फिजिकल एक्टिविटी और मेटाबॉलिक सिंड्रोम के बीच में लिंक: क्या कहती है रिसर्च? (Association of Physical Activity with Metabolic Syndrome)
फिजिकल एक्टिविटी हमारे शरीर के लिए बेहद आवश्यक है। हालांकि, डेवलपिंग कन्ट्रीज में फिजिकल एक्टिविटी (Physical activity) के प्रसार के बारे में एविडेंस की कमी है, खासतौर पर अगर इसका संबंध मेटाबॉलिक सिंड्रोम रिस्क फैक्टर से हो। इसके बारे में नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन (National Center for Biotechnology Information) द्वारा एक रिसर्च की गई। इस स्टडी का उद्देश्य मेटाबॉलिक सिंड्रोम के प्रसार को कम करने के लिए उपयुक्त फिजिकल एक्टिविटीज के बारे में जानना था। इस रिसर्च के परिणामों से यह साबित हुआ है कि फिजिकल एक्टिविटी से मेटाबॉलिक सिंड्रोम (Metabolic syndrome) की संभावना को कम किया जा सकता है।
मेटाबॉलिक सिंड्रोम का सबसे कम प्रसार तब देखा गया, जब रोगी हर सप्ताह छह बार गंभीर फिजिकल एक्टिविटी करते हैं। इससे संबंधित फायदेमंद इफेक्ट्स में खास फिजिकल एक्टिविटी (Physical activity) के प्रकार और फ्रीक्वेंसी के आधार पर मेटाबॉलिक सिंड्रोम के रिस्क फैक्टर्स में सुधार शामिल हैं। जिस व्यक्ति में मेटाबॉलिक सिंड्रोम (Metabolic syndrome) का निदान हुआ है, उन्हें इससे जुड़े अंडरलायिंग रिस्क फैक्टर्स के बारे में पता होना चाहिए ताकि टार्गेटेड फिजिकल एक्टिविटी इंटरवेंशन के बारे में जाना जा सके।
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फिजिकल एक्टिविटी और मेटाबॉलिक सिंड्रोम के बीच में लिंक: पाएं और अधिक जानकारी
संक्षेप में कहा जाए तो फिजिकल इंएक्टिविटी के कारण कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में फिजिकल एक्टिविटीज में सुधार बेहद जरूरी है। इसके बारे में की गई स्टडी के अनुसार मॉडरेट फिजिकल एक्टीविज, वाकिंग, फ्लेक्सिबिलिटी से मेटाबॉलिक सिड्रोम (Metabolic syndrome) की दर कम हो सकती है। फिजिकल एक्टिविटी की फ्रीक्वेंसी को गंभीर फिजिकल एक्टिविटी, मॉडरेट फिजिकल एक्टिविटी, वाकिंग, स्ट्रेंथ और फ्लेक्सिबिलिटी के लिए मेटाबॉलिक सिंड्रोम के प्रसार के साथ जोड़ कर देखा जाता है। यह तो थी फिजिकल एक्टिविटी और मेटाबॉलिक सिंड्रोम के बीच में लिंक (Association of Physical Activity with Metabolic Syndrome) के बारे में जानकारी। अब जानते हैं कि टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) से पीड़ित लोगों को मेटाबॉलिक सिंड्रोम (Metabolic syndrome) के मैनेजमेंट के लिए हमें फिजिकल एक्टिविटीज के साथ और क्या करना चाहिए? यानी मेटाबॉलिक सिंड्रोम के मैनेजमेंट के लिए क्या करना चाहिए अब पाएं इसके बारे में जानकारी।
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मेटाबॉलिक सिंड्रोम के मैनेजमेंट के लिए क्या करें? (Management of Metabolic Syndrome)
मेटाबॉलिक सिड्रोम (Metabolic syndrome) को ओवरवेट और इंएक्टिविटी के साथ जोड़ा जाता है। ऐसे में, हेल्दी लाइफस्टाइल को टाइप 2 डायबिटीज (Type 2 diabetes) और मेटाबॉलिक सिड्रोम दोनों से बचाव के लिए लाभदायक माना जाता है। यह हेल्दी लाइफस्टाइल इस प्रकार है: