या भी हो सकती है। वहीं हेल्दी लाइफस्टाइल न अपनाने से कैंसर जैसी घातक बीमारी भी हो सकती है। जिन लोगों को कैंसर की समस्या है और साथ ही डायबिटीज की भी समस्या हो जाती है, तो ऐसे में शरीर पर क्या असर पड़ता है? अगर ऐसे में व्यक्ति फिट रहने की कोशिश करता है, तो मृत्यु दर पर क्या प्रभाव पड़ता है। इस संबंध में स्टडी की गई है। आइए जानते हैं कैंसर के प्रिडिक्टर के रूप में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस (Cardiorespiratory Fitness As A Predictor Of Cancer) के संबंध में क्या स्टडी की गई है। आइए जानते हैं पहले कैंसर की बीमारी के बारे में।

    क्या होती है कैंसर की बीमारी?

    कैंसर के प्रिडिक्टर के रूप में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस के बारे में जानने से पहले आपको कैंसर के बारे में जान लेना चाहिए। कैंसर की बीमारी में शरीर की सेल्स में तेजी से ग्रोथ शुरू कर देती हैं। कोशिकाएं अपने आप ही तेजी से विभाजित होना शुरू हो जाती हैं। वैसे तो शरीर में कोशिकाओं का विभाजन होता ही है लेकिन कैंसर हो जाने पर शरीर के किसी भी हिस्से की कोशिकाएं तेजी से विभाजित होना शुरू हो जाती हैं। कोशिकाओं का गुच्छा बनने लगता है। जो आगे चलकर ट्यूमर को जन्म देता है। कैंसर की बीमारी शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकती है। अगर कैंसर को प्रारंभिक स्टेज में ना पकड़ा जाए, तो यह शरीर के दूसरे हिस्सों में भी फैल लगता है। अपनी आखिरी स्टेज में कैंसर पहुंच जाए, तो ऐसे में बीमारी को कंट्रोल करना मुश्किल हो जाता है। अगर कैंसर को शुरुआती स्टेज में डायग्नोज कर लिया जाए, तो बीमारी को ठीक किया जा सकता है।

    और पढ़ें: Type 2 Diabetes and Levofloxacin: टाइप 2 डायबिटीज में लिवोफ्लॉक्सासिन के साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?

    कैंसर के प्रिडिक्टर के रूप में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस (Cardiorespiratory Fitness As A Predictor Of Cancer)

    इस स्टडी के माध्यम से फिटनेस के लेवल पर कैंसर मृत्यु दर के जोखिम की जांच करना और प्री-डायबिटिक और डायबिटीज के पेशेंट्स में कैंसर के प्रिडिक्टर के रूप में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस (Cardiorespiratory Fitness As A Predictor Of Cancer) की जांच करना था। एरोबिक्स सेंटर लॉन्गिट्यूडिनल स्टडी में प्री -डायबिटिक वाले 18,858 पुरुषों और मधुमेह वाले 2,805 पुरुषों के बीच कैंसर मृत्यु दर के लिए फिटनेस-मृत्यु संबंध की जांच की गई। 354,558 पर्सन इयर रिस्क के दौरान 719 कैंसर से होने वाली मौतों की पहचान की गई।

    और पढ़ें:  डायबिटीज और पैनक्रियाज में संबंध क्या है?

    कैंसर के प्रिडिक्टर के रूप में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस: क्या निकला रिजल्ट?

    प्री-डायबिटिक वाले पुरुषों में मॉडरेट और हाय फिटनेस वाले लोगों में कम फिट ग्रुप की तुलना में कैंसर मृत्यु दर का जोखिम कम पाया गया।    प्री डायबिटिक और डायबिटिक पुरुषों में, कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस के हाय लेवल कैंसर मॉर्टेलिटी रेट का जोखिम विशेष रूप से गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट के कैंसर के परिणामस्वरूप, फिटनेस के निम्न स्तर वाले लोगों की तुलना में कम पाया गया।

    और पढ़ें: डायबिटीज और फर्टिलिटी : जानिए एक्सपर्ट से कि डायबिटीज में प्रजनन क्षमता को कैसे सही रखें!

    डायबिटीज को कैसे मैनेज करें? (Management of diabetes)

    हम उम्मीद करते हैं कि आपको कैंसर के प्रिडिक्टर के रूप में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस (Cardiorespiratory Fitness As A Predictor Of Cancer) से संबंधित स्टडी के बारे में जानकारी मिल गई होगी। डायबिटीज की बीमारी को कंट्रोल में रखने के लिए आपको अपनी लाइफस्टाइल में सुधार करना होगा, जिससे काफी हद तक बीमारी को नियंत्रण में रखा जा सकता है। आपको निम्नलिखित बातों पर गौर करने की जरूरत है।

    • डायबिटीज के रिस्क को कम करने के लिए आपको हेल्दी लाइफस्टाइल में सबसे पहले हेल्दी डायट को अपनाना पड़ेगा। इसके लिए आपको खानपान में ऐसे फूड्स को शामिल करना होगा, जो ब्लड में शुगर का लेवल अचानक से ना बढ़ने दें। आपको खाने में फल, सब्जियों और साबुत अनाज को शामिल करना चाहिए। आप स्वीट पैक्ड फूड्स, प्रोसेस्ड या फैट युक्त से दूर रहेंगे, तो बेहतर होगा।
    • डायबिटीज की बीमारी को कंट्रोल करने के लिए फिजिकली एक्टिव होना बहुत जरूरी है। आपको रोजाना एक्सरसाइज जरूर करनी चाहिए। अगर आपने कभी एक्सरसाइज नहीं करी है, तो आप रोजाना आधे घंटे वॉक कर सकते हैं। इससे भी डायबिटीज को कंट्रोल करने में मदद मिलेगी। अगर आपको फिर भी समस्या है, तो आप डॉक्टर से इस बारे में जानकारी लें कि आप किस तरह की एक्सरसाइज कर सकते हैं।
  • मोटापे से ग्रसित लोगों में या फिर अधिक वेट वाले लोगों में डायबिटीज का खतरा अधिक होता है। ऐसे में अगर आपको मोटापे की समस्या है, तो बेहतर होगा कि अपने वजन को कम करें। इसके लिए संतुलित आहार के साथ ही कड़े नियम बना लें। जो आपको मधुमेह की बीमारी से निपटने में मदद करेंगे।
  • आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में स्ट्रेस की समस्या होना आम बात है लेकिन क्या आप जानते हैं कि स्ट्रेस के कारण डायबिटीज की समस्या भी हो सकती है। जी हां! अगर आप स्ट्रेस में रहते हैं, तो बेहतर होगा कि आप मेडिटेशन का सहारा ले और ऐसे लोगों से बातचीत करें, जो आपकी परेशानियों को कम करने में मदद करें। ऐसा करने से आपकी समस्या कम होगी।
  • और पढ़ें: डायबिटीज पेशेंट में लेफ्ट वेंटिकुलर फंक्शन में एक्सरसाइज का इंपेक्ट क्या होता है?

    कुछ बातों का ध्यान रखा डायबिटीज की बीमारी को कंट्रोल में रख सकते हैं फिर भी अगर आपको किसी बात को लेकर परेशानी हो रही हो तो अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। इस आर्टिकल में हमने आपको कैंसर के प्रिडिक्टर के रूप में कार्डियोरेस्पिरेटरी फिटनेस (Cardiorespiratory Fitness As A Predictor Of Cancer) को लेकर जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।

    डिस्क्लेमर

    हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

    के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

    डॉ. प्रणाली पाटील

    फार्मेसी · Hello Swasthya


    Bhawana Awasthi द्वारा लिखित · अपडेटेड 10/02/2022

    advertisement iconadvertisement

    Was this article helpful?

    advertisement iconadvertisement
    advertisement iconadvertisement